लखनऊः डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (Dr APJ Abdul Kalam Technical University) के 26 नवंबर को प्रस्तावित 20वें दीक्षान्त समारोह (convocation) में तकरीबन पांच हजार कम छात्रों को डिग्री मिलेगी. डिग्री लेने वाले इन छात्रों का दाखिला चार साल पहले हुआ था. जिन्हें चार साल की पढ़ाई पूरी करने के बाद इस बार डिग्री दी जाएगी. इस बार कितने छात्रों को डिग्री दी जा रही है वह बीते 4 सालों की तुलना में 5000 के करीब कम है. पिछले सत्र में 53226 छात्रों को समारोह के दौरान डिग्रियां वितरित की गई थीं.
एक तरफ विवि प्रशासन काउंसिलिंग के जरिए सीटों को भरने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहा है. इसके बावजूद निजी काॅलेजों की छोड़िए, सरकारी इंजीनियरिंग काॅलेजों में सीटें खाली पड़ी हैं. दूसरी तरफ विवि की तरफ से की गई बेतहाशा शुल्क बढ़ोतरी का नतीजा है कि प्रो. पाठक के कार्यकाल में एडमिशन पाए छात्रों में से पांच हजार छात्रों को कम डिग्री दी जा रही है. प्रो. पाठक के कार्यकाल में 24 मार्च 2018 को वित्त समिति की 50वीं बैठक में विवि प्रशासन ने बेतहाशा शुल्क बढ़ोत्तरी कर दी थी. इस बैठक में शिक्षण शुल्क 40000 हजार को बढ़ाकर 70000 हजार कर दिया गया था. एमटेक का शुल्क 25000 से बढ़ाकर 73200 कर दिया गया था. परीक्षा शुल्क में भी दोगुना वृद्धि की गई थी. बेतहाशा शुल्क बढ़ोतरी, काॅलेजों की बढ़ती संख्या और क्वॉलिटी ऑफ एजुकेशन की कमी के चलते धीरे-धीरे छात्रों की संख्या में कमी आती गई. जिसका नतीजा रहा कि इस बार विवि की तरफ से महज 48343 छात्रों को डिग्री दी जाएगी. पिछले सत्र में 53226 छात्रों को समारोह के दौरान डिग्रियां वितरित की गई थीं. कुल मिलाकर पिछले साल की अपेक्षा इस बार 4883 कम छात्रों को डिग्री दी जाएगी.
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