लखनऊ: प्रदेश में नदियों को साफ करने के राज्य सरकार के सभी दावे फेल साबित हो रहे हैं. ईटीवी भारत ने जब नदियों की सफाई व्यवस्था जानने के लिए रियलटी चेक किया तो हकीकत कुछ और ही सामने आई. यूपी की राजधानी लखनऊ में गोमती नदी गंदगी के कारण बदहाल हो गई है. तट पर जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा है, जबकि सिंचाई विभाग और नगर निगम के अधिकारी समय-समय पर नदी की सफाई कराने का दावा कर रहे हैं.
नदी में जलकुंभी का अंबार
गोमती नदी में गंदगी के साथ बड़ी-बड़ी जलकुंभी चारों ओर फैली है. इतना ही नहीं नदी में प्लास्टिक कचरे की भरमार है. वहीं सिंचाई विभाग और नगर निगम के अधिकारी लगातार नदी की सफाई कराने का दावा कर रहे हैं. स्थानीय निवासी ज्ञानेश वाजपेयी ने बताया कि अधिकारी सिर्फ कागज पर अभियान चलाते हैं और धरातल पर सिर्फ फोटो खिंचवाते हैं. अगर कभी कुछ समय के लिए सफाई भी कराई गई है, तो उसके फोटो वायरल करने लगते हैं.
अधिकारियों का दावा, दो दिन पहले हुई थी नदी की सफाई
लखनऊ के अपर नगर आयुक्त अमित कुमार ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अधिकारियों और कर्मचारियों ने श्रमदान करते हुए नहीं की सफाई की थी. उन्होंने कहा कि गोमती की सफाई की जिम्मेदारी सिंचाई विभाग के पास है. हम लोग लगातार प्रयास करते हैं कि गोमती नदी साफ, अविरल और निर्मल बनी रहे.