लखनऊ : खुदा पाक के बन्दों की सेवा करना बड़ी इबादत है. परेशानहालों, जरूरतमन्दों, गरीबों की सहायता करना और खुदा पाक के तमाम बन्दों से मुहब्बत करना इस्लाम की रौशन शिक्षा है. जिनका उदाहरण रसूल पाक सल्ल की सीरत और सहाब-ए-किराम के हालात व जीवनी में मिलते हैं. इन पर अमल करना और उनको अपनी जिन्दगियों में उतारना सवाब का कार्य है. खुशनसीब हैं वह लोग जो खुदा के बन्दों के काम आते हैं.
ये बातें ईदगाह इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने रविवार को निःशुल्क चिकित्सा शिविर में कहीं. उन्होंने कहा कि ऐसे शिविरों में लोग बिना किसी भेदभाव के फायदा उठाते हैं. कहा कि रसूल पाक ने इंसानों का केवल ईमानी, अखलाकी और रूहानी सुधार नहीं किया बल्कि आप ने इन लोगों की शारीरिक, समाजिक, आर्थिक और अन्य परेशानियों और मुश्किलों को दूर किया. रसूल पाक की सीरत मुबारक पर अमल करते हुए हम सबको अपनी हैसियत भर परेशान हाल और जरूरत मन्द लोगों की सहायता करना चाहिए.
इस अवसर पर मौलाना फरंगी महली ने केयर इण्डिया ट्रस्ट के अध्यक्ष हशमत अली की प्रशंसा की. कहा कि वह बहुत अच्छी तरह से समाज सेवा में लगे हैं. इस दौरान मौलान फरंगी महली ने जरूरतमन्दों को दवाएं बांटी. साथ ही अपील की कि अन्य लोग भी ऐसे नेक काम अंजाम दें. इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी आंखों की जांच कराई. जिनको अगले सप्ताह चश्मे दिए जाएगे. मेहमानों का स्वागत केयर इंडिया ट्रस्ट के अध्यक्ष हशमत अली ने किया और शुक्रिया हाजी मुहम्मद कलीम खान ने अदा किया. शिविर में रानी लक्ष्मीबाई हास्पिटल की टीम के डाॅ. रितेश सावंत, डाॅ. रंजना रानी, फार्मासिस्ट जेपी श्रीवास्तव और इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के लोगों ने मदद की.
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