लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार एमएलए फंड खर्च करने के नियमों में बदलाव करने जा रही है. इसके बाद अब उत्तर प्रदेश के विधायक कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले फंड में अपनी निधि से धनराशि का योगदान कर सकेंगे. दरअसल, पिछले कई दिनों से प्रदेश के कई विधायक विधायक निधि से फंड देने की घोषणा कर रहे हैं. जिसके बाद यह सवाल उठने लगे कि नियमों में यह प्रावधान नहीं है कि विधायक अपनी निधि का पैसा महामारी में दे सकते हैं. इस पर विधायकों ने मांग उठाई, जिसपर अब योगी सरकार ने नियमों में बदलाव की तैयारी शुरू कर दी है.
कई विधायकों ने की थी विधायक निधि से धनराशि देने की घोषणा
प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी समेत प्रदेश भर से कई विधायकों ने विधायक निधि से कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले फंड में धनराशि दिए जाने की घोषणा की. इसके बाद सवाल उठने लगे कि विधायक अपनी निधि से पैसा देने की घोषणा कर रहे हैं, लेकिन ऐसा कोई नियम नहीं है. जिसके तहत वह विधायक निधि से महामारी में योगदान दे सकें. इस पर विधायकों ने मांग भी उठाई. समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप ने मुख्यमंत्री को बाकायदा पत्र लिखकर विधायक निधि का पैसा कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले फंड में देने की मांग की.
केंद्र सरकार ने किया है नियमों में बदलाव
इसी तरह सांसद भी किसी महामारी के लिए अपनी निधि का इस्तेमाल नहीं कर सकते थे, लेकिन केंद्र सरकार ने मंगलवार को सांसद निधि खर्च करने के नियमों में बदलाव किया है. अब देशभर के सांसद भी कोरोना से लड़ने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले फंड में अपनी निधि का पैसा दे सकते हैं. केंद्र के सांसद निधि में बदलाव किए जाने के फैसले के बाद उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भी विधायक निधि खर्च करने के नियमों में बदलाव की तैयारी कर रही है. ऐसे में जितने विधायकों ने फंड देने की घोषणा की है, नियमों में बदलाव के बाद उनका फंड इस्तेमाल किया जा सकेगा.
प्रदेश सरकार भी करेगी नियमों में बदलाव
उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने फोन पर हुई बातचीत में बताया कि उनकी सरकार एमएलए फंड के नियमों में बदलाव करने जा रही है. जल्द ही बदलाव कर दिया जाएगा. जिसके बाद विधायक अपनी निधि से इस महामारी में धनराशि दे सकेंगे. जिन विधायकों ने फंड देने की घोषणा की है नियमों में बदलाव के बाद उनका फण्ड इस्तेमाल किया जा सकेगा.