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8 साल की उम्र में लापता हुई थी फूलमती, 49 साल बाद आजमगढ़ पुलिस ने परिवार से मिलाया - MISSING WOMAN FOUND FAMILY

1975 में मुरादाबाद से लापता हुई थी 8 साल की बच्ची, मऊ और आजमगढ़ में रहता था परिवार

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भाई-बहन मिले तो नम हो गई आंखें (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 12 hours ago

आजमगढ़: यूपी के आजमगढ़ जिले में ऑपरेशन मुस्कान अभियान के तहत पुलिस ने एक 57 साल की महिला को 49 साल बाद उसके बिछड़े परिवार से मिला. गुम हुई बहन को देखकर भाई की भी आंखे नम हो गई. परिवार में खुशियां लौट आई. ये बच्ची साल 1975 में मुरादाबाद के मेले से गुम हो गई थी. बिछड़े भाई-बहन को मिलाने के इस आजमगढ़ पुलिस के सराहनीय कार्य की परिजन और इलाके के लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं.

बता दें कि पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना की ओर से जिले में ऑपरेशन मुस्कान अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत अपहृत और गुमशुदा लोगों की बरामदगी की जाती है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 19 दिसंबर 2024 को रामपुर जिले के प्राइमरी स्कूल पजावा बिलासपुर की महिला शिक्षक डॉ. पूजा रानी ने अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र लाल से संपर्क किया था. पूजा रानी ने शैलेंद्र लाल से गुहार लगाई थी कि 49 साल पहले एक महिला लापता हुई थी लेकिन उसको सिर्फ मामा और उसके गांव का नाम पता है. उसके परिजनों को खोजने के लिए पहल करें.

मीडिया से बातचीत करती फूलमती (Video Credit; ETV Bharat)

शिक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि एक महिला फूलमती (57) जो 49 सास पहले साल 1975 में जब वो आठ साल की थी अपनी मां श्यामादेई के साथ मुरादाबाद मेले में गई थी. जहां एक बूढ़े व्यक्ति ने फूलमती को लालच देकर अपने साथ लेकर चला गया. जहां उसने बच्ची को कुछ दिन अपने साथ रखा. इसके बाद फिर बुजुर्ग ने रामपुर जिले के भोंट थाना क्षेत्र के रायपुर गांव निवासी लालता प्रसाद गंगवार के हाथों बेच दिया. लालता प्रसाद ने बाद में फूलमती से शादी कर ली जिसके बाद उसको एक पुत्र हुआ, जिसका नाम सोमपाल (34) है. फूलमती अपना परिवार तलाश रही है. जो आजमगढ़ में होने की बात कह रही है.

एसपी सिटी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक टीम गठित कर दी. गठित टीम की ओर से रामपुर जाकर फूलमती को आजमगढ़ में लाया गया. पुलिस ने फूलमती से पूछताछ किया तो उसने बताया कि उसके मामा का नाम रामचंदर है जो चूंटीदार में रहते हैं. उनके घर के आंगन में एक कुआं है. पुलिस इतनी सूचना लेकर चूंटीदार गांव और इससे मिलते-जुलते नाम के गांव की तलाश आजमगढ़ के साथ ही आस-पास के जिलों में किया गया.

आजमगढ़ पुलिस ने जांच में पाया कि चूंटीदार गांव मऊ जिले के दोहरीघाट थाने में है. पुलिस की टीम फूलमती की ओर से बताए गए स्थान के बारे में और अधिक जानकारी जुटाकर उसके मामा के घर पर पहुंची. जहां महिला के तीन मामा में से एक मामा रामहित मिले. इनके द्वारा फूलमती के गुमशुदी की पुष्टि करते हुए बताया गया कि उसका एक भाई भी है जिसका नाम लालधर है, जो आजमगढ़ के रौनापार थाना क्षेत्र के वेदपुर में रहता है. महिला के भाई ने भी उसके गुमशुदा होने की बात को स्वीकारा. इस तरह एक लंबे अभियान के बाद फूलमती को उसके परिजनों से मिलाया गया.

