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लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया में फर्जीवाड़ा, गलत एलयूआरएन नंबर के आधार पर दिए गए प्रवेश

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 24, 2023, 2:46 PM IST

एलयूआरएन नंबरों की जांच कॉलेज स्तर पर नहीं करने का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है. ऐसे छात्रों को परीक्षा फॉर्म भरने में परेशानी आ रही है. बहरहाल प्रवेश प्रक्रिया (एलयूआरएन नंबर) सही करने के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो दिनों के लिए एलयूआरएन पोर्टल ओपेन कर दिया है.

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लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय में शैक्षिक 2023 24 पर प्रवेश के लिए नया नियम लागू किया है. इस नियम के तहत विश्वविद्यालय वह उससे संबद्ध डिग्री कॉलेज में प्रवेश के लिए सभी छात्र-छात्राओं को सबसे पहले एलयूआरएन नंबर लेना था. इसके बाद वह किसी भी कॉलेज में या विश्वविद्यालय में प्रवेश ले सकते हैं. विश्वविद्यालय ने बिना कॉलेज को इस बारे में कोई जानकारी दिए इस नियम को लागू कर दिया. इसके कारण लखनऊ के बाहर स्थित डिग्री कॉलेज में छात्रों के प्रवेश की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिली. इससे बचने के लिए कॉलेजों ने जो भी छात्र उनके यहां प्रवेश लेने के लिए हैं उन्हें उनके सही मानकों की जांच किए बिना ही उन्हें प्रवेश दे दिया. अब वही उनके लिए एक बड़ा सर दर्द का कारण बन गया है. विश्वविद्यालय ने जब सेमेस्टर परीक्षा के लिए परीक्षा फार्म भरवाना शुरू किया तब प्रवेश में हुआ फर्जीवाड़ा सामने आया. फर्जी एलयूआरएन नंबर के माध्यम से जिलों में बढ़ गए छात्रों के प्रवेश फॉर्म. एक एलयूआरएन नंबर से प्रवेश फॉर्म की सॉफ्ट कॉपी बनाकर सैकड़ो छात्रों के फॉर्म भर दिए गए. आप परीक्षा फॉर्म भरने में ऐसे छात्रों को हो रही है दिक्कत. विश्वविद्यालय परिसर के चक्कर काटने को मजबूर है सैकड़ो छात्र. इस पूरे फर्जी बारे में छात्रों को या तो एक ही तरह का एलयूआरएन नंबर दिया गया है या फिर अलग तरह के जो नंबर दे दिए गए.

गलत एलयूआरएन नंबर के आधार पर दिए गए प्रवेश.
गलत एलयूआरएन नंबर के आधार पर दिए गए प्रवेश.

गलत एलयूआरएन नंबर की वजह से विश्वविद्यालय का चक्कर काट रहे छात्र

  • परीक्षा फॉर्म भरने की बारी आई तो छात्रों के एलयूआरएन नंबर गलत बता रहा है. छात्र इसे ठीक करने के लिए विश्वविद्यालय का चक्कर काट रहे हैं.
  • कॉलेज प्रशासन इस समस्या से परेशान छात्रों की सूची विश्वविद्यालय को प्रेषित किया है. इससे पहले राजधानी के प्रतिष्ठित के किसी डिग्री कॉलेज में भी 80 से अधिक छात्रों के बिना एलयूआरएन नंबर के ही प्रवेश लेने का मामला सामने आ चुका है. इसके बाद छात्रों ने कॉलेज में काफी हंगामा भी किया था.
  • इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने विश्वविद्यालय से एलयूआरएन पोर्टल दोबारा से शुरू करने की मांग की थी ताकि इन छात्रों का पंजीकरण करा कर उनके प्रवेश को नियमित किया जा सके.




अलग-अलग प्रवेश फार्म पर अलग-अलग सीरीज के एलयूआरएन नंबर : सीतापुर के फखरुद्दीन अली अहमद गवर्नमेंट पोस्ट डिग्री कॉलेज में करीब 180 छात्रों का एडमिशन गलत एलयूआरएन नंबर पर हुआ है. छात्राओं ने जब सेमेस्टर परीक्षा फॉर्म भरने के लिए आवेदन किया तो पता चला कि उनके फार्म पर जो एलर नंबर दर्ज हैं वह गलत है. इतना ही नहीं उनके फार्म पर जो आलू एलयूआरएन नंबर दर्ज किए गए हैं उसकी सीरीज भी अलग-अलग है. इस पूरे मामले पर छात्रों का कहना है कि उन्होंने साइबर कैफे से अपना फार्म भरवाया था. इसके बाद इसकी सॉफ्ट कॉपी कॉलेज को जमा कर दी थी. कॉलेज में जब छात्रों के आवेदन फार्म की कॉपी जमा कराई गई तो उसे पर दर्ज एलयूआरएन नंबर्स को सही से चेक नहीं किया गया.

