लखनऊ: यूपी रोडवेज के जीएम कार्मिक ने बस्ती के वरिष्ठ केन्द्र प्रभारी सूबेदार सिंह को उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना किए जाने एवं मनमाने ढंग से कार्य करने, अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वहन न करने नियमों के अनुरूप कार्य न करने आदि जैसी गम्भीर अनियमितताओं के चलते शुक्रवार को निलंबित (up roadways employees suspended) कर दिया.
दरअसल, विरेन्द्र कुमार पाण्डेय अनुबन्धित वाहन स्वामी के वाहन संख्या- यू०पी० 55 एटी 0459 का अनुबन्ध पेडारी - सकारपाल - बॉसी बस्ती गोरखपुर मार्ग पर हुआ था. इसमें पेडारी सकारपाल-बॉसी ग्रामीण मार्ग दर्ज है, जिसकी दूरी 21 किमी है. इसका संचालन सूबेदार सिंह, वरिष्ठ केन्द्र प्रभारी, बस्ती डिपो द्वारा ग्रामीण मार्ग पर नहीं कराया गया, बल्कि उक्त बस को बस्ती बाँसी गोरखपुर की ड्यूटी स्लिप दी जाती रही.
इसके आधार पर बस स्वामी को प्रोत्साहन का भुगतान नहीं रोका जाना चाहिए था. साथ ही साथ वाहन स्वामी ने जनसूचना के माध्यम से अपनी अनुबन्धित बस के प्रोत्साहन के संबंध में सूचना मांगे जाने पर सूबेदार सिंह ने मनमाने ढंग से कार्यालय प्रति से भिन्न सूचना वाहन स्वामी को उपलब्ध करा दी गयी. इसके अलावा बस्ती डिपो के प्रोत्साहन बिल माह मार्च अप्रैल, 2022 और मई-जून, 2022 जो क्षेत्रीय कार्यालय में भुगतान हेतु प्रेषित किए गए हैं.
इस पर 'ये अनुबन्धित बस ग्रामीण मार्ग पर संचालित नहीं हुई' टिप्पणी अंकित है. इस पर सूबेदार सिंह के हस्ताक्षर हैं, जबकि उनके द्वारा उक्त अवधि के प्रोत्साहन बिल का सम्पूर्ण परीक्षण ड्यूटी स्लिप का मिलान कर लिए जाने के बाद हस्ताक्षर किए गए होते, तो भुगतान नहीं रोका गया होता और विवाद की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई होती. इस प्रकरण को लेकर उन पर कार्रवाई की गई.
वहीं उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (Uttar Pradesh State Road Transport Corporation) के कानपुर आरएम ने एक अन्य प्रकरण में उन्नाव डिपो में कार्यरत एटीआई पी के सिंह एवं माती डिपो में कार्यरत ड्राइवर और कंडक्टर को निलंबित कर दिया. मुख्यालय जांच दल द्वारा जांच किए जाने पर माती डिपो से जा रही बस में 15 सवार यात्रियों में से 15 यात्री बिना टिकट पाए गए. इस प्रकरण में UPSRTC के आरएम कानपुर ने यह कार्रवाई की. (up news in hindi)
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