यह भी पढ़ें : रामपुर में लापता बच्चे का अधजला शव नाले में मिला, तंत्र-मंत्र में हत्या का शक

आजमगढ़: यूपी के आजमगढ़ जिले में ऑपरेशन मुस्कान अभियान के तहत पुलिस ने एक 57 साल की महिला को 49 साल बाद उसके बिछड़े परिवार से मिला. गुम हुई बहन को देखकर भाई की भी आंखे नम हो गई. परिवार में खुशियां लौट आई. ये बच्ची साल 1975 में मुरादाबाद के मेले से गुम हो गई थी. बिछड़े भाई-बहन को मिलाने के इस आजमगढ़ पुलिस के सराहनीय कार्य की परिजन और इलाके के लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं.

बता दें कि पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना की ओर से जिले में ऑपरेशन मुस्कान अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत अपहृत और गुमशुदा लोगों की बरामदगी की जाती है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 19 दिसंबर 2024 को रामपुर जिले के प्राइमरी स्कूल पजावा बिलासपुर की महिला शिक्षक डॉ. पूजा रानी ने अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र लाल से संपर्क किया था. पूजा रानी ने शैलेंद्र लाल से गुहार लगाई थी कि 49 साल पहले एक महिला लापता हुई थी लेकिन उसको सिर्फ मामा और उसके गांव का नाम पता है. उसके परिजनों को खोजने के लिए पहल करें.

मीडिया से बातचीत करती फूलमती (Video Credit; ETV Bharat)

शिक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि एक महिला फूलमती (57) जो 49 सास पहले साल 1975 में जब वो आठ साल की थी अपनी मां श्यामादेई के साथ मुरादाबाद मेले में गई थी. जहां एक बूढ़े व्यक्ति ने फूलमती को लालच देकर अपने साथ लेकर चला गया. जहां उसने बच्ची को कुछ दिन अपने साथ रखा. इसके बाद फिर बुजुर्ग ने रामपुर जिले के भोंट थाना क्षेत्र के रायपुर गांव निवासी लालता प्रसाद गंगवार के हाथों बेच दिया. लालता प्रसाद ने बाद में फूलमती से शादी कर ली जिसके बाद उसको एक पुत्र हुआ, जिसका नाम सोमपाल (34) है. फूलमती अपना परिवार तलाश रही है. जो आजमगढ़ में होने की बात कह रही है.

एसपी सिटी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक टीम गठित कर दी. गठित टीम की ओर से रामपुर जाकर फूलमती को आजमगढ़ में लाया गया. पुलिस ने फूलमती से पूछताछ किया तो उसने बताया कि उसके मामा का नाम रामचंदर है जो चूंटीदार में रहते हैं. उनके घर के आंगन में एक कुआं है. पुलिस इतनी सूचना लेकर चूंटीदार गांव और इससे मिलते-जुलते नाम के गांव की तलाश आजमगढ़ के साथ ही आस-पास के जिलों में किया गया.

आजमगढ़ पुलिस ने जांच में पाया कि चूंटीदार गांव मऊ जिले के दोहरीघाट थाने में है. पुलिस की टीम फूलमती की ओर से बताए गए स्थान के बारे में और अधिक जानकारी जुटाकर उसके मामा के घर पर पहुंची. जहां महिला के तीन मामा में से एक मामा रामहित मिले. इनके द्वारा फूलमती के गुमशुदी की पुष्टि करते हुए बताया गया कि उसका एक भाई भी है जिसका नाम लालधर है, जो आजमगढ़ के रौनापार थाना क्षेत्र के वेदपुर में रहता है. महिला के भाई ने भी उसके गुमशुदा होने की बात को स्वीकारा. इस तरह एक लंबे अभियान के बाद फूलमती को उसके परिजनों से मिलाया गया.

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