लखनऊ. सपा की सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति रेप केस में आरोपी होने के चलते जेल में बंद है. हालांकि जेल की सलाखों से ही गायत्री प्रजापति का सपा की राजनीति में पूरा दखल जारी है. विधानसभा चुनाव में गायत्री प्रजापति की पत्नी महाराजी देवी को समाजवादी पार्टी से टिकट मिला. गायत्री ने अपने प्रभाव और रणनीति से पत्नी को विधानसभा सदस्य निर्वाचित करा दिया.
पत्नी महराजी देवी को अमेठी सीट से विधानसभा चुनाव का टिकट दिलाने से लेकर चुनाव जिताने में गायत्री प्रजापति की पूरी भूमिका रही. उन्होंने जेल से ही ऐसी बिसात बिछाई कि पत्नी के सामने पूर्व केंद्रीय मंत्री राजा संजय सिंह (Former Union Minister Raja Sanjay Singh) करीब 17 हजार वोट से चुनाव हार गए. संजय सिंह को भाजपा ने अमेठी से चुनाव मैदान में उतारा था. भाजपा ने अमेठी में संजय सिंह को जिताने में काफी मेहनत की थी लेकिन गायत्री जेल में रहकर ही पत्नी महराजी देवी को विधानसभा भेजने में सफल रहे.
अब उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव हो रहे हैं. तब भी गायत्री प्रजापति समाजवादी पार्टी में सक्रिय हैं. अपने हिसाब से अपने लोगों को एडजस्ट करा रहे हैं. इसमें गायत्री की समाजवादी पार्टी की आंतरिक राजनीति में दखल और पकड़ दिखती है. गायत्री प्रजापति ने अपनी बहू शिल्पा प्रजापति को सुल्तानपुर सीट से स्थानीय प्राधिकारी एमएलसी चुनाव का टिकट दिलवाया है.
देखना दिलचस्प होगा स्थानीय प्राधिकारी यानी एमएलसी चुनाव में बहू शिल्पा प्रजापति को जिताने में गायत्री प्रजापति कामयाब होते हैं या नहीं. इस समय समाजवादी पार्टी की राजनीति में गायत्री प्रजापति की दखलंदाजी चर्चा का विषय है. हालांकि समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता इस विषय पर बोलने से मना कर रहे हैं.
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क्या कहते हैं राजनीतिक विश्लेषक
राजनीतिक विश्लेषक विजय उपाध्याय कहते हैं कि गायत्री प्रजापति कई मामलों को लेकर जेल में बंद हैं. उनकी पत्नी अभी विधानसभा चुनाव में अमेठी सीट से निर्वाचित हुई हैं. गायत्री जेल में हैं. उसके बावजूद उनका प्रभाव रहा और उनके प्रति सहानुभूति से ही पत्नी महाराजी प्रजापति को विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने में सफलता मिली है. अब एमएलसी चुनाव में भी जेल में रहते हुए ही उन्होंने बहू शिल्पा प्रजापति को टिकट दिला दिया है. यह भी उनकी सपा की राजनीति में दखल को दिखाता है.
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