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लखनऊः ईडी की जांच के दायरे में रहेंगे मथुरा से गिरफ्तार पीएफआई के चार संदिग्ध

मथुरा पुलिस ने खुफिया इनपुट के आधार पर प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के संदिग्ध सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए संदिग्ध सदस्यों को ईडी अपनी जांच के दायरे में शामिल करेगी. पहले ही ईडी हाथरस गैंग रेप मामले को लेकर बनाई गई वेबसाइट व पीड़िता के नाम पर इकट्ठा किए गए धन को लेकर जानकारी जुटा रही है.

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लखनऊ ईडी कार्यालय.
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Published : Oct 7, 2020, 2:27 AM IST

लखनऊः हाथरस मामले में मथुरा पुलिस ने खुफिया इनपुट के आधार पर प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के संदिग्ध चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए संदिग्धों को ईडी अब अपनी जांच के दायरे में शामिल करेगी. ईडी पहले ही हाथरस गैंग रेप मामले को लेकर बनाई गई वेबसाइट व पीड़िता के नाम पर इकट्ठा किए गए धन को लेकर जानकारी जुटा रही है. ईडी अब अपनी जांच के दायरे में गिरफ्तार किए गए चारों सदस्यों लाइक पहलवान, अतीक उर रहमान, मोहम्मद मसूद अहमद व कप्पन को भी शामिल करेगी.

हाथरस में हुए दलित युवती के साथ कथित गैंगरेप और हत्या के मामले में जहां विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की, वहीं दूसरी ओर इस घटना को लेकर उत्तर प्रदेश में दंगे फैलाने के लिए साजिश रचने की भी बात सामने आ रही है. इस साजिश के तहत एक वेबसाइट "justice for hathras victime" का निर्माण किया गया. आरोप है कि इस वेबसाइट की मदद से जहां लोगों को दंगे के लिए उकसाने का प्रयास किया गया तो वहीं दूसरी ओर हाथरस दुष्कर्म पीड़िता के नाम पर धन इकट्ठा किया गया.

इसको लेकर हाथरस में धारा 153 ए के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं इस मामले में ईडी भी सक्रिय हो गई है. ईडी हाथरस की घटना के बाद वेबसाइट द्वारा पैसे जुटाने को लेकर जांच कर रही है. ईडी की एक टीम ने वेबसाइट के बारे में व वेबसाइट से जुड़े अकाउंट के बारे में जानकारी जुटाई है. प्राथमिक जांच में यह पता चला है कि वेबसाइट की मदद से काफी पैसा जुटाया गया है. अब ईडी यह पता करने में लगी हुई है कि वेबसाइट की मदद से जो पैसा रिसीव किया गया, उसको कहां-कहां भेजा गया है.

जानकारी के अनुसार ईडी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत हाथरस की एक वेबसाइट से जुड़े हुए लोगों पर मामला दर्ज करेगी. एक अधिकारी ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद जुटाए गए पैसों को रिकवर करने की कार्रवाई की जाएगी. दूसरी ओर साजिशकर्ताओं को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार सक्रिय है. एडीजी प्रशांत कुमार के निर्देशों पर कई टीमें उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में ऐसे लोगों की तलाश कर रही हैं, जिन्होंने दंगा फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट किए हैं.

उत्तर प्रदेश के तमाम संगठन के कार्यकर्ताओं पर भी पुलिस नजर बनाए हुए है जो पहले प्रदेश की शांति व्यवस्था भंग कराने के आरोपी रहे हैं. इसी के तहत कार्रवाई करते हुए मथुरा पुलिस ने पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) संगठन से जुड़े हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं अब तक शांति भंग करने को लेकर उत्तर प्रदेश में 19 FIR दर्ज की गई है, जिसमें से 13 लोगों को माहौल बिगाड़ने के लिए व सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने को लेकर गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि सिर्फ हाथरस में 6 FIR दर्ज की गई है.

लखनऊः हाथरस मामले में मथुरा पुलिस ने खुफिया इनपुट के आधार पर प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के संदिग्ध चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए संदिग्धों को ईडी अब अपनी जांच के दायरे में शामिल करेगी. ईडी पहले ही हाथरस गैंग रेप मामले को लेकर बनाई गई वेबसाइट व पीड़िता के नाम पर इकट्ठा किए गए धन को लेकर जानकारी जुटा रही है. ईडी अब अपनी जांच के दायरे में गिरफ्तार किए गए चारों सदस्यों लाइक पहलवान, अतीक उर रहमान, मोहम्मद मसूद अहमद व कप्पन को भी शामिल करेगी.

हाथरस में हुए दलित युवती के साथ कथित गैंगरेप और हत्या के मामले में जहां विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की, वहीं दूसरी ओर इस घटना को लेकर उत्तर प्रदेश में दंगे फैलाने के लिए साजिश रचने की भी बात सामने आ रही है. इस साजिश के तहत एक वेबसाइट "justice for hathras victime" का निर्माण किया गया. आरोप है कि इस वेबसाइट की मदद से जहां लोगों को दंगे के लिए उकसाने का प्रयास किया गया तो वहीं दूसरी ओर हाथरस दुष्कर्म पीड़िता के नाम पर धन इकट्ठा किया गया.

इसको लेकर हाथरस में धारा 153 ए के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं इस मामले में ईडी भी सक्रिय हो गई है. ईडी हाथरस की घटना के बाद वेबसाइट द्वारा पैसे जुटाने को लेकर जांच कर रही है. ईडी की एक टीम ने वेबसाइट के बारे में व वेबसाइट से जुड़े अकाउंट के बारे में जानकारी जुटाई है. प्राथमिक जांच में यह पता चला है कि वेबसाइट की मदद से काफी पैसा जुटाया गया है. अब ईडी यह पता करने में लगी हुई है कि वेबसाइट की मदद से जो पैसा रिसीव किया गया, उसको कहां-कहां भेजा गया है.

जानकारी के अनुसार ईडी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत हाथरस की एक वेबसाइट से जुड़े हुए लोगों पर मामला दर्ज करेगी. एक अधिकारी ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद जुटाए गए पैसों को रिकवर करने की कार्रवाई की जाएगी. दूसरी ओर साजिशकर्ताओं को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार सक्रिय है. एडीजी प्रशांत कुमार के निर्देशों पर कई टीमें उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में ऐसे लोगों की तलाश कर रही हैं, जिन्होंने दंगा फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट किए हैं.

उत्तर प्रदेश के तमाम संगठन के कार्यकर्ताओं पर भी पुलिस नजर बनाए हुए है जो पहले प्रदेश की शांति व्यवस्था भंग कराने के आरोपी रहे हैं. इसी के तहत कार्रवाई करते हुए मथुरा पुलिस ने पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) संगठन से जुड़े हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं अब तक शांति भंग करने को लेकर उत्तर प्रदेश में 19 FIR दर्ज की गई है, जिसमें से 13 लोगों को माहौल बिगाड़ने के लिए व सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने को लेकर गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि सिर्फ हाथरस में 6 FIR दर्ज की गई है.

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