लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी में बीते दिनों शहर के ट्रैफिक जाम ने दो लोगों की जान ले ली. दोनों ही जगहों पर आग लगने पर भारी जाम के चलते फायर टेंडर समय पर पहुंच नहीं सके और समय से मदद न मिल पाने से एक बुजुर्ग व एक नौजवान की जल कर मौत हो गई. यह आलम तब है जब सीएम योगी अदित्यानाथ ने फायर सर्विस को रिस्पाॅन्ड टाइम घटाने को लेकर सख्त निर्देश दिया है.
28 नवंबर 2022 को राज्धानी के विकास नगर सेक्टर 4 में रिटायर्ड शिक्षिका के घर पर आग लग गई. जिस इलाके में आग लगी थी वहां से आधे घंटे की दूरी पर इन्दिरानगर फायर स्टेशन था. बावजूद इसके फायर टेंडर मौके पर एक घन्टा देरी से पहुंचें. जिसको लेकर गृह विभाग ने डीजी फायर सर्विस को तलब किया था. इस अग्निकांड में समय पर रेस्क्यू न हो पाने पर बुजुर्ग शिक्षिका शशी की मौत (Elderly teacher Shashi's death) हो गई थी।
8 दिसंबर 2022 को चारबाग एक रेस्टोंरेंट में आग लग गई. इस अग्निकांड में एक युवक की जान चली गई. यहां लगी आग को बुझाने के लिए पहले अमीनाबाद फायर स्टेशन से एक गाड़ी मौके के लिए रवाना की गई. इसके बाद हजरतगंज से भी फायर टेंडर को भेजा गया. हालांकि घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने कहा कि दमकल वाहनों को पहुंचने में देरी हुई. जिस कारण जल्द से जल्द आग को बुझाया नहीं जा सका. राजधानी के मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) मंगेश कुमार कहते हैं कि विकास नगर में विभाग को 1:32 पर आग की सूचना मिली थी और 1:50 पर फ़ायर टेंडर मौके पर पहुंच गई थी. चारबाग में भी अमीनाबाद से पहला फायर टेंडर 15 मिनट में पहुंच गया था. सीएफओ के मुताबिक यह जरूर है कि कभी-कभी राजधानी में ट्रैफिक जाम की वजह से फायर टेंडर को समय पर पहुंचने पर देर हो जाती है. लोगों को यह समझना होगा कि सड़कों पर जब फायर टेंडर गुजरते हैं तो वह इमरजेन्सी में ही होते हैं. ऐसे में चाहे बाइक हो या फिर कार फायर सर्विस गाड़ियों को गुजरने के लिए जगह देनी चाहिए एडीसीपी यातायात अजय कुमार (ADCP Traffic Ajay Kumar) कहते हैं कि एम्बुलेंस व फायर सर्विस समय से अपने गन्तत्व स्थान पहुंचे यह ट्रैफिक विभाग की प्राथमिकता होती है. सभी ट्रैफिक कर्मियों को निर्देश दे दिया है कि यदि कोई फायर टेंडर जा रहा हो तो जाम लगे होने के बावजूद किसी भी तरीके से फायर टेंडर को गंतव्य स्थान पर रवाना किया जाए
सीएम योगी ने 7 मिनट तय कर रखा है रिस्पोंस टाइम : फायर सर्विस समय से घटना स्थल पर पहुंचे इसके लिए सीएम योगी आदित्यानाथ ने सभी तहसीलों में फायर टेंडर की सुविधा देने के लिए निर्देश दिए थे. वहीं रिस्पोंस टाइम भी घटाने को लेकर भी फैसला किया था. ग्रामीण इलाकों में अधिकतम 15 मिनट और शहरी क्षेत्र में अधिकतम 7 मिनट का रिस्पांस टाइम सुनिश्चित करने के निर्देश थे. बावजूद इसके बीती दिनों हुई विकासनगर व चारबाग में हुई आग लगने की घटना में निर्धारित 7 मिनट से कई गुना देरी से दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच सकी थीं.
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