लखनऊ. राजधानी स्थित उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक की हज़रतगंज शाखा से 146 करोड़ उड़ाने वाले केस में साइबर क्राइम की टीम ने लोक भवन में तैनात सेक्शन अफसर रामराज (section officer posted in Lok Bhavan) व सहकारी बैंक कर्मचारी कर्मवीर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. ये गिरफ्तारियां इसी मामले के साजिशकर्ता पूर्व बैंक मैनेजर आरएस दुबे से पूछताछ के बाद की गई है.
साइबर एसपी त्रिवेणी सिंह के मुताबिक, इस मामले में जिनकी गिरफ्तारियां हुई हैं उसमें सेक्शन अफसर रामराज, सहकारी बैंक की महमूदाबाद शाखा में तैनात असिस्टेंट मैनेजर कर्मवीर, शाहजहांपुर निवासी ध्रुव, भूपेंद्र और आकाश शामिल हैं. ये सभी पूर्व बैंक मैनेजर आरएस दुबे के संपर्क में थे और बैंक से अरबों रुपये साफ करने की प्लानिंग में इन्हें उसी ने शामिल किया था. साइबर क्राइम की टीम इस मामले में अब तक मुख्य साजिशकर्ता पूर्व बैंक मैनेजर आरएस दुबे, कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक गंगासागर चौहान व हैकर सतीश की गिरफ्तारी कर चुकी है.
बता दें कि 16 अक्टूबर को लखनऊ के हज़रतगंज स्थित उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक से 8 खातों में 146 करोड़ रुपए की रकम ट्रांसफर हुई थी. सोमवार को बैंक खुली तो करोड़ों का ट्रांजेक्शन देखकर बैंक मैनेजर के होश उड़ गए. आनन-फानन में हजरतगंज थाने को मामले की सूचना दी गई. साथ ही साइबर थाने को भी मामले से अवगत कराया गया. साइबर टीम ने एक्शन लेते हुए खातों को फ्रीज कर दिया था.
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