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शैक्षिक सत्र के लिए विश्वविद्यालय समय-सारिणी बनाएंः राज्यपाल

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (governor anandiben patel ) ने बुधवार को विश्वविद्यालयों की समीक्षा बैठक (review meeting) की. इस दौरान उन्होंने शैक्षिक सत्र के लिए तमाम दिशा निर्देश दिए.

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Published : Jun 3, 2021, 5:31 AM IST

लखनऊः
लखनऊः

लखनऊः उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल (governor anandiben patel) ने बुधवार को तमाम विश्वविद्यालयों की समीक्षा बैठक (review meeting) की. इसमें पण्डित दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ, हरकोर्ट बटलर तकनीकी विश्वविद्यालय कानपुर, प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय प्रयागराज, डाॅ. आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा तथा ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ शामिल रहे. इस दौरान राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों में अकादमिक सत्र प्रारंभ किए जाने, शैक्षणिक पदों पर भर्ती, आडिट आपत्तियों, उपाधियों के सुचारू वितरण, महिला उत्थान की गतिविधियों, निर्माण कार्यों, नई शिक्षा नीति, कोरोना टीका उत्सव से संबंधित विषयों पर चर्चा की.


विश्वविद्यालयों में परीक्षा और प्रमोशन को लेकर निर्देश
राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों के शैक्षिक सत्र पर चर्चा करते हुए सरकार द्वारा लिए गए निर्णयानुसार सत्र 2020-21 में चरणबद्ध तरीके से परीक्षा कराने अथवा अगले वर्ष में प्रमोशन देने के निर्देश दिए हैं. राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों को आगामी शैक्षिक सत्र 2021-22 के लिए समय सारिणी बनाकर शिक्षण एवं अन्य गतिविधियां संचालित करने की तैयारियां करने तथा विश्वविद्यालयों में रिक्त शैक्षणिक पदों पर भर्ती हेतु नई एक समान चयन प्रक्रिया के अनुरूप कार्रवाई करने को भी कहा है. इस संबंध में विश्वविद्यालय शासन के नियमों के अनुरूप रिक्तियों की गणना कर रिक्त पदों को भरने की समय सारिणी बनाकर समयबद्ध तरीके से प्रक्रिया पूर्ण करें. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय नई शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन हेतु 15 जून तक अपने सुझाव भेंजे, जिससे उन पर सार्थक चर्चा हो सके.

वित्तीय लेखों को नियमानुसार रखें तथा आडिट आपत्तियों का निराकरण कराएं
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय अपने वित्तीय लेखों को नियमानुसार रखें तथा आडिट आपत्तियों का निराकरण कराएं. आडिट में सामने आयी अनियमितताओं की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए. वित्तीय अनियमितताएं स्वीकार्य नहीं हैं, ऐसे कृत्य के लिए दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों पर कार्रवाई की जाएगी. राज्यपाल ने कहा कि अधिकारीगण विश्वविद्यालय में होने वाले निर्माण कार्यों की भौतिक तथा होने वाले व्यय की समानुपातिक समीक्षा करें तथा इस कार्य हेतु निर्माण इकाईयों के साथ बैठक कर समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय पूर्ण हो चुके निर्माण कार्यों को ग्रहण कर समुचित प्रयोग करें.

छात्र-छात्राओं को तत्काल उपाधियां उपलब्ध करा दी जाएं
राज्यपाल पटेल ने दीक्षांत समारोह के संबंध में निर्देश दिए कि दीक्षान्त समारोह के पश्चात् विश्वविद्यालय एवं उनसे सम्बद्ध महाविद्यालयों के सभी छात्र-छात्राओं को तत्काल उपाधियां उपलब्ध करा दी जाएं. अवितरित उपाधियों पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि अधिकांश मामलों में विश्वविद्यालय द्वारा तो उपाधियां महाविद्यालयों को उपलब्ध करा दी जाती हैं, परन्तु महाविद्यालयों द्वारा उपाधियां समय से छात्रों को वितरित नहीं की जाती हैं. उपाधि वितरण के लिए छात्रों का नाम, पता एवं मोबाइल नंबर सहित पूर्ण डाटाबेस बनाया जाए, जिससे छात्रों को उपाधियां उनके पते पर प्रेषित कर वितरित की जा सकें. पूर्व वर्षों की अवितरित उपाधियों के संबंध में विशेष अभियान चलाकर उनका विवरण सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय डिजिटल लाॅकर जैसी अद्यतन तकनीकी सुविधा का छात्रहित में प्रयोग करें.

