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यूपी सरकार ने किया 16 हजार प्राथमिक स्कूलों का विलय, शिक्षक संघ ने जताया विरोध

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Published : Jan 6, 2020, 7:58 PM IST

Updated : Jan 7, 2020, 3:03 PM IST

उत्तर प्रदेश सरकार ने 16 हजार प्रथमिक विद्यालयों का विलय जूनियर हाईस्कूलों में कर दिया है. इससे उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी का संकट दूर किया जाएगा.

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16000 प्राथमिक स्कूलों का सरकार ने किया विलय.

लखनऊ: शिक्षा विभाग ने 16 हजार प्राथमिक विद्यालयों का जूनियर हाईस्कूलों में विलय कर दिया है. इससे प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा में 8000 हेडमास्टर पद खत्म हो जाएंगे. प्राथमिक शिक्षक संघ इसके विरोध में उतर आया है.

जानकारी देते बेसिक शिक्षा मंत्री.
प्राथमिक विद्यालयों का विलय

उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राथमिक शिक्षा के ऐसे 16 हजार स्कूलों का अस्तित्व ही खत्म कर दिया है जो किसी जूनियर हाईस्कूल के परिसर से संचालित हो रहे थे अथवा विद्यालय जूनियर हाईस्कूल के पास स्थित हैं. सरकार का मानना है कि इससे उसने उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी का संकट दूर किया है. उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती सीधे तौर पर नहीं की जाती है. ऐसे विद्यालयों में प्राथमिक शिक्षा के अनुभवी और योग्य शिक्षकों को पदोन्नत किया जाता है. न्यायालय में मामला विचाराधीन होने की वजह से उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के पदोन्नति की प्रक्रिया रुकी हुई है. इस वजह से सरकार ने ऐसे प्राथमिक विद्यालयों का विलय किया है जो जूनियर हाईस्कूल के साथ संचालित हो रहे हैं.

इसे भी पढ़ें;-बदायूं: मामूली विवाद में छात्र ने की टेलर की हत्या, आरोपी गिरफ्तार

प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ कर रहा विरोध
सरकार के इस फैसले का विरोध उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ खुलकर कर रहा है. संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार ने जूनियर हाईस्कूल में शिक्षकों की कमी का बहाना बनाकर प्राथमिक विद्यालयों का विलय किया है तो इससे शिक्षकों की कमी कैसे पूरी हो जाएगी, क्योंकि प्राथमिक शिक्षा के जो शिक्षक प्रमोशन पाने के योग्य नहीं है वह बच्चों को शिक्षा कैसे देंगे.

लखनऊ: शिक्षा विभाग ने 16 हजार प्राथमिक विद्यालयों का जूनियर हाईस्कूलों में विलय कर दिया है. इससे प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा में 8000 हेडमास्टर पद खत्म हो जाएंगे. प्राथमिक शिक्षक संघ इसके विरोध में उतर आया है.

जानकारी देते बेसिक शिक्षा मंत्री.
प्राथमिक विद्यालयों का विलय

उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राथमिक शिक्षा के ऐसे 16 हजार स्कूलों का अस्तित्व ही खत्म कर दिया है जो किसी जूनियर हाईस्कूल के परिसर से संचालित हो रहे थे अथवा विद्यालय जूनियर हाईस्कूल के पास स्थित हैं. सरकार का मानना है कि इससे उसने उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी का संकट दूर किया है. उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती सीधे तौर पर नहीं की जाती है. ऐसे विद्यालयों में प्राथमिक शिक्षा के अनुभवी और योग्य शिक्षकों को पदोन्नत किया जाता है. न्यायालय में मामला विचाराधीन होने की वजह से उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के पदोन्नति की प्रक्रिया रुकी हुई है. इस वजह से सरकार ने ऐसे प्राथमिक विद्यालयों का विलय किया है जो जूनियर हाईस्कूल के साथ संचालित हो रहे हैं.

इसे भी पढ़ें;-बदायूं: मामूली विवाद में छात्र ने की टेलर की हत्या, आरोपी गिरफ्तार

प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ कर रहा विरोध
सरकार के इस फैसले का विरोध उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ खुलकर कर रहा है. संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार ने जूनियर हाईस्कूल में शिक्षकों की कमी का बहाना बनाकर प्राथमिक विद्यालयों का विलय किया है तो इससे शिक्षकों की कमी कैसे पूरी हो जाएगी, क्योंकि प्राथमिक शिक्षा के जो शिक्षक प्रमोशन पाने के योग्य नहीं है वह बच्चों को शिक्षा कैसे देंगे.

Intro:लखनऊ .उत्तर प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग ने 16000 प्राथमिक विद्यालयों का जूनियर हाई स्कूल में विलय कर दिया है. इससे प्रदेश के प्राथमिक शिक्षा में 8000 हेड मास्टर पद खत्म हो जाएंगे . प्राथमिक शिक्षक संघ इसके विरोध में उतर आया है और सरकार पर प्राथमिक शिक्षा से खिलवाड़ करने का आरोप लगा रहा है.


Body:उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राथमिक शिक्षा के ऐसे 16000 स्कूलों का अस्तित्व ही खत्म कर दिया है जो किसी जूनियर हाई स्कूल के परिसर से संचालित हो रहे थे अथवा वह विद्यालय जूनियर हाई स्कूल के बगल में स्थित है सरकार का मानना है कि इससे उसने उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी का संकट दूर किया है. उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती सीधे तौर पर नहीं की जाती है . ऐसे विद्यालयों में प्राथमिक शिक्षा के अनुभवी व योग्य शिक्षकों को पदोन्नत किया जाता है. न्यायालय में मामला विचाराधीन होने की वजह से उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के पदोन्नति की प्रक्रिया रुकी हुई है . इस वजह से सरकार ने ऐसे प्राथमिक विद्यालयों का विलय किया है जो जूनियर हाई स्कूल के साथ संचालित हो रहे हैं.

बाइट/ डॉ सतीश द्विवेदी बेसिक शिक्षा मंत्री

सरकार के इस फैसले का विरोध उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ खुलकर कर रहा है संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार ने जूनियर हाई स्कूल में शिक्षकों की कमी का बहाना बनाकर प्राथमिक विद्यालयों का विलय किया है तो इससे शिक्षकों की कमी कैसे पूरी हो जाएगी क्योंकि प्राथमिक शिक्षा के जो शिक्षक प्रमोशन पाने के योग्य नहीं है वह बच्चों को शिक्षा कैसे देगें । प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक को जूनियर हाई स्कूल के हेड मास्टर के अधीन करना भी उचित नहीं है. संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि शिक्षकों ने इसका सदैव विरोध किया है आगे भी इस मुद्दे पर आंदोलन किया जायेगा.

बाइट/ दिनेश चंद्र शर्मा अध्यक्ष उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ

पीटीसी अखिलेश तिवारी





Conclusion:
Last Updated : Jan 7, 2020, 3:03 PM IST
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