लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की तरफ से आठ मार्च 2024 को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बुजुर्ग महिलाओं को रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा की सौगात पर मुहर लगाए जाने की पूरी उम्मीद है. सरकार इस तारीख को शुभ मुहूर्त मान रही है. 60 साल से ऊपर की महिलाओं को परिवहन निगम की बसों से मुफ्त यात्रा का तोहफा देने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला स्पेशल पिंक बसों में वर्ष 2018 की तरह ही महिला यात्रियों को फ्री यात्रा कराने का भी प्लान है. इस दिन से प्रदेश में महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा का उपहार देकर सरकार एक तीर से कई निशाने साध सकती है. मार्च माह में ऐसी सौगात इसलिए भी दिए जाने की पूरी संभावना है क्योंकि इसके ठीक एक या दो माह बाद लोकसभा चुनाव होने वाले होंगे तो जनता को लुभाने का ये बहुत बड़ा दांव साबित हो सकता है.
रक्षाबंधन में दी थी सुविधा : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की 11 हजार बसों में लाखों बुजुर्ग महिलाओं को मुफ्त यात्रा करने की तैयारी अब तेजी से शुरू हो गई है. बुजुर्ग महिलाओं को फ्री यात्रा करने के लिए सरकार की तरफ से परिवहन निगम को प्रतिकार का भुगतान किया जाएगा. अनुपूरक बजट में इसके लिए एक करोड़ रुपये का प्रावधान भी किया गया है. उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि 60 साल के ऊपर की महिलाओं के लिए आठ मार्च यानी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इस बड़ी सौगात की शुरुआत हो सकती है. महिला दिवस पर महिलाओं के लिए इससे बड़ा तोहफा शायद ही कोई हो सके. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार हर साल रक्षाबंधन के मौके पर बहनों को भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए बसों में मुफ्त यात्रा की सौगात देती रही है. भारतीय जनता पार्टी ने अपने संकल्प पत्र में वर्ष 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में दोबारा सत्ता में आने के बाद बुजुर्ग महिलाओं को बसों में मुफ्त यात्रा का उपहार देने का संकल्प लिया था. सरकार दोबारा सत्ता में वापस हुई इसलिए अब इस पर कार्रवाई शुरू की गई है.
महिला स्पेशल पिंक बसों है सुविधा : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर साल 2018 से पहले रोडवेज बस बेड़े में जुड़ीं महिला स्पेशल पिंक बसों में महिलाओं को फ्री जर्नी का कूपन दिया गया था. इस दिन पिंक बसों में महिलाओं ने मुफ्त यात्रा की थी और उन्हें रिटर्न जर्नी कूपन भी परिवहन निगम की तरफ से उपलब्ध कराया गया था. लखनऊ के कैसरबाग बस स्टेशन पर तत्कालीन अपर प्रबंध निदेशक अदिति सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंह, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अमरनाथ सहाय और सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अंबरीन अख्तर ने बसों में महिलाओं को गुलाब का फूल और फ्री जर्नी कूपन उपलब्ध कराया था. परिवहन निगम के सूत्रों की मानें तो इस बार भी बुजुर्ग महिलाओं के साथ ही महिला दिवस पर महिला स्पेशल पिंक बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सौगात दी जा सकती है.
लोकसभा चुनाव में मिल सकता है फायदा : राजनीति के जानकारी मानते हैं कि सरकार ने बुजुर्ग महिलाओं को बसों में मुफ्त यात्रा की सौगात दी तो इसका फायदा आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिल सकता है, क्योंकि सरकार के इस कदम से तमाम महिलाएं बसों में मुफ्त यात्रा कर लाभान्वित होंगी और बीजेपी इसका जोर-जोर से प्रचार करेगी, जिसका जनता पर असर पड़ सकता है.
छह फीसद बुजुर्ग महिलाएं हर रोज करती हैं सफर : रोडवेज बसों में 60 साल से ऊपर की महिलाओं की यात्रा का प्रतिशत निकाला गया तो कुल यात्रियों में लगभग 6% बुजुर्ग महिलाएं रोजाना रोडवेज बसों से यात्रा करती हैं. कुल महिला यात्रियों में वरिष्ठ महिला यात्रियों का 17 फीसद है. सभी 60 साल से ऊपर बुजुर्ग महिलाएं यात्रा फ्री करेंगी या फिर बीपीएल श्रेणी में आने वाली महिलाएं. शासन को इस बारे में भी निगम की तरफ से पत्र भेजा गया था.
सालाना आएगा 264 करोड़ रुपये का खर्च : उत्तर प्रदेश में बुजुर्ग महिलाओं को रोडवेज बसों में फ्री यात्रा देने पर सालाना खर्च लगभग 264 करोड़ रुपये आएगा. परिवहन निगम ने इसका आंकड़ा तैयार किया है. बाकायदा परिवहन निगम ने प्रस्ताव बनाकर शासन को भी भेज दिया है. परिवहन निगम के अधिकारियों का मानना है कि रोडवेज बसों में बुजुर्ग महिलाओं को फ्री यात्रा देने से निगम को फायदा मिलेगा, क्योंकि बुजुर्ग महिलाएं अकेले यात्रा नहीं करतीं लिहाजा, उनके साथ कोई न कोई यात्री जरूर आएगा और उसका किराया रोडवेज को मिलेगा.
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