अच्छी रैंकिंग प्राप्त करें विश्वविद्यालय
राज्यपाल ने कहा कि सभी विश्वविद्यालय अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त रैंकिंग संस्थाओं जैसे नैक एवं एनआईआरएफ में उच्चस्थ स्थान प्राप्त करें. विश्वविद्यालय छात्रों के सर्वांगीण विकास अन्य गतिविधियों का भी संचालन करें. 21 जून को योग दिवस का आयोजन करें. प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जाने वाले वृहद पौधरोपण महाभियान में तैयारी कर विश्वविद्यालय उनसे संबंद्ध महाविद्यालयों का सहयोग लेकर 1-1 लाख पीपल के पौधों का रोपण करें. विश्वविद्यालय में होने वाले नवाचार से अन्य विश्वविद्यालयों को भी अवगत करायें. राज्यपाल ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों के सहायतार्थ शिक्षण, खेलकूद एवं पोषण सामग्री उपलब्ध कराएं. क्षय रोग से पीड़ित बच्चों को गोद लें. बीच में शिक्षा छोड़ने वाले बच्चों को विद्यालय जाने हेतु प्रेरित करें.

इसे भी पढ़ेंः सांसद डॉ. एसटी हसन का बेतुका बयान, कहा- शरीयत में छेड़छाड़ से आए दो-दो तूफान

इन विषयों पर भी की चर्चा
राज्यपाल ने समीक्षा बैठक के दौरान विश्वविद्यालय विशेष से संबंधित विषयों, जिनमें शैक्षिक पदों पर भर्ती हेतु मार्ग निर्देशन, विश्वविद्यालयों में अधिकारियों की कमी, निर्माण कार्य, भूमि आवंटन, कर्मचारियों के आवास एवं आवंटन, स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रमों आदि पर पूर्व में प्राप्त सूचनाओं के आधार पर विस्तृत चर्चा की तथा आवश्यक निर्देश भी दिए. राज्यपाल ने इस अवसर पर विश्वविद्यालयों द्वारा तैयार किये गये प्रस्तुतीकरण को भी देखा.

लखनऊः उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल (governor anandiben patel) ने बुधवार को तमाम विश्वविद्यालयों की समीक्षा बैठक (review meeting) की. इसमें पण्डित दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ, हरकोर्ट बटलर तकनीकी विश्वविद्यालय कानपुर, प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय प्रयागराज, डाॅ. आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा तथा ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ शामिल रहे. इस दौरान राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों में अकादमिक सत्र प्रारंभ किए जाने, शैक्षणिक पदों पर भर्ती, आडिट आपत्तियों, उपाधियों के सुचारू वितरण, महिला उत्थान की गतिविधियों, निर्माण कार्यों, नई शिक्षा नीति, कोरोना टीका उत्सव से संबंधित विषयों पर चर्चा की.


विश्वविद्यालयों में परीक्षा और प्रमोशन को लेकर निर्देश
राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों के शैक्षिक सत्र पर चर्चा करते हुए सरकार द्वारा लिए गए निर्णयानुसार सत्र 2020-21 में चरणबद्ध तरीके से परीक्षा कराने अथवा अगले वर्ष में प्रमोशन देने के निर्देश दिए हैं. राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों को आगामी शैक्षिक सत्र 2021-22 के लिए समय सारिणी बनाकर शिक्षण एवं अन्य गतिविधियां संचालित करने की तैयारियां करने तथा विश्वविद्यालयों में रिक्त शैक्षणिक पदों पर भर्ती हेतु नई एक समान चयन प्रक्रिया के अनुरूप कार्रवाई करने को भी कहा है. इस संबंध में विश्वविद्यालय शासन के नियमों के अनुरूप रिक्तियों की गणना कर रिक्त पदों को भरने की समय सारिणी बनाकर समयबद्ध तरीके से प्रक्रिया पूर्ण करें. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय नई शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन हेतु 15 जून तक अपने सुझाव भेंजे, जिससे उन पर सार्थक चर्चा हो सके.

