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सीएम योगी के सख्त तेवर, शराब का अवैध धंधा करने वालों पर लगेगा एनएसए

प्रदेश में जहरीली शराब पीने से लोगों के मरने की वजह से सरकार की काफी किरकिरी हुई है. ऐसी घटनाओं से नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभाग के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं. उन्होंने इस पर सख्ती से निपटने को कहा है.

ईटीवी भारत से बातचीत करते आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह.
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Published : Jun 19, 2019, 7:23 PM IST

लखनऊ: प्रदेश में शराब का अवैध धंधा करने वालों पर नकेल कसने के लिए योगी सरकार अब सख्ती से कार्रवाई करेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यहां लोक भवन में आबकारी विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान सख्त निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अवैध शराब का धंधा करने वालों के खिलाफ एनएसए और गुंडा एक्ट लगाया जाए.

ईटीवी भारत से बातचीत करते आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह.

समीक्षा बैठक में सीएम योगी ने दिखाए सख्त तेवर

  • मथुरा, जौनपुर, बाराबंकी, कानपुर, उन्नाव, लखीमपुर, रायबरेली जैसे जिलों में अवैध शराब के धंधे सामने आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ काफी सख्त हैं.
  • आबकारी विभाग की समीक्षा बैठक में सीएम ने कहा कि प्रदेश में शराब से जुड़ी घटनाओं को लेकर कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए.
  • सभी घटनाओं को चिह्नित कर उनकी तह तक अधिकारी जाएं और पता करें कि उसके पीछे कौन है.
  • सारी चीजों की जानकारी एकत्र कर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.

राजनीतिक तार भी ढूंढे जाएं

  • शराब के अवैध धंधे में कई बार राजनीतिक व्यक्तियों के तार जुड़े हुए पाए जाते हैं.
  • राजनीतिक व्यक्तियों के संरक्षण में लोग अवैध शराब के धंधे करते हैं, जिसमें पुलिस भी कार्रवाई करने से कतराती है.
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे लोगों को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं.
  • सीएम ने कहा कि अवैध शराब के धंधे में यह भी देखा जाए कि इसमें किसी राजनीतिक व्यक्ति का कहीं से तार तो नहीं जुड़ा है.
  • सीएम ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर आरोपी की संपत्ति भी जब्त की जाए.

अगर राजनीतिक व्यक्तियों के तार शराब के अवैध धंधे से जुड़े हुए हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. ऐसे व्यक्तियों को सीधे सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए पुलिस और आबकारी विभाग मिलकर सख्त कार्रवाई करे, ताकि वह भविष्य में न तो अवैध धंधा करने लायक रहें और न ही राजनीति करने लायक बचें.

-योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश

सीएम योगी चाहते हैं कि अवैध शराब से लोगों की मरने की घटनाएं प्रदेश में दोबारा न हों. राजनीतिक व्यक्तियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने के निर्देश देकर उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी राजनीतिक व्यक्ति की सिफारिश भी नहीं चलेगी. ऐसे में राजनीतिक व्यक्तियों का ऐसे प्रकरणों से दूर ही रहना उनके लिए बेहतर होगा.

आबकारी विभाग से जुड़ी समस्याओं को लेकर भी सीएम योगी ने समीक्षा बैठक की. इसमें जिला स्तर पर समिति बनाकर अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करने का खाका तैयार किया गया है.

-जय प्रताप सिंह, आबकारी मंत्री, यूपी

लखनऊ: प्रदेश में शराब का अवैध धंधा करने वालों पर नकेल कसने के लिए योगी सरकार अब सख्ती से कार्रवाई करेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यहां लोक भवन में आबकारी विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान सख्त निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अवैध शराब का धंधा करने वालों के खिलाफ एनएसए और गुंडा एक्ट लगाया जाए.

ईटीवी भारत से बातचीत करते आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह.

समीक्षा बैठक में सीएम योगी ने दिखाए सख्त तेवर

  • मथुरा, जौनपुर, बाराबंकी, कानपुर, उन्नाव, लखीमपुर, रायबरेली जैसे जिलों में अवैध शराब के धंधे सामने आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ काफी सख्त हैं.
  • आबकारी विभाग की समीक्षा बैठक में सीएम ने कहा कि प्रदेश में शराब से जुड़ी घटनाओं को लेकर कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए.
  • सभी घटनाओं को चिह्नित कर उनकी तह तक अधिकारी जाएं और पता करें कि उसके पीछे कौन है.
  • सारी चीजों की जानकारी एकत्र कर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.

