लखनऊ: राजधानी में गुरुवार को इमामबाड़े के बाहर सड़क पर मातम किये जाने के मामले पर पुलिस ने केस दर्ज किया है. पुराने लखनऊ के आगा बाक़र इमामबाड़े के बाहर सड़क पर रोक के बावजूद 30 से ज्यादा युवकों के मातम करने पर पुलिस ने महामारी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.
कोरोना काल के दौरान मोहर्रम महीने पर धार्मिक जुलूसों और कार्यक्रमों पर कई तरह की पाबंदियां लगी हैं. सड़क पर किसी तरह का ताज़िया रखने या निकालने की भी मनाही है. सरकार की रोक के बावजूद गुरुवार को कुछ लोगों ने थाना चौक अंतर्गत आगा बाक़र इमामबाड़े के बाहर गुरुवार को पहुंचकर अचानक मातम शुरू कर दिया. सड़क पर मातम की सूचना मिलते ही आनन-फानन में भारी पुलिसबल मौके पर पहुंच गया.
पुलिस ने मामले की वीडियोग्राफी कर लोगों को सड़क से हटा दिया. वहीं इस मामले पर अब पुलिस ने 30 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है. इस मामले में शबी फातिमा और शहंशाह पर नामजद एफआईआर दर्ज हुई है. पुलिस ने शहंशाह को मौके से गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि बाद में थाने से उसको ज़मानत मिल गई है.
इस मामले पर डीसीपी वेस्ट सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने बताया कि गुरुवार को अचानक 30 से 40 लोग सड़क पर मातम करने लगे. पुलिसकर्मियों ने उन्हें कोरोना एक्ट के प्रावधानों के तहत रोकने की कोशिश की. पुलिस के समझाने के बावजूद लोगों ने मातम जारी रखा, जिनकी वीडियोग्राफी कर ली गई. इस मामले पर 30 से ज़्यादा लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.