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सवारियों के लिए रजिस्टर्ड ई-रिक्शा से ढो रहे माल, अफसर बेखबर - उत्तर प्रदेश ताजा खबर

लखनऊ में ई-रिक्शा से चालक माल की सप्लाई करने पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं. सवारियों के लिए इनका रजिस्ट्रेशन होता है लेकिन शहर की सड़कों पर दौड़ रहे ई-रिक्शा (e-rickshaw) की तस्वीर कुछ और ही कहानी बयां कर रही है.

यात्रियों को ले जाने वाले ई-रिक्शा ढो रहे हैं माल
यात्रियों को ले जाने वाले ई-रिक्शा ढो रहे हैं माल
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Published : May 6, 2022, 6:05 PM IST

लखनऊ : महानगर की सड़कों पर दौड़ते ई-रिक्शा (e-rickshaw) यात्रियों के लिए रजिस्टर्ड कराए गए हैं. लेकिन इस रजिस्ट्रेशन का दुरूपयोग किया जा रहा है. इनका इस्तेमाल मालवाहक के रूप में किया जा रहा है. इसके चलते ई-कार्ट की बिक्री प्रभावित हो रही है. परिवहन विभाग को भी इससे घाटा हो रहा है क्योंकि ई-रिक्शा जब ई-कार्ट और पिकअप की जगह लेने लगेंगे तो इनका रजिस्ट्रेशन परिवहन विभाग में होने की नौबत ही नहीं आएगी.

यात्रियों को ले जाने वाले ई-रिक्शा ढो रहे हैं माल

आरटीओ कार्यालय में ई-रिक्शा (e-rickshaw) का रजिस्ट्रेशन यात्रियों को ले जाने के लिए होता है. असल में ई-रिक्शा चालक सवारियों की जगह सामान के आदान-प्रदान के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. ड्राइवरों को जब सवारियां नहीं मिलती हैं तो फिर वह सब्जी, किराने का सामान ढोने का काम करते है. इसकी वजह से व्यापारी और आम लोग कम भार वाले सामान के लिए ई-कार्ट का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे है. इससे ई-रिक्शा चालक को सीधा फायदा हो रहा है क्योंकि इन्हें सवारियों से ज्यादा कमाई सामान को ले जाने में होती है.

यह भी पढ़ें: हाईकोर्ट ने लाउडस्पीकर की मांग वाली याचिका को किया खारिज, कहा- ये मौलिक अधिकार नहीं

ओवर लोड ई-रिक्शा माल ढो रहे : चालक ई-रिक्शा के वजन से ज्यादा भार लाद लेते हैं. ऐसे में दुर्घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है. ओवरलोड होने की वजह से कभी-कभी ई-रिक्शा अनियंत्रित होकर पलट जाते हैं. दूसरे लोगों के लिए भी दुर्घटना का कारण बन जाते है. ई- रिक्शा का कुल वजन चार से पांच क्विंटल होता है. इससे भी ज्यादा वजन लादकर चालक पुलिस वालों के आंखों के सामने से ही ले जाते है. इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है.

सवारियों की जगह माल ले जाते है ई-रिक्शा: मालवाहक वाहन पर सवारियां ले जाने पर चेकिंग के दौरान कार्रवाई की जाती है. जब ई-रिक्शा सवारियों की जगह माल ढोते है तो उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. वहीं, पुलिस-प्रशासन की नाक के नीच चालक माल से ओवर लोड ई-रिक्शा दौड़ा रहे है. ई-रिक्शा का सवारियां ले जाने के लिए ही परमिट होता है. उसके बावजूद भी इन कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.

माल ढोने में होती है ज्यादा कमाई: सवारियों की तुलना में ई-रिक्शा पर माल ढोने में चालकों की कमाई कहीं ज्यादा होती है. इसलिए तमाम ई-रिक्शा चालकों ने तो आरटीओ में रजिस्ट्रेशन ई-रिक्शा का कराया है. चालक उसका इस्तेमाल सामान ले जाने के लिए कर रहे है. इससे ई-रिक्शा चालकों की कमाई भी अच्छी खासी हो जाती है. इसी वजह से चालक सवारियां नहीं माल ढोने पर ज्यादा फोकस कर रहे है.

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लखनऊ : महानगर की सड़कों पर दौड़ते ई-रिक्शा (e-rickshaw) यात्रियों के लिए रजिस्टर्ड कराए गए हैं. लेकिन इस रजिस्ट्रेशन का दुरूपयोग किया जा रहा है. इनका इस्तेमाल मालवाहक के रूप में किया जा रहा है. इसके चलते ई-कार्ट की बिक्री प्रभावित हो रही है. परिवहन विभाग को भी इससे घाटा हो रहा है क्योंकि ई-रिक्शा जब ई-कार्ट और पिकअप की जगह लेने लगेंगे तो इनका रजिस्ट्रेशन परिवहन विभाग में होने की नौबत ही नहीं आएगी.

यात्रियों को ले जाने वाले ई-रिक्शा ढो रहे हैं माल

आरटीओ कार्यालय में ई-रिक्शा (e-rickshaw) का रजिस्ट्रेशन यात्रियों को ले जाने के लिए होता है. असल में ई-रिक्शा चालक सवारियों की जगह सामान के आदान-प्रदान के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. ड्राइवरों को जब सवारियां नहीं मिलती हैं तो फिर वह सब्जी, किराने का सामान ढोने का काम करते है. इसकी वजह से व्यापारी और आम लोग कम भार वाले सामान के लिए ई-कार्ट का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे है. इससे ई-रिक्शा चालक को सीधा फायदा हो रहा है क्योंकि इन्हें सवारियों से ज्यादा कमाई सामान को ले जाने में होती है.

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ओवर लोड ई-रिक्शा माल ढो रहे : चालक ई-रिक्शा के वजन से ज्यादा भार लाद लेते हैं. ऐसे में दुर्घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है. ओवरलोड होने की वजह से कभी-कभी ई-रिक्शा अनियंत्रित होकर पलट जाते हैं. दूसरे लोगों के लिए भी दुर्घटना का कारण बन जाते है. ई- रिक्शा का कुल वजन चार से पांच क्विंटल होता है. इससे भी ज्यादा वजन लादकर चालक पुलिस वालों के आंखों के सामने से ही ले जाते है. इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है.

सवारियों की जगह माल ले जाते है ई-रिक्शा: मालवाहक वाहन पर सवारियां ले जाने पर चेकिंग के दौरान कार्रवाई की जाती है. जब ई-रिक्शा सवारियों की जगह माल ढोते है तो उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. वहीं, पुलिस-प्रशासन की नाक के नीच चालक माल से ओवर लोड ई-रिक्शा दौड़ा रहे है. ई-रिक्शा का सवारियां ले जाने के लिए ही परमिट होता है. उसके बावजूद भी इन कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.

माल ढोने में होती है ज्यादा कमाई: सवारियों की तुलना में ई-रिक्शा पर माल ढोने में चालकों की कमाई कहीं ज्यादा होती है. इसलिए तमाम ई-रिक्शा चालकों ने तो आरटीओ में रजिस्ट्रेशन ई-रिक्शा का कराया है. चालक उसका इस्तेमाल सामान ले जाने के लिए कर रहे है. इससे ई-रिक्शा चालकों की कमाई भी अच्छी खासी हो जाती है. इसी वजह से चालक सवारियां नहीं माल ढोने पर ज्यादा फोकस कर रहे है.

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