लखनऊ: राजधानी के सिकंदराबाद चौराहा स्थित राष्ट्रीय वनस्पति उद्यान संस्थान द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर हरित कौशल विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के दौरान हर माह पर राष्ट्रीय स्तर पर हरित कौशल विकास कार्यक्रम चलने वाले सर्टिफिकेट कोर्स का राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान द्वारा सर्टिफिकेट का भी वितरण किया गया. वहीं वातावरण और मृदा को प्रदूषण से बचाने के लिए जानकारी दी गई. वहीं कार्यक्रम का समापन सोमवार शाम 6 बजे हुआ.
कौशल विकास कार्यक्रम सर्टिफिकेट कोर्स वितरण
राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान देश के शिक्षित युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार साथ ही कौशल विकास को लेकर कौशल विकास कार्यक्रम सर्टिफिकेट कोर्स का वितरण किया गया. वहीं जानकारी दी गई कि वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय एवं राष्ट्रीय कौशल विकास एजेंसी द्वारा राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान समय-समय पर कोर्स का संचालन करता है. इससे मृदा प्रदूषण और वातावरण प्रदूषण के संबंधित कोर्स से जानकारी देकर छात्रों को कुशल बनाया जा सके. इससे वातावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके.
वहीं यह बताया गया कि ग्रीन बेल्ट का विकास सर्टिफिकेट कोर्स में हरित वनस्पतिक कवर विकास करने के लिए प्रतिभागियों को कौशल प्रदान किया जा रहा है, जो वायु से अलग-अलग प्रदूषण को अवशोषित अवशोषित कर सके. जिससे वायु प्रभावी एवं ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण हो सके. वहीं यह भी बताया गया कि वायु प्रदूषक के बारे में वैज्ञानिक तंत्र और उपयुक्त पौधों की पहचान की जा सके. बड़े स्तर पर प्रसार और तकनीकी ग्रीन बेल्ट की डिजाइन बनाने के बारे में प्रतिभागियों को सिखाया गया है.
सीएसआईआर के डायरेक्टर एसके बारिक ने बताया कि भारत सरकार द्वारा वायु और मिट्टी में होने वाले प्रदूषण को लेकर हरित कौशल कार्यक्रम के तहत कई कोर्स चलाए जा रहे हैं. जिसको लेकर सोमवार को पाठ्यक्रम पूरा करने वाले लोगों को सर्टिफिकेट का वितरण भी किया गया है. वहीं बताया कि यह छात्र आगे चलकर कई कंपनियों में नौकरी करते हैं, और अपनी नई स्टार्टअप भी शुरू कर सकते हैं. साथ ही समाज सेवक के रूप में भी आगे काम करते हैं. व