लखनऊ: इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (Association for Democratic Reform) की ओर से यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के सातवें चरण के मतदान से पहले एक रिपोर्ट जारी किया गया है. जिसमें सातवें चरण के सर्वदलीय प्रत्याशियों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया गया है. साथ ही बताया गया कि सातवें चरण में चुनाव लड़ रहे 613 में से 607 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण करते हुए उक्त रिपोर्ट को पेश किया गया है. वहीं, 6 उम्मीदवारों का शपथ पत्र स्पष्ट न होने के कारण उनका विश्लेषण नहीं हो सका.
7वें चरण में सबसे अधिक सपा ने उतारे दागी प्रत्याशी
जारी रिपोर्ट में कहा गया कि 607 में से 170 (28%) उम्मीदवारों ने खुद के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है तो वहीं, 131 (22%) के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. दलवार अगर ऐसे प्रत्याशियों की सूची देखे तो पाएंगे कि समाजवादी पार्टी के 45 में से 26 (58%) प्रत्याशियों के खिलाफ ऐसे मामले दर्ज हैं तो वहीं, भाजपा के 47 में से 26 (44%), बसपा के 52 में से 20 (38%), काग्रेस के 54 में से 20 (37%) और आम आदमी पार्टी के 47 में से 8 (17%) के खिलाफ आपराधिक मामले घोषित हैं.
गंभीर आपराधिक मामले
वहीं, गंभीर आपराधिक मामलों की बात करें तो इस सूची में भी समाजवादी पार्टी दूसरे दलों की तुलना में कहीं आगे हैं. इसमें सपा के 45 में से 20 (44%), भाजपा के 47 में से 19 (40%), बसपा के 52 में से 13 (25%), काग्रेस के 54 में से 12 (22%) और आम आदमी पार्टी के 47 में से 7 (15%) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
इनके खिलाफ दर्ज हैं सबसे अधिक आपराधिक मामले
सातवें चरण में उम्मीदवारों की ओर से घोषित आपराधिक मामलों में पहले स्थान पर प्रगतिशील मानव समाज पार्टी से विजय मिश्रा हैं, जो भदोही के ज्ञानपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं. उनके ऊपर 24 मामले दर्ज हैं तो (गंभीर धराएं 50), दूसरे स्थान पर गाजीपुर जनपद के गाजीपुर विधानसभा सीट से बसपा के राज कुमार सिंह गौतम हैं, जिनके ऊपर 11 मामले (गंभीर धाराएं 25) और तीसरे स्थान पर कांग्रेस के वाराणसी पिंडर विधानसभा क्षेत्र से अजय राय हैं. जिनके ऊपर 17 मामले दर्ज (गंभीर धाराएं 18) हैं.
उम्मीदवारों पर महिला अपराध से जुड़े मामले भी दर्ज
11 उम्मीदवारों ने महिलाओं के ऊपर अत्याचार से संबंधित मामले घोषित किए हैं. इनमें 11 में से 2 उम्मीदवारों पर दुष्कर्म (आईपीसी-376) से संबंधित मामला घोषित हैं. वहीं, 7 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या (आईपीसी-302) से संबंधित मामले घोषित किए हैं तो 25 उम्मीदवारों ने खुद पर हत्या के प्रयास (आईपीसी-307) से संबंधित मामले घोषित किए हैं.
BJP के सबसे ज्यादा करोड़पति प्रत्याशी
सातवें चरण में करोड़पति उम्मीदवारों की बात करें तो 607 में से 217 (36%) करोड़पति प्रत्याशी मैदान में हैं. चुनाव में धनबल की भूमिका इस बात से स्पष्ट होती है कि सभी प्रमुख सियासी दलों ने धनी उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं. वहीं, दलवार करोड़पति उम्मीदवारों की सूची देखे तो पाएंगे कि सबसे अधिक सूबे की सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने करोड़पतियों को उम्मीदवार बनाया है. भाजपा के 47 में से 40 (85%), समाजवादी पार्टी के 45 में से 37 (82% ), बसपा के 52 में से 41 (79%), कांग्रेस के 54 में से 22 (41%) और आप के 47 में से 15 (32%) उम्मीदवार करोड़पति हैं. जिनकी घोषित संपत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक है.
ये हैं सबसे अधिक अमीर
सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित करने वाले शीर्ष 3 उम्मीदवारों में पहले स्थान पर एआईएमआईएम के आजमगढ़ के मुबारकपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी गुड्डू जमाली हैं, जिन्होंने अपनी संपत्ति 195 करोड़ बताई है. वहीं इस सूची में दूसरे स्थान पर वाराणसी के पिंडरा विधानसभा सीट से बसपा के बाबूलाल हैं, जिनकी संपत्ति 44 करोड़ है तो तीसरे स्थान पर बसपा के ही आजमगढ़ के निजामाबाद विधानसभा सीट से प्रत्याशी पीयूष कुमार सिंह हैं, जिन्होंने अपनी संपत्ति 34 करोड़ बताई है.
इन्होंने घोषित की देनदारी
यूपी चुनाव 2022 के सातवें चरण में उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 2.55 करोड़ रुपये सामने आई है तो वहीं, 233 (38%) उम्मीदवारों ने अपनी देनदारी भी घोषित की है. जबकि 33 (5%) उम्मीदवारों ने अपना पैन विवरण ही मुहैया नहीं कराया.
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वहीं, रिपोर्ट में 214 (35%) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं से 12वीं के बीच घोषित की है. जबकि 346 (57%) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे अधिक घोषित की है. इसके अलावा 10 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की है. वहीं, 30 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और 4 ने खुद को निरक्षर घोषित किया है.
मैदान में 37% युवा उम्मीदवार
इधर, रिपोर्ट में 224 (37%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की हैं, जबकि 398 (49%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की है तो वहीं, 83 (14%) ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच बताई हैं. इसके अलावा दो उम्मीदवारों ने अपनी आयु 80 वर्ष से अधिक घोषित की है. वहीं अबकी सातवें चरण में 75 (12%) महिला उम्मीदवार मैदान में हैं.
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