लखनऊ: कोरोना संक्रमण के बीच घर से कार्य करने की मांग कर रहे बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों, शिक्षामित्रों तथा अनुदेशकों को फिलहाल घर से कार्य करने की सुविधा मिल जाएगी. लेकिन उन्हें पंचायत चुनाव और अन्य आवश्यक कार्यों में दिए जाने वाले दायित्वों को यथावत करना होंगा. बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. सतीश चन्द्र द्विवेदी ने सोमवार को इस संबंध में एक बयान जारी किया.
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए परिषदीय स्कूलों में काम करने वाले शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशकों की ओर से लगातार घर से कार्य करने की मांग उठाई जा रही है. शिक्षकों का कहना है कि संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ रहा है. स्कूलों में बच्चे नहीं आ रहे हैं. इन हालातों में शिक्षकों और शिक्षा मित्रों को बुलाने की कोई आवश्यकता ही नहीं है. लगातार संगठनों की ओर से इस संबंध में विभाग के मुखिया को भी पत्र लिखे गए हैं.
राज्यमंत्री ने यह बयान किया जारी
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. सतीश चन्द्र द्विवेदी ने बयान जारी कर कहा है कि कोविड-19 की वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए बेसिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश के सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों तथा अनुदेशकों को घर से कार्य करने की सुविधा दी जाएगी. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए शिक्षण कार्य पहले ही बंद कर दिए गए थे. लेकिन पंचायत चुनाव और अन्य आवश्यक कार्यों में दिए जाने वाले दायित्वों को यथावत करने होंगे.
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यह है शिक्षकों का दर्द
उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव का कहना है कि प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है. कोविड-19 का संक्रमण तेजी से पूरे प्रदेश में फैल रहा है. ऐसे में लाखों शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक व शिक्षणोत्तर कर्मचारी प्रतिदिन सार्वजनिक यातायात, वाहनों आदि से विद्यालय जातें हैं, जिसके कारण उनको भी कोविड -19 के संक्रमण होने की प्रबल संभावना है. प्रदेश के लाखों शिक्षक सार्वजनिक यातायात से ही अपने अपने विद्यालय जाते हैं.