लखनऊः प्रधानमंत्री हथकरघा बुनकर मुद्रा योजना (Prime Minister's Handloom Weavers Mudra Yojana) के तहत पांच गुना अधिक ऋण स्वीकृत किया गया है. इसमें 5 हजार बुनकरों को ऋण दिये जाने का लक्ष्य रखा गया है. अपर मुख्य सचिव हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग (Additional Chief Secretary Handloom and Textile Industry) डॉक्टर नवनीत सहगल (Dr. Navneet Sehgal) ने इसकी जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हथकरघा बुनकर मुद्रा योजना के तहत बैंको ने पिछले वर्ष की तुलना में इस वित्तीय वर्ष में करीब पांच गुना से अधिक का ऋण स्वीकृत किया है. नवम्बर महीने तक 1,636 बुनकरों को 1,173.35 लाख रुपये का ऋण स्वीकृत हुआ. इसमें से 154 बुनकरों को 127.77 लाख रुपये का ऋण भी वितरित किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में 5,000 बुनकरों को मुद्रा ऋण दिये जाने का लक्ष्य है.
अपर मुख्य सचिव आज लोक भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में प्रधानमंत्री हथकरघा बुनकर मुद्रा योजना की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने निर्देश दिए कि परिक्षेत्रीय अधिकारी संबंधित जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित कराकर मुद्रा ऋण के लम्बित आवेदनों का शीघ्र निस्तारण करायें. इसके साथ ही लम्बित आवेदन-पत्रों का विवरण राज्य स्तरीय बैकर्स समिति (एसएलबीसी) भेजा जाए. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि बैंक में लम्बित आवेदन पत्रों का नवीनीकरण कराकर बुनकरों को ऋण उपलब्ध कराया जाए. इसके साथ ही इसकी नियमित समीक्षा भी की जाये.
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डॉक्टर सहगल ने बताया कि प्रधानमंत्री हथकरघा बुनकर मुद्रा योजना भारत सरकार की योजना है. इसके तहत 6 फीसदी ब्याज दर पर व्यक्तिगत बुनकर, मास्टर बुनकर और हथकरघा उद्यमी को 50 हजार से 5 लाख रुपये तक सस्ता ऋण उपलब्ध कराने की व्यवस्था है. इसके साथ ही प्रोजेक्ट कास्ट का 20 प्रतिशत अधिकतम 10 हजार रुपये मार्जिन मनी देने का भी प्रावधान है. उन्होंने बताया कि भारत सरकार के पंजाब नेशनल बैंक के सहयोग से हैण्डलूम वीवर्स मुद्रा पोर्टल विकसित किया गया है, जो 1 अप्रैल 2017 से ही क्रियाशील है. इस पोर्टल के माध्यम से मार्जिन मनी, ब्याज उपादान और क्रेडिट गारंटी फीस की सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध कराई जा रही है.
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