लखनऊ: योगी सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने लखनऊ के हज हाउस का नाम बदलने का प्रस्ताव रखा है. इस पर मुस्लिम रहनुमा मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने सवाल उठाएं हैं साथ ही सरकार के इस कदम पर ऐतराज जताया है.
हज का नाम बदलने पर उठाएं सवाल
लखनऊ के मौलाना अली मियां मेमोरियल हज हाउस के नाम बदलने पर मुस्लिम रहनुमा मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने सवाल उठाएं हैं. मौलाना खालिद रशीद का कहना कि जिस शख्स ने जिस क्षेत्र में बेहतरीन काम अंजाम दिए हैं उसी क्षेत्र से सम्बंधित इदारे या इमारत के नाम रखे जाते हैं.
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अब्दुल कलाम के नाम से बनाएं साइंटिफिक सेंटर
मौलाना अली मिया नदवी ने धार्मिक क्षेत्र में बड़े काम किए हैं. उनकी लिखी हुई किताबें तमाम इदारों में पढ़ाई जाती हैं लिहाजा हज हाउस का नाम उनके ही नाम पर रहना चाहिए. फरंगी महली का कहना है कि बेहतर होता की डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम के नाम कोई नया साइंटिफिक सेंटर बनवाया जाता.
आपको बताते चलें कि योगी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा ने यूपी के तीन हज हाउस के नाम देश के महापुरुषों के नाम पर रखने के लिए प्रस्ताव रखने की बात कही है. इसके बाद कैबिनेट से इस पर मोहर लगाकर हज हाउस के नाम परिवर्तित किया जाएगा.