लखनऊ: कोरोना संक्रमण के नियंत्रण को लेकर उत्तर प्रदेश में फोकस सैंपलिंग की जा रही है. 19 नवंबर से प्रदेश में दूसरे चरण की सैंपलिंग शुरू की गई है. सीएम योगी ने निर्देश दिए हैं कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश में पहले की तरह उपाय जारी रहेंगे.
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि फोकस सैम्पलिंग का दूसरे चरण का अभियान 19 नवंबर से अभियान चल रहा है. यह अभियान 30 नवंबर तक चलाया जाएगा. इसमें शहर की मलिन बस्तियां, अस्थाई-स्थाई जेल में, बाल/बालिका सुधार गृह, वृद्धाश्राम व नारी निकेतन, रेहड़ी, पटरी दुकानदारों की जांच की जाएगी.
शिक्षण संस्थानों में सैंपलिंग
कक्षा 9 से 12 के शिक्षण कार्य में लगे शिक्षकों एवं अन्य स्टाफ की, सभी सरकारी, प्राइवेट कार्यालयों में, बाजारों, साप्ताहिक बाजारों में काम करने वाले व्यक्तियों की फोकस सैम्पलिंग की जाएगी. फोकस सैंपलिंग के माध्यम से कोविड संक्रमित लोगों की पहचान की जा रही है. उन्होंने कहा कि वृद्धजन, गर्भवती महिलाएं, छोटे बच्चों तथा पूर्व में किसी अन्य बीमारी से ग्रसित लोगों का विशेष ध्यान रखा जाये.
बिना मास्क पर 500 रुपये का जुर्माना
अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि कोरोना से उपचारित लोगों को यदि कोई समस्या हो तो उनके लिए पोस्ट कोविड केयर सेन्टर भी कार्य कर रहे है. उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर बिना मास्क पाये जाने पर 500 रुपये का दंड वसूला जा रहा है.
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