लखनऊः प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के 23 सितम्बर को तीन साल हो गए है. इसको लेकर यूपी के सभी जिलों में कार्यक्रम किए गए. वहीं योगी सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा फैसला किया है. प्रदेश में जिन गरीबों को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ नहीं मिल सका है उन्हें ' मुख्यमंत्री जन आरोग्य' योजना से जोड़ने का फैसला किया है. इसमें अभी तक श्रमिकों को जोड़ा गया था, अब आज से अंत्योदय कार्ड धारकों को भी लाभ मिलने लगेगा. इसके लिए शुक्रवार से कार्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं.
स्टेट हेल्थ एजेंसी की सीईओ संगीता सिंह के मुताबिक यूपी में 1.18 करोड़ परिवार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान योजना ) से जुड़े हैं. इन परिवारों में करीब छह करोड़ सदस्य हैं. योजना के तहत सरकारी व निजी अस्पतालों में पांच लाख तक का इलाज मुफ्त है. लेकिन, बड़ी तादाद में शामिल परिवार के सदस्य अभी योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. इसके लिए अभियान चलाकर लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड मुहैया कराया जा रहा है. करीब 30 लाख कार्ड बनाए जा चुके हैं. 30 सितम्बर तक अभी अभियान चलेगा.
योगी सरकार का बड़ा फैसला, यूपी में आज से अंत्योदय कार्डधारकों को मिलेगा मुफ्त इलाज का तोहफा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी योजना 'आयुष्मान भारत' के तीन साल पूरे होने पर पर योगी सरकार ने बड़ा फैसला किया है. प्रदेश में जिन गरीबों को को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ नहीं मिल सका है उन्हें ' मुख्यमंत्री जन आरोग्य' योजना से जोड़ने का फैसला किया है. इसमें अभी तक श्रमिकों को जोड़ा गया था, अब कल से अंत्योदय कार्ड धारकों को भी लाभ मिलने लगेगा.
लखनऊः प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के 23 सितम्बर को तीन साल हो गए है. इसको लेकर यूपी के सभी जिलों में कार्यक्रम किए गए. वहीं योगी सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा फैसला किया है. प्रदेश में जिन गरीबों को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ नहीं मिल सका है उन्हें ' मुख्यमंत्री जन आरोग्य' योजना से जोड़ने का फैसला किया है. इसमें अभी तक श्रमिकों को जोड़ा गया था, अब आज से अंत्योदय कार्ड धारकों को भी लाभ मिलने लगेगा. इसके लिए शुक्रवार से कार्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं.
स्टेट हेल्थ एजेंसी की सीईओ संगीता सिंह के मुताबिक यूपी में 1.18 करोड़ परिवार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान योजना ) से जुड़े हैं. इन परिवारों में करीब छह करोड़ सदस्य हैं. योजना के तहत सरकारी व निजी अस्पतालों में पांच लाख तक का इलाज मुफ्त है. लेकिन, बड़ी तादाद में शामिल परिवार के सदस्य अभी योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. इसके लिए अभियान चलाकर लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड मुहैया कराया जा रहा है. करीब 30 लाख कार्ड बनाए जा चुके हैं. 30 सितम्बर तक अभी अभियान चलेगा.