लखनऊ : यूपी पुलिस में दारोगा भर्ती परीक्षा 20-21 में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. इस मामले में पुलिस भर्ती बोर्ड के एसपी हफीजुर्रहमान (SP Hafizur Rahman) ने मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद यूपी में हुसैनगंज पुलिस ने दारोगा भर्ती 2020-21 की ऑनलाइन परीक्षा में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल कर सफल होने वाले एक अभ्यार्थी शामली निवासी अक्षय मालिक को गिरफ्तार किया है. अक्षय ने परीक्षा आगरा के यश इन्फोटेक ऑनलाइन सेंटर पर 12 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच दी थी. उस समय इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की मदद से सॉल्वर के जरिए सही जवाब दिए थे.
डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक (DCP Central Aparna Rajat Kaushik) के मुताबिक उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UP Police Recruitment and Promotion Board) के एसपी हफीजुर्हरमान (SP Hafizur Rahman) ने तहरीर दी थी. तहरीर के अनुसार शामली के रहने वाले अभ्यर्थी अक्षय मालिक का 1 दिसंबर 2021 को आगरा के यश इंफोटेक ऑनलाइन सेंटर (Yash Infotech Online Center) में ऑनलाइन परीक्षा का सेंटर गया था. जहां उसने एसआई (दारोगा) भर्ती 2020-21 में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों व तकनीकी की मदद से परीक्षा पास करने का प्रयास किया था. तहरीर के आधार पर आरोपी अभ्यर्थी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया था.
डीसीपी ने बताया (DCP told) कि भर्ती बोर्ड के एसपी हफीजुर्र रहमान के मुताबिक ऑनलाइन लिखित परीक्षा की सीआरएल व कैंडीडेट डे परफॉर्मेंस रिपोर्ट की समीक्षा की गई थी. सामने आया कि अक्षय मालिक ने प्रश्नपत्र में दो विषयों के 40 में 28 प्रश्नों के सही उत्तर महज 4 मिनट 33 सेकेंड में दिए थे. यानी हर प्रश्न का जवाब देने के लिए अभ्यर्थी ने 9.37 सेकंड लिए थे. इसके अलावा गणित के 23 प्रश्नों को प्रति प्रश्न 5 सेकेंड में हल कर दिया था. इसी तरह मेंटल एप्टीट्यूट, इंटेलीजेंस टेस्ट रीजनिंग विषय के सभी 40 प्रश्नों में 30 प्रश्नों के उत्तर 9 मिनट 3 सेकंड में दिए थे. इसमें कुछ जवाब तो 2 सेकेंड में ही हल किए गए थे. मुकदमा दर्ज होने के बाद यूपी में हुसैनगंज पुलिस ने अक्षय मलिक को गिरफ्तार कर लिया है. उसने कई राज बताए हैं और पूछताछ की जा रही है.