गलत एलयूआरएन नंबर के आधार पर दिए गए प्रवेश.
गलत एलयूआरएन नंबर के आधार पर दिए गए प्रवेश.

सीतापुर, लखीमपुर और रायबरेली के छात्र अधिक प्रभावित

  • परीक्षा विभाग में ऐसी समस्याओं की रोज शिकायतें आ रही. परीक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि सीतापुर, लखीमपुर और रायबरेली में इस तरह की समस्या सबसे अधिक आई है. जहां पर छात्रों के प्रवेश देते समय उनके एलयूआरएन नंबर की सही से जांच नहीं किया गया.
  • साथ ही उनके एलयूआरएन नंबर में भी भिन्नता पाई गई है.
  • परीक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि यह ऐसी गड़बड़ी है कि जिस कॉलेज अपने स्तर से चेक कर सकता था पर सीट भरने के चक्कर में कॉलेज ने इस पर ध्यान ही नहीं दिया है.
गलत  एलयूआरएन नंबर की वजह से छात्र-छात्राएं परेशान.
गलत एलयूआरएन नंबर की वजह से छात्र-छात्राएं परेशान.


विश्वविद्यालय प्रशासन ने दोबारा ओपेन किया एलयूआरएन पोर्टल : कॉलेजों की तरफ से इस तरह की शिकायतें सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने शुक्रवार देर शाम दोबारा एलयूआरएन पोर्टल को दो दिनों के लिए ओपन कर दिया है. साथ ही सभी कॉलेजों को निर्देश दिया है कि वह एलयूआरएन नंबर में सामने आई गड़बड़ियों को सही करके छात्रों का दोबारा से पंजीकरण करें. साथ ही जिन छात्रों के अभी तक पंजीकरण नहीं हुए हैं उन्हें भी पंजीकृत कराकर डाटा विश्वविद्यालय को भेज दें. साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि को बढ़कर 28 नवंबर तक कर दी है. विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रामीण परिवेश के छात्रों द्वारा फॉर्म भरने के लिए साइबर कैफे का प्रयोग किया जाता है. इस तरह की गड़बड़ियां उन्हीं के स्तर से हुई हैं. कॉलेज को फॉर्म एक्सेप्ट करने से पहले एलयूआरएन की जांच अपने स्तर से करनी चाहिए थी. कुलपति ने छात्रों को किसी तरह की समस्या न हो इसके लिए एलयूआरएन पोर्टल को 2 दिन के लिए ओपन कर दिया है. जिन भी छात्र-छात्राओं के फॉर्म में इस तरह की गड़बड़ी हुई है वह दोबारा से पंजीकरण करा कर अपनी समस्या को दूर कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें : Lucknow University ने कॉलेजों की खाली सीट भरने के लिए दोबारा खोला एलयूआरएन पोर्टल, जानिए कब तक है मौका

Lucknow University Admission: एमएड, बीएलएड, बीपीएड और एमपीएड में केंद्रीयकृत प्रवेश प्रक्रिया से होगा एडमिशन

लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय में शैक्षिक 2023 24 पर प्रवेश के लिए नया नियम लागू किया है. इस नियम के तहत विश्वविद्यालय वह उससे संबद्ध डिग्री कॉलेज में प्रवेश के लिए सभी छात्र-छात्राओं को सबसे पहले एलयूआरएन नंबर लेना था. इसके बाद वह किसी भी कॉलेज में या विश्वविद्यालय में प्रवेश ले सकते हैं. विश्वविद्यालय ने बिना कॉलेज को इस बारे में कोई जानकारी दिए इस नियम को लागू कर दिया. इसके कारण लखनऊ के बाहर स्थित डिग्री कॉलेज में छात्रों के प्रवेश की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिली. इससे बचने के लिए कॉलेजों ने जो भी छात्र उनके यहां प्रवेश लेने के लिए हैं उन्हें उनके सही मानकों की जांच किए बिना ही उन्हें प्रवेश दे दिया. अब वही उनके लिए एक बड़ा सर दर्द का कारण बन गया है. विश्वविद्यालय ने जब सेमेस्टर परीक्षा के लिए परीक्षा फार्म भरवाना शुरू किया तब प्रवेश में हुआ फर्जीवाड़ा सामने आया. फर्जी एलयूआरएन नंबर के माध्यम से जिलों में बढ़ गए छात्रों के प्रवेश फॉर्म. एक एलयूआरएन नंबर से प्रवेश फॉर्म की सॉफ्ट कॉपी बनाकर सैकड़ो छात्रों के फॉर्म भर दिए गए. आप परीक्षा फॉर्म भरने में ऐसे छात्रों को हो रही है दिक्कत. विश्वविद्यालय परिसर के चक्कर काटने को मजबूर है सैकड़ो छात्र. इस पूरे फर्जी बारे में छात्रों को या तो एक ही तरह का एलयूआरएन नंबर दिया गया है या फिर अलग तरह के जो नंबर दे दिए गए.

गलत एलयूआरएन नंबर के आधार पर दिए गए प्रवेश.
गलत एलयूआरएन नंबर के आधार पर दिए गए प्रवेश.

