ETV Bharat / state

यूपी ATS के हत्थे चढ़े रोहिंग्या रैकेट से जुड़े चार बांग्लादेश व म्यामांर के नागरिक - लखनऊ समाचार

कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर म्यांमार व बाांग्लादेश के नागरिकों को अवैध रूप से भारत लाकर उनके आधार कार्ड व पासपोर्ट बनवाकर मानव तस्करी करने वाले एक गिरोह के चार आरोपियों को यूपी एटीएस की टीम ने गिरफ्तार किया है. वहीं, गिरफ्तार किए गए आरोपियों के हवाले से फर्जी भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, कई एटीएम कार्ड और विभिन्न देशों की मुद्राए बरामद हुए हैं.

यूपी ATS के हत्थे चढ़े रोहिंग्या रैकेट से जुड़े
यूपी ATS के हत्थे चढ़े रोहिंग्या रैकेट से जुड़े
author img

By

Published : Oct 27, 2021, 2:15 PM IST

Updated : Oct 27, 2021, 3:46 PM IST

लखनऊ: कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर म्यांमार व बाांग्लादेश के नागरिकों को अवैध रूप से भारत लाकर उनके आधार कार्ड व पासपोर्ट बनवाकर मानव तस्करी करने वाले एक गिरोह के चार आरोपियों को यूपी एटीएस की टीम ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के कब्जे से फर्जी भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, कई एटीएम कार्ड और विभिन्न देशों की मुद्राएं बरामद हुए हैं.

एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बुधवार को पुलिस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि एटीएस ने एक अंतराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है जिसमें बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों को अवैध रूप से भारत में लाकर उनके कूट रचित प्रपत्र तैयार करवाकर उन्हें भारत के नागरिक के रूप में प्रतिरूपित कर उन्हें भारी मात्रा में धन के बदले विदेश भेजने का काम कर रहे थे. चार सदस्यों को वाराणसी के दीनदयाल रेलवे स्टेशन से राजधानी ट्रेन से गिरफ्तार किया है.

इसे भी पढ़ें-कानपुर एटीएस के हत्थे चढ़े चार संदिग्ध, सियालदह राजधानी से कर रहे थे यात्रा

गिरफ्तार किए गए आरोपियों के रोहिंग्या रैकेट से जुड़े होने की भी बातें सामने आ रही है. एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि मानव तस्करी करने वाले ग्रुप का सदस्य मिथुन मंडल बंगाल का रहने वाला है. जबकि दूसरा शाओंन अहमद जो की मूल रूप से बांग्लादेश के रहने वाला है. भारत का इसका फर्जी पता भूतपरा पश्चिम बंगाल का बना है. वहीं, तीसरा मोमीनुर इस्लाम जो बांग्लादेश के रहने वाला है और भारत में इसका फर्जी पता जतरपुर कोतवाली पश्चिम बंगाल है. चौथा सदस्य मेहंदी हसन भी बांग्लादेश का रहने वाला है और इसका फर्जी पता पश्चिम बंगाल ही है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

प्रशांत कुमार ने बताया यह लोग असली नाम छिपाकर हिंदू नामों से दस्तावेज बनवाते थे. गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायालय के समक्ष पेश कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है. इसके साथ ही आरोपियों से विस्तृत पूछताछ के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में लिखित आवेदन भी किया गया है.

इसे भी पढ़ें-अवैध धर्मांतरण मामले में विदेश से हुई 57 करोड़ की फंडिंग, जांच जारी: एडीजी लॉ एंड ऑर्डर

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की शिनाख्त मिथुन मंडल निवासी पश्चिम बंगाल (तस्कर), शाओन अहमद (बांग्लादेशी), पिंटू दास (फर्जी नाम), मोमिनुर इस्लाम (बांग्लादेश), रोमी पाल (फर्जी नाम), मेहंदी हसन (बांग्लादेशी) और बापी राय (फर्जी नाम) के रूप में हुई है. इन आरोपियों के हवाले से 5 मोबाइल फोन, 3 भारतीय पासपोर्ट, 4 आधार कार्ड, 12 एटीएम कार्ड,1 पैन कार्ड,1 दिल्ली मेट्रो कार्ड औऱ 3 वोटर आईडी कार्ड बरामद हुए हैं.

लखनऊ: कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर म्यांमार व बाांग्लादेश के नागरिकों को अवैध रूप से भारत लाकर उनके आधार कार्ड व पासपोर्ट बनवाकर मानव तस्करी करने वाले एक गिरोह के चार आरोपियों को यूपी एटीएस की टीम ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के कब्जे से फर्जी भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, कई एटीएम कार्ड और विभिन्न देशों की मुद्राएं बरामद हुए हैं.

एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बुधवार को पुलिस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि एटीएस ने एक अंतराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है जिसमें बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों को अवैध रूप से भारत में लाकर उनके कूट रचित प्रपत्र तैयार करवाकर उन्हें भारत के नागरिक के रूप में प्रतिरूपित कर उन्हें भारी मात्रा में धन के बदले विदेश भेजने का काम कर रहे थे. चार सदस्यों को वाराणसी के दीनदयाल रेलवे स्टेशन से राजधानी ट्रेन से गिरफ्तार किया है.

इसे भी पढ़ें-कानपुर एटीएस के हत्थे चढ़े चार संदिग्ध, सियालदह राजधानी से कर रहे थे यात्रा

गिरफ्तार किए गए आरोपियों के रोहिंग्या रैकेट से जुड़े होने की भी बातें सामने आ रही है. एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि मानव तस्करी करने वाले ग्रुप का सदस्य मिथुन मंडल बंगाल का रहने वाला है. जबकि दूसरा शाओंन अहमद जो की मूल रूप से बांग्लादेश के रहने वाला है. भारत का इसका फर्जी पता भूतपरा पश्चिम बंगाल का बना है. वहीं, तीसरा मोमीनुर इस्लाम जो बांग्लादेश के रहने वाला है और भारत में इसका फर्जी पता जतरपुर कोतवाली पश्चिम बंगाल है. चौथा सदस्य मेहंदी हसन भी बांग्लादेश का रहने वाला है और इसका फर्जी पता पश्चिम बंगाल ही है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

प्रशांत कुमार ने बताया यह लोग असली नाम छिपाकर हिंदू नामों से दस्तावेज बनवाते थे. गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायालय के समक्ष पेश कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है. इसके साथ ही आरोपियों से विस्तृत पूछताछ के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में लिखित आवेदन भी किया गया है.

इसे भी पढ़ें-अवैध धर्मांतरण मामले में विदेश से हुई 57 करोड़ की फंडिंग, जांच जारी: एडीजी लॉ एंड ऑर्डर

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की शिनाख्त मिथुन मंडल निवासी पश्चिम बंगाल (तस्कर), शाओन अहमद (बांग्लादेशी), पिंटू दास (फर्जी नाम), मोमिनुर इस्लाम (बांग्लादेश), रोमी पाल (फर्जी नाम), मेहंदी हसन (बांग्लादेशी) और बापी राय (फर्जी नाम) के रूप में हुई है. इन आरोपियों के हवाले से 5 मोबाइल फोन, 3 भारतीय पासपोर्ट, 4 आधार कार्ड, 12 एटीएम कार्ड,1 पैन कार्ड,1 दिल्ली मेट्रो कार्ड औऱ 3 वोटर आईडी कार्ड बरामद हुए हैं.

Last Updated : Oct 27, 2021, 3:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.