ETV Bharat / state

अजब फरमानः मास्टर जी अब पकड़ेंगे सांड और करेंगे चौकीदारी

सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाने वाले मास्टर साहब छुट्टा जानवर पकड़ेंगे. उनकी इसके लिए अब ड्यूटी लगाई जाएगी. यह सुनने में आपको अटपटा जरूर लगेगा लेकिन यह सच है. इसे लेकर मैनपुरी में जिला प्रशासन की तरफ से बकायदा इसको लेकर एक आदेश तक जारी किया गया है.

etv bharat
अजब फरमानः
author img

By

Published : Apr 3, 2022, 4:06 PM IST

लखनऊ: सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाने वाले मास्टर साहब छुट्टा जानवर पकड़ेंगे. उनकी इसके लिए अब ड्यूटी लगाई जाएगी. यह सुनने में अटपटा जरूर लगेगा लेकिन है सच. इसे लेकर मैनपुरी में जिला प्रशासन की तरफ से बकायदा आदेश तक जारी किया गया है.

मैनपुरी के सीडीओ विनोद कुमार की तरफ से एक आदेश जारी किया गया है. इसमें हर महीने की 5, 15 और 25 तारीख को छुट्टा जानवर पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाए जाने की बात कही गई है. इसी आदेश में जिले के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (District Basic Education Officer) और सभी ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर(block education officer) को इसमें सहयोग करने के निर्देश दिए गए हैं.

प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह का कहना है कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी या ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर के पास अपनी अलग से व्यवस्था तो होती नहीं है. वह सारे कार्य शिक्षकों के माध्यम से ही कराते हैं. उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार अधिकारी के स्तर पर इस तरह का आदेश निंदनीय है. पहले ही सरकारी, प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में चुनाव से लेकर टीकाकरण तक की जिम्मेदारी है. इन हालातों में अब छुट्टा जानवर पकड़ने जैसी गतिविधियों में शिक्षकों को जोड़ना गलत है. उन्होंने कहा कि पूरी व्यवस्था शिक्षकों का मजाक बनाया जा रहा है.

इन आदेशों पर भी उठाई आपत्ति
सीडीओ के इसी आदेश में यह भी कहा गया कि कोई भी शिक्षक क्लास में अपने पास मोबाइल नहीं रखेगा. प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने बताया कि विभाग से लेकर शासन से जुड़ी सारी सूचनाएं मोबाइल और व्हाट्सएप के माध्यम से ही भेजी जाती है. अगर शिक्षक को मोबाइल नहीं रख दिया जाएगा तो यह सारी प्रक्रिया प्रभावित होगी. इसकी जिम्मेदारी सीडीओ खुद ले सकते हैं तो कोई परेशानी है ही नहीं.

यह भी पढ़ें:अवैध निर्माण पर चला 'बाबा का बुलडोजर', मचा हड़कंप...

आगरा में यह अटपटा आदेश जारी
वहीं, आगरा में शिक्षकों को चौकीदारी की जिम्मेदारी सौंप दी गई है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के स्तर पर बकायदा रोस्टर बनाकर इनसे चौकीदारी करवाई जा रही है. बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी रोस्टर में 20 शिक्षकों की कार्यालय की सुरक्षा में ड्यूटी लगाई गई है. शिक्षकों का कहना है कि जो शिक्षक ड्यूटी करने से मना करते हैं, उनके खिलाफ कार्यवाही की जाती है. असल में बीएसए में तैनात चौकीदार के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ था. उसके बाद चौकीदार गायब हो गया. अब विभाग चौकीदारी का काम कर्मचारियों और शिक्षकों से ले रहा है. बीएसए सतीश कुमार का कहना है कि रिकॉर्ड रूम की सुरक्षा के चलते ड्यूटी लगाई गई थी. हो सकता है कार्यालय में तैनात शिक्षकों की ड्यूटी लग गई हो. इसे दिखा लिया जाएगा.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊ: सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाने वाले मास्टर साहब छुट्टा जानवर पकड़ेंगे. उनकी इसके लिए अब ड्यूटी लगाई जाएगी. यह सुनने में अटपटा जरूर लगेगा लेकिन है सच. इसे लेकर मैनपुरी में जिला प्रशासन की तरफ से बकायदा आदेश तक जारी किया गया है.

मैनपुरी के सीडीओ विनोद कुमार की तरफ से एक आदेश जारी किया गया है. इसमें हर महीने की 5, 15 और 25 तारीख को छुट्टा जानवर पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाए जाने की बात कही गई है. इसी आदेश में जिले के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (District Basic Education Officer) और सभी ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर(block education officer) को इसमें सहयोग करने के निर्देश दिए गए हैं.

प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह का कहना है कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी या ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर के पास अपनी अलग से व्यवस्था तो होती नहीं है. वह सारे कार्य शिक्षकों के माध्यम से ही कराते हैं. उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार अधिकारी के स्तर पर इस तरह का आदेश निंदनीय है. पहले ही सरकारी, प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में चुनाव से लेकर टीकाकरण तक की जिम्मेदारी है. इन हालातों में अब छुट्टा जानवर पकड़ने जैसी गतिविधियों में शिक्षकों को जोड़ना गलत है. उन्होंने कहा कि पूरी व्यवस्था शिक्षकों का मजाक बनाया जा रहा है.

इन आदेशों पर भी उठाई आपत्ति
सीडीओ के इसी आदेश में यह भी कहा गया कि कोई भी शिक्षक क्लास में अपने पास मोबाइल नहीं रखेगा. प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने बताया कि विभाग से लेकर शासन से जुड़ी सारी सूचनाएं मोबाइल और व्हाट्सएप के माध्यम से ही भेजी जाती है. अगर शिक्षक को मोबाइल नहीं रख दिया जाएगा तो यह सारी प्रक्रिया प्रभावित होगी. इसकी जिम्मेदारी सीडीओ खुद ले सकते हैं तो कोई परेशानी है ही नहीं.

यह भी पढ़ें:अवैध निर्माण पर चला 'बाबा का बुलडोजर', मचा हड़कंप...

आगरा में यह अटपटा आदेश जारी
वहीं, आगरा में शिक्षकों को चौकीदारी की जिम्मेदारी सौंप दी गई है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के स्तर पर बकायदा रोस्टर बनाकर इनसे चौकीदारी करवाई जा रही है. बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी रोस्टर में 20 शिक्षकों की कार्यालय की सुरक्षा में ड्यूटी लगाई गई है. शिक्षकों का कहना है कि जो शिक्षक ड्यूटी करने से मना करते हैं, उनके खिलाफ कार्यवाही की जाती है. असल में बीएसए में तैनात चौकीदार के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ था. उसके बाद चौकीदार गायब हो गया. अब विभाग चौकीदारी का काम कर्मचारियों और शिक्षकों से ले रहा है. बीएसए सतीश कुमार का कहना है कि रिकॉर्ड रूम की सुरक्षा के चलते ड्यूटी लगाई गई थी. हो सकता है कार्यालय में तैनात शिक्षकों की ड्यूटी लग गई हो. इसे दिखा लिया जाएगा.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.