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कैसरबाग बस अड्डे पर कूड़ा निस्तारण की अनूठी व्यवस्था, नहीं नजर आएगी गंदगी

कैसरबाग बस अड्डे के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रमेश सिंह बिष्ट ने बताया कि नगर निगम की तरफ से प्राइवेट फर्म के जरिए कैसरबाग बस अड्डे की पार्किंग में कूड़ा निस्तारण के लिए एक प्लांट तैयार हो रहा है. अब तक काफी काम हो चुका है. जल्द ही बचा हुआ काम भी पूरा कर लिया जाएगा. बताया कि बस अड्डे प्रति घंटे लगभग 2000 से 3000 यात्री आते हैं.

रमेश सिंह बिष्ट
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Published : Nov 13, 2021, 9:18 PM IST

लखनऊ : बस अड्डे पर कूड़े का सही से निस्तारण हो सके, इसके लिए कैसरबाग बस अड्डे पर प्रदेश में अपनी तरह का अलग कूड़ा निस्तारण व्यवस्था लागू होने जा रही है. अभी तक इस तरह की व्यवस्था दिल्ली में ही है. एक प्राइवेट फर्म नगर निगम की तरफ से बस स्टैंड पर यह मॉडर्न सिस्टम तैयार कर रही है.

लखनऊ के कैसरबाग बस अड्डे को उत्तर प्रदेश का पहला एसी बस स्टैंड बनाया गया है. अब गंदगी का निस्तारण करने के मामले में भी ये प्रदेश का पहला बस अड्डा साबित होगा.

रमेश सिंह बिष्ट

इसे भी पढ़ेः लखनऊ: यहां बनेगा लखनऊ का 5वां बड़ा बस स्टैंड, अधिकारियों की लगी मोहर

कैसरबाग बस अड्डे पर नगर निगम की तरफ से एक प्राइवेट फर्म को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके तहत लगभग 20 फुट गहरा गड्ढा बनाकर इसमें दोनों तरफ अलग-अलग तरह के कूड़े-कचरे के फेंकने की व्यवस्था की गई है.

परिवहन निगम के अधिकारी बताते हैं कि इसमें दो बास्केट रखी जाएंगी. एक बड़ी बास्केट और एक छोटी बास्केट. इसके बाद नगर निगम की कूड़ा गाड़ी यहां आएगी और सीधे हाइड्रोलिक सिस्टम से बास्केट को उठाकर पूरा कूड़ा गाड़ी में डंप कर दिया जाएगा. इसका फायदा ये होगा कि बस स्टैंड पर इधर-उधर कूड़ा फैला हुआ नजर नहीं आएगा जिससे बस अड्डा साफ-सुथरा दिखेगा.

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कैसरबाग बस अड्डे के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रमेश सिंह बिष्ट ने बताया कि नगर निगम की तरफ से प्राइवेट फर्म के जरिए कैसरबाग बस अड्डे की पार्किंग में कूड़ा निस्तारण के लिए एक प्लांट तैयार हो रहा है. अब तक काफी काम हो चुका है. जल्द ही बचा हुआ काम भी पूरा कर लिया जाएगा. बताया कि बस अड्डे प्रति घंटे लगभग 2000 से 3000 यात्री आते हैं.

ऐसे में 10 प्रतिशत यात्री भी कूड़ा फैलाते हैं तो बस स्टैंड पर इधर-उधर कचरे का ढेर लग जाता है. हालांकि लगातार साफ-सफाई कराई जाती है.

लखनऊ : बस अड्डे पर कूड़े का सही से निस्तारण हो सके, इसके लिए कैसरबाग बस अड्डे पर प्रदेश में अपनी तरह का अलग कूड़ा निस्तारण व्यवस्था लागू होने जा रही है. अभी तक इस तरह की व्यवस्था दिल्ली में ही है. एक प्राइवेट फर्म नगर निगम की तरफ से बस स्टैंड पर यह मॉडर्न सिस्टम तैयार कर रही है.

लखनऊ के कैसरबाग बस अड्डे को उत्तर प्रदेश का पहला एसी बस स्टैंड बनाया गया है. अब गंदगी का निस्तारण करने के मामले में भी ये प्रदेश का पहला बस अड्डा साबित होगा.

रमेश सिंह बिष्ट

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कैसरबाग बस अड्डे पर नगर निगम की तरफ से एक प्राइवेट फर्म को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके तहत लगभग 20 फुट गहरा गड्ढा बनाकर इसमें दोनों तरफ अलग-अलग तरह के कूड़े-कचरे के फेंकने की व्यवस्था की गई है.

परिवहन निगम के अधिकारी बताते हैं कि इसमें दो बास्केट रखी जाएंगी. एक बड़ी बास्केट और एक छोटी बास्केट. इसके बाद नगर निगम की कूड़ा गाड़ी यहां आएगी और सीधे हाइड्रोलिक सिस्टम से बास्केट को उठाकर पूरा कूड़ा गाड़ी में डंप कर दिया जाएगा. इसका फायदा ये होगा कि बस स्टैंड पर इधर-उधर कूड़ा फैला हुआ नजर नहीं आएगा जिससे बस अड्डा साफ-सुथरा दिखेगा.

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कैसरबाग बस अड्डे के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रमेश सिंह बिष्ट ने बताया कि नगर निगम की तरफ से प्राइवेट फर्म के जरिए कैसरबाग बस अड्डे की पार्किंग में कूड़ा निस्तारण के लिए एक प्लांट तैयार हो रहा है. अब तक काफी काम हो चुका है. जल्द ही बचा हुआ काम भी पूरा कर लिया जाएगा. बताया कि बस अड्डे प्रति घंटे लगभग 2000 से 3000 यात्री आते हैं.

ऐसे में 10 प्रतिशत यात्री भी कूड़ा फैलाते हैं तो बस स्टैंड पर इधर-उधर कचरे का ढेर लग जाता है. हालांकि लगातार साफ-सफाई कराई जाती है.

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