लखनऊ: राजधानी के हजरतगंज थाना और मध्य जोन की सर्विलांस टीम के संयुक्त ऑपरेशन में हनीट्रैप गिरोह के 5 लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई है. पकड़े गए आरोपियों में युवकों ने पुलिस वर्दी का इस्तेमाल करते हुए इनके शिकार में आये लोगों को धमकाते थे, जिसके कारण हनीट्रैप का शिकार हुए युवक इनके मन मुताबिक रुपया इनको दे देते थे. पकड़े गए आरोपियों में शामिल दोनों युवतियां सोशल मीडिया के माध्यम एवं अपने आस-पास रहने वालों को चिन्हित करती थीं. युवतियों के प्रेम जाल में पूरी तरह फंस जाने के बाद उनसे वसूली का पूरा खेल खेला जाता था.
पीड़ित ने सुनाई आपबीती
मिली जानकारी के मुताबिक, हजरतगंज थाना पर एक युवक ने पहुंचकर अपने साथ हुई आपबीती सुनाई थी. पीड़ित ने बताया था आये दिन दो युवतियों के साथ मिलकर तीन पुलिस कर्मी उसको ब्लैकमेल कर रुपयों की मांग कर रहे हैं. पीड़ित ने बताया था इस गिरोह के द्वारा उससे कई बार रकम वसूली जा चुकी है. उसकी स्थिति अब रुपयों को देने की नहीं है. पीड़ित ने पुलिस से गुहार लगाते हुए कहा था अगर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो उसके पास आखिरी कदम आत्महत्या करने का बचा हुआ है.
एडीसीपी ने दी जानकारी
एडीसीपी मध्य चिरंजीवी नाथ सिंह का कहना है एक युवक द्वारा बताया गया था कि उसको कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा डरा धमका कर रुपयों की मांग की जा रही है. पीड़ित की पूरी बात सुनी गई तो पूरा मामला हनीट्रैप का निकल कर सामने आया. उन्होंने कहा पूरी बात सुनने के बाद ही हजरतगंज व सर्विलांस टीम को स्कूटर इंडिया कानपुर रोड भेजा गया, जहां रुपयों के साथ पीड़ित को बुलाया गया था. पीड़ित के द्वारा उनकी शिनाख्त की गई, उसी दौरान पुलिस ने दबिश देकर युवतियों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान अजीजुल हसन सिद्दीकी पारा निवासी, पंकज गुप्ता व अतुल सक्सेना आलमबाग निवासी और दो युवतियों के रूप में की है.