लखनऊ: राजधानी के डॉ. शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय के कुलसचिव अमित कुमार पर विश्विद्यालय में ही कार्यरत एक महिला कर्मचारी ने ने यौन शोषण की कोशिश का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है. आरोप है कि कुलसचिव पिछले 3 साल से उसे परेशान कर रहे थे.
विश्वविद्यालय में 2018 में नियुक्त हुई महिला कर्मी का आरोप है कि कुलसचिव अमित कुमार अपने तीन अन्य यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के साथ उन पर पिछले 3 सालों से शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बना रहे थे.
पीड़िता ने लखनऊ के पारा थाने में कुलसचिव समेत तीनों अधिकारी अमित राय, प्रोफेसर हिमांशु शेखर और डॉ. अरविंद कुमार सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है.एफआईआर के मुताबिक, साल 2018 में नौकरी लगने के पहले ही दिन से कुलसचिव अमित कुमार की गंदी नजर पीड़िता पर पड़ गयी थी.
यह भी पढ़ें : बागपत में कुख्यात गैंगस्टर विक्की सुन्हेडा का मकान कुर्क
इसके बाद कई मौकों पर अमित उनका किसी न किसी बहाने शारीरिक स्पर्श करते थे. कई बार सीधे तौर पर शारीरिक संबंध बनाने को भी कहा. पीड़िता के मना करने पर आरोपी अमित ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से उसे धमकाने और उसका भविष्य खराब करने की धमकी दिलवाई.
पीड़िता के मुताबिक 2018 से लेकर 2021 तक उन्हें हर तरह से परेशान किया गया कुलसचिव की बत्तमीजी कम न होते देख पीड़िता ने विश्वविद्यालय के कुलपति से भी शिकायत की. हालांकि वहां से भी उसे कोई मदद नहीं मिली.
इसके बाद पीड़िता ने पारा थाने में कुलसचिव, उप कुलसचिव, प्रोफेसर और ऑफिस स्टाफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई. पुलिस ने इन चारों के खिलाफ आईपीएस की धारा 354, 120 b समेत गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने मामले की जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है.