वित्तीय लेखों को नियमानुसार रखें तथा आडिट आपत्तियों का निराकरण कराएं
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय अपने वित्तीय लेखों को नियमानुसार रखें तथा आडिट आपत्तियों का निराकरण कराएं. आडिट में सामने आयी अनियमितताओं की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए. वित्तीय अनियमितताएं स्वीकार्य नहीं हैं, ऐसे कृत्य के लिए दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों पर कार्रवाई की जाएगी. राज्यपाल ने कहा कि अधिकारीगण विश्वविद्यालय में होने वाले निर्माण कार्यों की भौतिक तथा होने वाले व्यय की समानुपातिक समीक्षा करें तथा इस कार्य हेतु निर्माण इकाईयों के साथ बैठक कर समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय पूर्ण हो चुके निर्माण कार्यों को ग्रहण कर समुचित प्रयोग करें.

छात्र-छात्राओं को तत्काल उपाधियां उपलब्ध करा दी जाएं
राज्यपाल पटेल ने दीक्षांत समारोह के संबंध में निर्देश दिए कि दीक्षान्त समारोह के पश्चात् विश्वविद्यालय एवं उनसे सम्बद्ध महाविद्यालयों के सभी छात्र-छात्राओं को तत्काल उपाधियां उपलब्ध करा दी जाएं. अवितरित उपाधियों पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि अधिकांश मामलों में विश्वविद्यालय द्वारा तो उपाधियां महाविद्यालयों को उपलब्ध करा दी जाती हैं, परन्तु महाविद्यालयों द्वारा उपाधियां समय से छात्रों को वितरित नहीं की जाती हैं. उपाधि वितरण के लिए छात्रों का नाम, पता एवं मोबाइल नंबर सहित पूर्ण डाटाबेस बनाया जाए, जिससे छात्रों को उपाधियां उनके पते पर प्रेषित कर वितरित की जा सकें. पूर्व वर्षों की अवितरित उपाधियों के संबंध में विशेष अभियान चलाकर उनका विवरण सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय डिजिटल लाॅकर जैसी अद्यतन तकनीकी सुविधा का छात्रहित में प्रयोग करें.

अच्छी रैंकिंग प्राप्त करें विश्वविद्यालय
राज्यपाल ने कहा कि सभी विश्वविद्यालय अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त रैंकिंग संस्थाओं जैसे नैक एवं एनआईआरएफ में उच्चस्थ स्थान प्राप्त करें. विश्वविद्यालय छात्रों के सर्वांगीण विकास अन्य गतिविधियों का भी संचालन करें. 21 जून को योग दिवस का आयोजन करें. प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जाने वाले वृहद पौधरोपण महाभियान में तैयारी कर विश्वविद्यालय उनसे संबंद्ध महाविद्यालयों का सहयोग लेकर 1-1 लाख पीपल के पौधों का रोपण करें. विश्वविद्यालय में होने वाले नवाचार से अन्य विश्वविद्यालयों को भी अवगत करायें. राज्यपाल ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों के सहायतार्थ शिक्षण, खेलकूद एवं पोषण सामग्री उपलब्ध कराएं. क्षय रोग से पीड़ित बच्चों को गोद लें. बीच में शिक्षा छोड़ने वाले बच्चों को विद्यालय जाने हेतु प्रेरित करें.

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इन विषयों पर भी की चर्चा
राज्यपाल ने समीक्षा बैठक के दौरान विश्वविद्यालय विशेष से संबंधित विषयों, जिनमें शैक्षिक पदों पर भर्ती हेतु मार्ग निर्देशन, विश्वविद्यालयों में अधिकारियों की कमी, निर्माण कार्य, भूमि आवंटन, कर्मचारियों के आवास एवं आवंटन, स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रमों आदि पर पूर्व में प्राप्त सूचनाओं के आधार पर विस्तृत चर्चा की तथा आवश्यक निर्देश भी दिए. राज्यपाल ने इस अवसर पर विश्वविद्यालयों द्वारा तैयार किये गये प्रस्तुतीकरण को भी देखा.

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