राजनीतिक तार भी ढूंढे जाएं

  • शराब के अवैध धंधे में कई बार राजनीतिक व्यक्तियों के तार जुड़े हुए पाए जाते हैं.
  • राजनीतिक व्यक्तियों के संरक्षण में लोग अवैध शराब के धंधे करते हैं, जिसमें पुलिस भी कार्रवाई करने से कतराती है.
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे लोगों को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं.
  • सीएम ने कहा कि अवैध शराब के धंधे में यह भी देखा जाए कि इसमें किसी राजनीतिक व्यक्ति का कहीं से तार तो नहीं जुड़ा है.
  • सीएम ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर आरोपी की संपत्ति भी जब्त की जाए.

अगर राजनीतिक व्यक्तियों के तार शराब के अवैध धंधे से जुड़े हुए हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. ऐसे व्यक्तियों को सीधे सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए पुलिस और आबकारी विभाग मिलकर सख्त कार्रवाई करे, ताकि वह भविष्य में न तो अवैध धंधा करने लायक रहें और न ही राजनीति करने लायक बचें.

-योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश

सीएम योगी चाहते हैं कि अवैध शराब से लोगों की मरने की घटनाएं प्रदेश में दोबारा न हों. राजनीतिक व्यक्तियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने के निर्देश देकर उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी राजनीतिक व्यक्ति की सिफारिश भी नहीं चलेगी. ऐसे में राजनीतिक व्यक्तियों का ऐसे प्रकरणों से दूर ही रहना उनके लिए बेहतर होगा.

आबकारी विभाग से जुड़ी समस्याओं को लेकर भी सीएम योगी ने समीक्षा बैठक की. इसमें जिला स्तर पर समिति बनाकर अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करने का खाका तैयार किया गया है.

-जय प्रताप सिंह, आबकारी मंत्री, यूपी

Intro:लखनऊ। प्रदेश में शराब के अवैध धंधा करने वालों पर नकेल कसने के लिए योगी सरकार सख्ती से कार्रवाई करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां लोक भवन में आबकारी विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अवैध शराब का धंधा करने वालों के खिलाफ एनएसए लगाया जाए। गुंडा एक्ट लगाया जाए। आवश्यकता पड़ने पर आरोपी की उसकी संपत्ति जप्त कर ली जाए। प्रदेश में शराब से जुड़ी ऐसी घटनाओं को चिन्हित कर तह तक जाकर कार्रवाई के निर्देश हैं।


Body:आपकारी की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में कहा है कि प्रदेश में शराब से जुड़ी घटनाओं को लेकर कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए सभी घटनाओं को चिन्हित कर उनके तह तक अधिकारी जाएं और पता करें कि उसके पीछे कौन है किसकी गाड़ी लगी हुई है कौन सप्लाई कर रहा है माल कहां से आ रहा है सारी चीजों की जानकारी एकत्र कर और दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। मथुरा, जौनपुर, बाराबंकी, कानपुर, उन्नाव, लखीमपुर, रायबरेली जैसे जिलों में अवैध शराब के धंधे सामने आए हैं जिनको लेकर मुख्यमंत्री काफी सख्त हैं।

राजनीतिक तार भी ढूढें जाएं

शराब के अवैध धंधे में कई बार राजनीतिक व्यक्तियों के तार जुड़े हुए पाए जाते हैं। उनके संरक्षण में लोग अवैध शराब के धंधे करते हैं। ऐसे में पुलिस कार्रवाई करने से भी कतराती है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे लोगों को चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं। समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा है कि अवैध शराब के धंधे में यह भी ध्यान देकर देकर देखा जाए कि इसमें किसी राजनीतिक व्यक्ति का कहीं से तार तो नहीं जुड़ा है। अगर राजनीतिक व्यक्तियों का तार शराब के अवैध धंधे से जुड़ा हुआ है, तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए। ऐसे व्यक्तियों को सीधे सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए पुलिस और आबकारी विभाग मिलकर सख्त कार्यवाही करे। ताकि वह भविष्य में ना तो अवैध धंधा करने लायक रहे और ना ही राजनीति करने लायक बचें।


Conclusion:प्रदेश में कई बार जहरीली शराब पीने से लोगों के मरने की वजह से सरकार की किरकिरी हुई है। ऐसी घटनाओं से नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभाग के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। बैठक के दौरान उन्होंने सख्ती से निपटने के लिए कहा है। सीएम योगी चाहते हैं कि ऐसी घटनाएं प्रदेश में दोबारा न हों। राजनीतिक व्यक्तियों के खिलाफ भी कार्यवाही करने के निर्देश देकर उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी राजनीतिक व्यक्ति की सिफारिश भी नहीं चलेगी। ऐसे में राजनीतिक व्यक्तियों का ऐसे प्रकरणों से दूर ही रहना उनके लिए बेहतर होगा।

टिक टैक- आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह
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