लखनऊ: राजधानी के मोहनलालगंज खंड विकास कार्यालय को आईएसओ सर्टिफिकेट मिला है. यह पहला ब्लॉक है, जिसे आईएसओ सर्टिफिकेट मिला है. सर्टिफिकेशन मिलने के बाद ब्लॉक में आने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. साथ ही साथ ब्लॉक निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है.
राजधानी लखनऊ में कुल 8 खंड विकास कार्यालय (ब्लॉक) हैं, जिसमें मोहनलालगंज खंड विकास कार्यालय पहला आईएसओ सर्टिफाइड ब्लॉक बन गया है. अब ब्लॉक में आने वाले फरियादियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. सर्टिफिकेशन के बाद ब्लॉक में जगह-जगह नाम पट्ट लगाए गए हैं, जिससे आने वाले फरियादियों को किसी से कुछ पूछने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. वह सीधे नाम पढ़कर संबंधित विभाग में अपनी परेशानी का निवारण करा सकते हैं.
इसके साथ ही साथ मोहनलालगंज खंड विकास कार्यालय के अंदर निर्माण कार्य (जैसे औषधीय पौधशाला, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच, खेल का मैदान आदि) कराए जा रहे हैं. जानकारी देते हुए खंड विकास अधिकारी ने बताया कि आईएसओ सर्टिफिकेशन से लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी. साथ ही साथ कार्यालय का माहौल इको फ्रेंडली होगा. वहीं कार्यालय के अंदर क्रियान्वित योजनाओं में भी पारदर्शिता रहेगी.
लखनऊ के मोहनलालगंज खंड विकास कार्यालय को मिला आईएसओ सर्टिफिकेशन
राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज खंड विकास कार्यालय को आईएसओ सर्टिफिकेटशन मिला है. अब यहां आने वाले फरियादियों को किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा.
लखनऊ: राजधानी के मोहनलालगंज खंड विकास कार्यालय को आईएसओ सर्टिफिकेट मिला है. यह पहला ब्लॉक है, जिसे आईएसओ सर्टिफिकेट मिला है. सर्टिफिकेशन मिलने के बाद ब्लॉक में आने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. साथ ही साथ ब्लॉक निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है.
राजधानी लखनऊ में कुल 8 खंड विकास कार्यालय (ब्लॉक) हैं, जिसमें मोहनलालगंज खंड विकास कार्यालय पहला आईएसओ सर्टिफाइड ब्लॉक बन गया है. अब ब्लॉक में आने वाले फरियादियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. सर्टिफिकेशन के बाद ब्लॉक में जगह-जगह नाम पट्ट लगाए गए हैं, जिससे आने वाले फरियादियों को किसी से कुछ पूछने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. वह सीधे नाम पढ़कर संबंधित विभाग में अपनी परेशानी का निवारण करा सकते हैं.
इसके साथ ही साथ मोहनलालगंज खंड विकास कार्यालय के अंदर निर्माण कार्य (जैसे औषधीय पौधशाला, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच, खेल का मैदान आदि) कराए जा रहे हैं. जानकारी देते हुए खंड विकास अधिकारी ने बताया कि आईएसओ सर्टिफिकेशन से लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी. साथ ही साथ कार्यालय का माहौल इको फ्रेंडली होगा. वहीं कार्यालय के अंदर क्रियान्वित योजनाओं में भी पारदर्शिता रहेगी.