लखनऊः पुलिस ने धोखाधड़ी कर फर्जी तरीके से शैक्षिण प्रमाण-पत्र तैयार कर छात्र-छात्राओं को गुमराह कर मोटी रकम वसूलने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है. चिनहट पुलिस ने मटियारी चौराहे के पास चेकिंग के दौरान एक फॉर्च्यूनर सवार तीन लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.
पकड़े गए आरोपियों के पास से पुलिस ने 180 मार्कशीट, 17 विभिन्न प्रकार की मुहर, इन कीपैड, यूपी 36 डी 6575 टोयोटा फॉर्च्यूनर सफेद रंग की कार, 3 मोबाइल, फर्जी दस्तावेज के बिक्री से प्राप्त 28 हजार रुपये नगद, आरोपी के बयान और निशानदेही पर कार्यालय भवन संख्या 105/224 ए ब्लॉक फूलबाग थाना हुसैनगंज लखनऊ से तीन सीपीयू, एक कलर प्रिंटर, 11 बोतल कलर इंक, 3 डाटा केबल, 20 गद्दी सादा पेपर शैक्षिक प्रमाण पत्र बनाने वाला, 42 रजिस्टर फर्जी तरीके से छात्र-छात्राओं की एंट्री में प्रयोग होने वाला बरामद किया गया है.
मिली जानकारी के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों की पहचान मनीष प्रताप सिंह हुसैनगंज का रहने वाला, गोविंद अग्रवाल गौतमबुद्ध नगर नोएडा का रहने वाला और अमित सिसोदिया हुसैनगंज निवासी के रूप में हुई है. पकड़े गए इन आरोपियों के द्वारा 600 से अधिक फेल छात्रों को पास की मार्कशीट उपलब्ध कराई जा चुकी है. इन आरोपियों के पास से स्टेट बोर्ड ऑफ मदरसा एजुकेशन, बोर्ड हायर एजुकेशन दिल्ली, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल, महाकौशल आयुर्वेदिक बोर्ड जबलपुर, राजकीय इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग लखनऊ यूपी, नेशनल नर्सिंग एंड मिडवाइजरी काउंसलिंग ऑफ इंडिया जैसी प्रतिष्ठित बोर्ड के नाम की 180 फर्जी मार्कशीट बरामद हुई है. पकड़े गए आरोपी अपना जीवन खुशहाल तरीके से जीने के लिए लोगों के साथ धोखाधड़ी करने का काम करते थे. इसके साथ ही छात्र-छात्राओं के फेल होने पर उन्हें पास की मार्कशीट दिलाने के नाम पर उनसे मोटी रकम भी वसूला करते थे. छात्राओं को फर्जी मार्कशीट देकर यह शातिर आरोपी रफूचक्कर हो जाते थे.
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चिनहट इंस्पेक्टर घनश्याम मणि त्रिपाठी के मुताबिक मटियारी चौराहा के पास पुलिस चेकिंग अभियान चला रही थी. इसी बीच सफेद रंग के फॉर्च्यूनर कार यूपी-36 डी, 6575 आती हुई नजर आई. जिसको संदिग्ध मानते हुए रोका गया, तो कार सवार ने स्पीड बढ़ाकर कर भागने का प्रयास किया. इसी बीच पुलिस ने उसकी घेराबंदी कर उस गाड़ी से 3 लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ की. जिसके बाद ही इस घटना का खुलासा हुआ. पकड़े गए आरोपी लखनऊ समेत अन्य राज्यों में भी छात्र-छात्राओं के साथ धोखाधड़ी करने का काम करते चले आ रहे थे. इनके द्वारा लगभग 600 से अधिक फेल हुए छात्र-छात्राओं को मोटी रकम लेकर फर्जी मार्कशीट दी गई है. जिसमें उनको पासिंग अंक दिए गए थे. फिलहाल अभी इन आरोपों के बारे में और जानकारी इकट्ठा कर रही है. इसके साथ-साथ इस ग्रुप में और कौन-कौन लोग शामिल हैं. इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है.