गलत एलयूआरएन नंबर की वजह से विश्वविद्यालय का चक्कर काट रहे छात्र

  • परीक्षा फॉर्म भरने की बारी आई तो छात्रों के एलयूआरएन नंबर गलत बता रहा है. छात्र इसे ठीक करने के लिए विश्वविद्यालय का चक्कर काट रहे हैं.
  • कॉलेज प्रशासन इस समस्या से परेशान छात्रों की सूची विश्वविद्यालय को प्रेषित किया है. इससे पहले राजधानी के प्रतिष्ठित के किसी डिग्री कॉलेज में भी 80 से अधिक छात्रों के बिना एलयूआरएन नंबर के ही प्रवेश लेने का मामला सामने आ चुका है. इसके बाद छात्रों ने कॉलेज में काफी हंगामा भी किया था.
  • इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने विश्वविद्यालय से एलयूआरएन पोर्टल दोबारा से शुरू करने की मांग की थी ताकि इन छात्रों का पंजीकरण करा कर उनके प्रवेश को नियमित किया जा सके.




अलग-अलग प्रवेश फार्म पर अलग-अलग सीरीज के एलयूआरएन नंबर : सीतापुर के फखरुद्दीन अली अहमद गवर्नमेंट पोस्ट डिग्री कॉलेज में करीब 180 छात्रों का एडमिशन गलत एलयूआरएन नंबर पर हुआ है. छात्राओं ने जब सेमेस्टर परीक्षा फॉर्म भरने के लिए आवेदन किया तो पता चला कि उनके फार्म पर जो एलर नंबर दर्ज हैं वह गलत है. इतना ही नहीं उनके फार्म पर जो आलू एलयूआरएन नंबर दर्ज किए गए हैं उसकी सीरीज भी अलग-अलग है. इस पूरे मामले पर छात्रों का कहना है कि उन्होंने साइबर कैफे से अपना फार्म भरवाया था. इसके बाद इसकी सॉफ्ट कॉपी कॉलेज को जमा कर दी थी. कॉलेज में जब छात्रों के आवेदन फार्म की कॉपी जमा कराई गई तो उसे पर दर्ज एलयूआरएन नंबर्स को सही से चेक नहीं किया गया.

गलत एलयूआरएन नंबर के आधार पर दिए गए प्रवेश.
गलत एलयूआरएन नंबर के आधार पर दिए गए प्रवेश.

सीतापुर, लखीमपुर और रायबरेली के छात्र अधिक प्रभावित

  • परीक्षा विभाग में ऐसी समस्याओं की रोज शिकायतें आ रही. परीक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि सीतापुर, लखीमपुर और रायबरेली में इस तरह की समस्या सबसे अधिक आई है. जहां पर छात्रों के प्रवेश देते समय उनके एलयूआरएन नंबर की सही से जांच नहीं किया गया.
  • साथ ही उनके एलयूआरएन नंबर में भी भिन्नता पाई गई है.
  • परीक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि यह ऐसी गड़बड़ी है कि जिस कॉलेज अपने स्तर से चेक कर सकता था पर सीट भरने के चक्कर में कॉलेज ने इस पर ध्यान ही नहीं दिया है.
गलत  एलयूआरएन नंबर की वजह से छात्र-छात्राएं परेशान.
गलत एलयूआरएन नंबर की वजह से छात्र-छात्राएं परेशान.


विश्वविद्यालय प्रशासन ने दोबारा ओपेन किया एलयूआरएन पोर्टल : कॉलेजों की तरफ से इस तरह की शिकायतें सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने शुक्रवार देर शाम दोबारा एलयूआरएन पोर्टल को दो दिनों के लिए ओपन कर दिया है. साथ ही सभी कॉलेजों को निर्देश दिया है कि वह एलयूआरएन नंबर में सामने आई गड़बड़ियों को सही करके छात्रों का दोबारा से पंजीकरण करें. साथ ही जिन छात्रों के अभी तक पंजीकरण नहीं हुए हैं उन्हें भी पंजीकृत कराकर डाटा विश्वविद्यालय को भेज दें. साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि को बढ़कर 28 नवंबर तक कर दी है. विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रामीण परिवेश के छात्रों द्वारा फॉर्म भरने के लिए साइबर कैफे का प्रयोग किया जाता है. इस तरह की गड़बड़ियां उन्हीं के स्तर से हुई हैं. कॉलेज को फॉर्म एक्सेप्ट करने से पहले एलयूआरएन की जांच अपने स्तर से करनी चाहिए थी. कुलपति ने छात्रों को किसी तरह की समस्या न हो इसके लिए एलयूआरएन पोर्टल को 2 दिन के लिए ओपन कर दिया है. जिन भी छात्र-छात्राओं के फॉर्म में इस तरह की गड़बड़ी हुई है वह दोबारा से पंजीकरण करा कर अपनी समस्या को दूर कर सकते हैं.

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