लखनऊ: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2020 का पूर्णकालिक बजट पेश किया. केंद्र की मोदी सरकार की दूसरी पारी का यह पहला आम बजट जहां कुछ लोगों के लिए राहत देने वाला रहा तो कहीं लोगों को इससे निराशा हाथ लगी. वहीं बजट को लेकर विपक्षी पार्टियों ने सरकार को घेरने की कोशिश की. इस दौरान उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के राज्यपाल रह चुके अजीज कुरैशी ने मोदी सरकार के बजट को जनता विरोधी बताया है.
अजीज कुरैशी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह बजट पूंजीपतियों के लिए पेश किया गया है, क्योंकि केंद्र सरकार पूंजीपतियों की सरकार है. इन्हें आम जनता से कोई लेना देना नहीं है. अजीज कुरैशी ने बताया कि केंद्र सरकार डूबता हुआ जहाज है और जहाज के डूबने से पहले मदद की आवाज लगाने की तरह ही बजट 2020 को पेश किया गया है.
सरकार पर तंज कसते पूर्व राज्यपाल ने कहा कि पूरा देश डूब रहा है और डूबने से पहले सरकार ने यह डूबने वाला बजट पेश किया है, जिससे किसी का भला होने वाला नहीं है. यह सरकार अंबानी और अडानी की थ्योरी पर चल रही है. साथ ही यह भी आरोप लगाया कि सरकार पूंजीपतियों के हाथों गिरवी है.
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केंद्र सरकार आज पूंजीपतियों की गुलाम है और उनके हाथों गिरवी है. दो घंटे से ज्यादा के बजट भाषण में देशवासियों का भला नहीं सोचा गया. जब सरकार के पास कुछ देने को नहीं है तो यह सरकार वादे क्यों करती है. वित्त मंत्री ने बजट में आम जनता के लिए कुछ नहीं पेश किया है.
-अजीज कुरैशी, पूर्व राज्यपाल