लखनऊ: प्रदेश के सभी माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अक्टूबर माह में पूर्व छात्र सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. इस संदर्भ में निदेशक माध्यमिक शिक्षा (Director Secondary Education Mahendra Dev) ने निर्देश जारी कर दिया है. साथी उन्होंने इस सम्मेलन के आयोजन के लिए प्रदेश के सभी मंडलीय उप शिक्षा निदेशक को नोडल अधिकारी बनाया है.
उन्होंने नोडल अधिकारियों को इस सम्मेलन के आयोजन के संदर्भ में दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं. निदेशक ने अपने निर्देश में कहा है कि ऐसे सभी माध्यमिक विद्यालय जहां अधिक संख्या में पुरातन छात्र हो, वहां उनमें से तीन छात्रों का एक पुरातन छात्र परिषद का गठन कर कर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जाए.
निदेशक माध्यमिक शिक्षा महेंद्र देव ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में माध्यमिक शिक्षा विभाग के जनपदीय व मंडलीय शिक्षा अधिकारियों के संपन्न हुई समीक्षा का बैठक में यह निर्देश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि हर विद्यालय में पुरातन छात्र संगठन का निर्माण हो और वर्ष में कम से कम एक बार पूर्व छात्रों का सम्मेलन (Old students conference in secondary schools of UP) का आयोजन किया जाए. यह कार्यक्रम 15 अगस्त या 26 जनवरी जैसे अवसरों पर भी आयोजित किया जा सकते हैं.
अक्टूबर माह में होगा समारोह: निदेशक ने सभी मंडलीय उप शिक्षा निदेशक को भेजे गए आदेश में कहा है कि वह अपने मंडल के सभी जनपदों में आने वाले माध्यमिक विद्यालयों में पास हो चुके छात्राओं जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों जैसे कला संस्कृति, व्यवसाय, सरकारी सेवा, खेलकूद, समाज सेवा व अन्य क्षेत्रों में विशिष्ट मुकाम हासिल किया हो उन्हें इस अवसर पर आमंत्रित किया जाए. समारोह में पुराने छात्रों और नए छात्रों के बीच संवाद कार्यक्रम का आयोजन कराकर उनके अनुभव को मौजूद छात्रों के साथ साझा कराया जाए. जिससे वह आने वाले भविष्य की चुनौतियों का बखूबी सामना कर सके. यह कार्यक्रम सभी जिलों में अक्टूबर माह में आयोजित कराए जाएंगे.
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