लखनऊः कोरोना संक्रमण के चलते लोगों ने अपनी इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के लिए रसदार फलों का सेवन अधिक कर दिया है. जिसकी वजह से फलों के दामों में भी लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. इसके साथ ही अंगूर, संतरा, मौसमी और किन्नू की आवक बाहर से मंडियों में कम हो रही है. कम आवक और अधिक खपत के कारण फलों के दामों में उछाल देखा जा रहा है.
रसदार फलों की डिमांड बढ़ी
डॉक्टर्स का कहना है कि रसदार फल कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं. जिसके कारण लोगों ने अंगूर, संतरा, किन्नू, मौसमी सहित तमाम फलों का सेवन अधिक कर दिया है. इसके साथ ही रमजान और नवरात्र के दिन भी नजदीक है. ऐसे में बाहर से आने वाले फलों की पूर्ति बहुत मुश्किल से हो पा रही है. फुटकर में संतरे का दाम 120 रुपये, अंगूर 80, आम 90, पपीता 40, तरबूज 20, खरबूज 60, काला अंगूर 110, सेब 100, अमरूद 30, मौसमी 80 रुपये किलो बिक रहे हैं. वहीं, नारियल 30 रुपये प्रति पीस, केला 50 रुपये दर्जन, बेल 30 रुपये प्रति पीस मंडियों में बिक रहे हैं.
मंडियों में कम पहुंच रहे फल
नवीन फल मंडी के आढती समीर द्विवेदी का कहना है कि पहले से फलों की मांग ज्यादा बढ़ी है दूसरा मंडी में फल कम आ रहे हैं. बेंगलुरु, महाराष्ट्र, गुजरात, नागपुर और आंध्रप्रदेश से फल मंडी में नहीं पहुंच रहे हैं. वहीं, रसदार फलों के सीजन खत्म होने वाले हैं. इसके अलावा रमजान और नवरात्र के पर्व नजदीक आने के कारण फलों के दामों बढ़ रहे हैं.