लखनऊ: माल एवेन्यू स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर शनिवार शाम चार बजे पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी की प्रेस कॉन्फ्रेंस होने वाली थी. इसकी तैयारियां भी लगभग पूरी हो चुकी थीं. प्रमोद तिवारी कॉन्फ्रेंस रूम में भी आ चुके थे, लेकिन जैसे ही पता चला कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित अब इस दुनिया में नहीं रहीं, वैसे ही माहौल गमगीन हो गया. प्रेस कॉन्फ्रेंस रद कर दी गई. सभी नेताओं ने 2 मिनट का मौन रखकर अपनी चहेती नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की.
- लखनऊ कांग्रेस मुख्यालय में प्रमोद तिवारी पहुंच चुके थे.
- प्रेस कॉन्फ्रेंस की तैयारियां चल रही थी.
- सभी कांग्रेस नेता एकत्रित हो चुके थे.
- उसी दौरान शीला दीक्षित के निधन की खबर आती है.
- कांग्रेस पार्टी की तरफ से सभी प्रोग्राम कैंसिल कर दिये जाते हैं.
- अपने नेता की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया.
- पार्टी का झंडा झुका दिया गया है.
कांग्रेस पार्टी ने आज अपना एक बड़ा नेता और संरक्षक खो दिया. इस नेता की भरपाई कर पाना कांग्रेस के लिए आसान नहीं होगा. लखनऊ में कांग्रेस मुख्यालय पर पदाधिकारियों को उनके निधन की खबर मिली तो प्रियंका गांधी को लेकर इन दिनों आक्रोशित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के चेहरों पर मायूसी छा गई.
कार्यकर्ताओं के चेहरों पर शीला दीक्षित के जाने का गम साफ दिखाई दे रहा था. वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी और उनकी बेटी व विधानमंडल दल की उपनेता, विधायक आराधना मिश्रा की प्रेस कॉन्फ्रेंस कैंसिल कर दी गई. सभी ने शीला दीक्षित को याद किया. उत्तर प्रदेश से उनके संबंधों के बारे में और कांग्रेस पार्टी के उत्थान के लिए शीला दीक्षित ने जो किया, उसकी चर्चा हुई. 2 मिनट का मौन रखा गया. कांग्रेस कार्यालय पर पार्टी का जो झंडा हमेशा फहराता रहता था उसे झुका दिया गया.
चार बजे से पहले कांग्रेस मुख्यालय का माहौल अच्छा था. तमाम नेता अपने वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी की प्रेस कॉन्फ्रेंस की तैयारी कर रहे थे. काफी संख्या में कार्यकर्ता भी मौजूद थे, लेकिन शीला दीक्षित के निधन की खबर सुनते ही सभी कांग्रेस कार्यालय पर शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि देने के बाद निकल गए.