ETV Bharat / state

LDA की ट्रांसपोर्ट नगर योजना में हुई फर्जी रजिस्ट्री, मामला दर्ज

author img

By

Published : Jul 6, 2021, 7:25 AM IST

लखनऊ विकास प्राधिकरण की ट्रांसपोर्ट नगर योजना में फर्जी रजिस्ट्री का मामला सामने आया है. यह खेल एलडीए की करोड़ों की जमीन हड़पने के लिए किया गया. उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश के आदेश पर हुई जांच में इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ. इस मामले में सरोजनीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई.

lda
lda

लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण की ट्रांसपोर्ट नगर योजना में फर्जीवाड़ा किया गया. एलडीए की करोड़ों की जमीन हड़पने के लिए फर्जी रजिस्ट्री की गयी. इस मामले में लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने जांच का आदेश दिया था. इस फर्जीवाड़े में शामिल जमीन के खरीदार और विक्रेता के खिलाफ सरोजनीनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई.

ऐसे हुआ खुलासा
लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव पवन कुमार गंगवार ने बताया कि ट्रांसपोर्ट नगर योजना में खाली पड़े भूखंडों के संबंध में प्राधिकरण ने विज्ञापन प्रकाशित कराया था. इस विज्ञापन में ट्रांसपोर्ट नगर योजना से संबंधित आवंटित भूखंड के अभिलेख प्राधिकरण को उपलब्ध कराने के लिए कहा गया था. अवनीश कुमार की पत्नी मीता तिवारी ने भूखंड संख्या एफ-344 पर अपना मालिकाना हक बताया और रजिस्ट्री की कॉपी दी. प्रारंभिक जांच में ये रजिस्ट्री फर्जी पायी गई. मीता तिवारी ने बताया कि उन्होंने यह भूखंड हिंद नगर निवासी विनय चौधरी की पत्नी मनदीप चौधरी से 31 अगस्त 2020 को खरीदा था. मीता चौधरी ने जो दस्तावेज दिए, उनमें मनदीप चौधरी के नाम से भूखंड की रजिस्ट्री 5 दिसंबर 2000 को उप निबंधक कार्यालय में पंजीकृत दिखाई गई. जांच में पाया गया कि मनदीप चौधरी की ऐसी कोई रजिस्ट्री उप निबंधक कार्यालय में दर्ज ही नहीं थी.


दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
सचिव पवन गंगवार ने बताया कि मनदीप चौधरी ने प्राधिकरण की संपत्ति हड़पने के लिए इस भूखंड के फर्जी दस्तावेज तैयार किए और उनकी मदद से इसे मीता तिवारी को बेच दिया. मीता तिवारी ने भी बिना जांच किए यह संपत्ति खरीदी. इस मामले में मीता तिवारी और मनदीप चौधरी की मिलीभगत नजर आयी. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने इस प्रकरण की जांच कराने के बाद मनदीप चौधरी और मीता तिवारी के खिलाफ सोमवार को सरोजनीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई.

लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण की ट्रांसपोर्ट नगर योजना में फर्जीवाड़ा किया गया. एलडीए की करोड़ों की जमीन हड़पने के लिए फर्जी रजिस्ट्री की गयी. इस मामले में लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने जांच का आदेश दिया था. इस फर्जीवाड़े में शामिल जमीन के खरीदार और विक्रेता के खिलाफ सरोजनीनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई.

ऐसे हुआ खुलासा
लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव पवन कुमार गंगवार ने बताया कि ट्रांसपोर्ट नगर योजना में खाली पड़े भूखंडों के संबंध में प्राधिकरण ने विज्ञापन प्रकाशित कराया था. इस विज्ञापन में ट्रांसपोर्ट नगर योजना से संबंधित आवंटित भूखंड के अभिलेख प्राधिकरण को उपलब्ध कराने के लिए कहा गया था. अवनीश कुमार की पत्नी मीता तिवारी ने भूखंड संख्या एफ-344 पर अपना मालिकाना हक बताया और रजिस्ट्री की कॉपी दी. प्रारंभिक जांच में ये रजिस्ट्री फर्जी पायी गई. मीता तिवारी ने बताया कि उन्होंने यह भूखंड हिंद नगर निवासी विनय चौधरी की पत्नी मनदीप चौधरी से 31 अगस्त 2020 को खरीदा था. मीता चौधरी ने जो दस्तावेज दिए, उनमें मनदीप चौधरी के नाम से भूखंड की रजिस्ट्री 5 दिसंबर 2000 को उप निबंधक कार्यालय में पंजीकृत दिखाई गई. जांच में पाया गया कि मनदीप चौधरी की ऐसी कोई रजिस्ट्री उप निबंधक कार्यालय में दर्ज ही नहीं थी.


दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
सचिव पवन गंगवार ने बताया कि मनदीप चौधरी ने प्राधिकरण की संपत्ति हड़पने के लिए इस भूखंड के फर्जी दस्तावेज तैयार किए और उनकी मदद से इसे मीता तिवारी को बेच दिया. मीता तिवारी ने भी बिना जांच किए यह संपत्ति खरीदी. इस मामले में मीता तिवारी और मनदीप चौधरी की मिलीभगत नजर आयी. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने इस प्रकरण की जांच कराने के बाद मनदीप चौधरी और मीता तिवारी के खिलाफ सोमवार को सरोजनीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.