लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सबसे सीनियर आईएएस अधिकारियों में से कुछ का रिटायरमेंट मंगलवार को हो जाएगा. इसके बाद में मार्च में महत्वपूर्ण पदों पर नए आईएएस अधिकारी देखने को मिलेंगे. सूत्रों की मानें तो अनेक आईएएस अधिकारियों को पिछले महीने प्रमोशन मिला है. उनसे कुछ नाम महत्वपूर्ण पदों पर नजर आएंगे. ऐसे में उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में समीकरण मार्च के माह में बदले हुए नजर आएंगे. इसका प्रभाव पूरे उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक व शासन के तंत्र पर पड़ेगा.
यूपी में शीर्ष पदों पर आसीन चार IAS अफसर 28 फरवरी को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. इसके अलावा 1998 बैच के कई अफसर प्रमुख सचिव और 2007 बैच के अफसर सचिव पद पर प्रोन्नत हो चुके हैं. इन अफसरों को जल्द नयी जिम्मेदारी दी जानी है. इसे देखते हुए माना जा रहा है कि 2015 बैच के आईएएस अफसरों को डीएम के पद पर तैनाती दी जा सकती है. इस माह 28 फ़रवरी को रिटायर होने वाले अफसरों में पूर्व मुख्य सचिव और चेयरमैन यूपीएसआरटीसी आर के तिवारी, अवस्थापना एवं औधोगिक विकास आयुक्त अरविंद कुमार, एसीएस आयुष आराधना शुक्ला और श्रमायुक्त शकुन्तला गौतम शामिल हैं.
जनवरी माह में 1998 बैच के आईएएस अफसरों को प्रमुख सचिव और 2007 बैच के अफसरों को सचिव पद पर प्रोन्नति मिल चुकी है. इनमें नोएडा के डीएम सुहास एलवाई शामिल हैं. इसके अलावा शीतल वर्मा, आलोक तिवारी, चैत्रा वी, नवीन कुमार, मुथुस्वामी, प्रभु नारायण सिंह, अभय, डॉ. आदर्श सिंह भी सचिव पद पर प्रोन्नत हो चुके हैं.
जनवरी माह में कुल 107 आईएएस अधिकारियों का प्रमोशन हुआ है, जिनमें से 6 आईएएस को प्रमुख सचिव बनाया गया है. आईएएस अधिकारी आलोक कुमार, अनिल सागर, अजय चौहान, अनिल कुमार, पंधारी यादव और नीना शर्मा प्रमुख सचिव पद पर प्रोन्नति पा चुके हैं. प्रमुख सचिव बने अफसर अभी भी सचिव के पदों पर आसीन हैं, जबकि सचिव बने अफसर डीएम के पद संभाले हुए हैं. ऐसे में अगले माह सचिव व कमिश्नर रैंक में प्रमोट हुए अफसरों के तबादले तय हैं! इसके साथ ही कई जिलों के डीएम बदले जा सकते हैं! इनमें ऐसे डीएम भी हो सकते हैं जो लंबे समय से एक ही जिले में तैनात हैं.
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