लखनऊः राजधानी लखनऊ में इंजीनियर रजत की मौत का मामला सुलझ नहीं रहा. अब पुलिस फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मदद लेगी. फॉरेंसिक एक्सपर्ट घटना स्थल पर क्राइम सीन रीक्रिएट करेंगे. गौरतलब है कि लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र के कृष्ण विहार कॉलोनी में रहने वाले रजत बाजपेई पुत्र मिशा बाजपेई जोकि 17 नवंबर को शाम 4:00 बजे अपने घर से अपने दोस्तों के साथ घूमने के लिए निकले थे. 18 नवंबर को उनका शव वृंदावन सेक्टर 14 के एक गहरे तालाब में मिला था. इसको लेकर इंजीनियर रजत के घरवालों ने कई सवालिया निशान उठाए थे, जबकि पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर इसे आत्महत्या बताया था.
उठे सवाल
राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र के वृंदावन कॉलोनी में आवास विकास के सेक्टर 14 में स्थित एक गहरे तालाब में 18 नवंबर को पुलिस ने पंप हाउस से पानी निकलवाकर एक शव को बाहर निकलवाया था. शव की शिनाख्त इंजीनियर रजत के रूप में हुई थी. रजत की मौत की गुत्थी सुलझने का नाम नहीं ले रही है. रजत के सिर पर गंभीर चोट के निशान मिले थे. डॉक्टरों के अनुसार यह चोट रजत की मौत से पहले की है. अब पीजीआई पुलिस इसकी जांच फॉरेंसिक एक्सपर्ट से कराएगी. इसके लिए उत्तर प्रदेश विधि विज्ञान प्रयोगशाला के डायरेक्टर को पुलिस ने पत्र लिखा है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम घटनास्थल पर पहुंचकर क्राइम सीन रीक्रिएशन कर इसकी पड़ताल करेगी कि रजत की मौत कैसे हुई और उसके सिर पर किस वजह से चोट आई.
बयानों में विरोधाभास
वहीं, इंस्पेक्टर पीजीआई केके मिश्रा का कहना है कि जल्द ही रजत की मां अलका और अन्य परिजनों का हत्यारोपी अर्पित द्विवेदी और तुषार विमल से आमना सामना कराया जाएगा. रजत के परिजनों के सामने हत्यारोपियों से पूछताछ की जाएगी, क्योंकि कई जगह बयानों में विरोधाभास है. इंस्पेक्टर पीजीआई ने बताया कि जांच में पता चला है कि घटना के दिन करीब रात 9:30 बजे तक अर्पित रजत के साथ था, उसके बाद वहां से चला गया था. अर्पित ने जिस स्थान पर रजत को छोड़ने की बात कही है वहां से घटनास्थल की दूरी लगभग 2 किलोमीटर है पर रजत के घरवालों का सवाल है कि रजत तालाब के पास कैसे पहुंचा. उसने अपने कपड़े कैसे उतारे और इतनी ठंड में वह तालाब में नहाने क्यों उतरा. वह तो अपने दोस्तों के साथ शाम 4:30 बजे पार्टी मनाने के लिए घर से निकला था. फॉरेंसिक जांच में पता चलेगा कि रजत की मौत कैसे हुई.