लखनऊः उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में फाइलेरिया बीमारी के खिलाफ अभियान की शुरुआत को लेकर मंगलवार को एक बैठक सचिव वी. हेकाली झिमोमी की अध्यक्षता में हुई. इस अभियान की शुरुआत उत्तर प्रदेश के 8 जनपदों में 21 दिसंबर से की जाएगी. अभियान के तहत गठित टीम द्वारा घर-घर लोगों को दवाई उपलब्ध कराई जाएगी.
स्टेट टास्क फोर्स की हुई बैठक
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार फाइलेरिया दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी है, यह लोगों को विकलांग बना देती है. बीमारी के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है. वहीं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तरफ से इस बीमारी से लड़ने के लिए उत्तर प्रदेश शासन के सचिव वी. हेकाली झिमोमी की अध्यक्षता में स्टेट टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया है. इस बैठक में निर्णय लिया गया है कि प्रदेश के 8 जनपदों में स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर पहुंच कर लोगों को दवाइयां देगी.
तालमेल बनाकर अभियान को बनाएं सफल
बैठक के दौरान सचिव स्वास्थ्य वी. हेकाली झिमोमी ने कहा है कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को गंभीरता से लिया जाएगा. बैठक के दौरान स्वास्थ्य सचिव ने सभी अधिकारियों से मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान को सफल बनाने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपस में तालमेल बनाकर फाइलेरिया लक्ष्य को हासिल करने में अपना रोल अदा करें. बैठक के दौरान पंचायती राज, शिक्षा विभाग, ग्राम्य विकास, समेकित बाल विकास योजना, समाज कल्याण एवं सूचना विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे.
इन जनपदों में युद्ध स्तर पर चलेगा अभियान
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि उत्तर प्रदेश के 8 जनपदों में युद्ध स्तर पर फाइलेरिया बीमारी की दवाइयां लोगों को घर-घर पिलाई जाएंगी. जिसमें औरैया, इटावा, फर्रुखाबाद, गाजीपुर, कन्नौज, कौशांबी, रायबरेली एवं सुल्तानपुर को शामिल किया गया है. सचिव ने अधिकारियों से कहा कि अभियान के दौरान कोविड 19 के दिशा-निर्देशों का भी सख्ती से पालन किया जाए.
प्रदेश के 8 जनपदों में घर-घर बांटी जाएगी फाइलेरिया की दवा - उत्तर प्रदेश टास्क फोर्स की बैठक हुई
उत्तर प्रदेश के 8 जनपदों में फाइलेरिया बीमारी के खिलाफ अभियान की शुरुआत 21 दिसंबर से की जाएगी. अभियान के तहत गठित टीम द्वारा घर-घर जाकर लोगों को दवाई उपलब्ध कराई जाएगी.
![प्रदेश के 8 जनपदों में घर-घर बांटी जाएगी फाइलेरिया की दवा प्रतीकात्मक तस्वीर.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-9814054-thumbnail-3x2-falria.jpg?imwidth=3840)
लखनऊः उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में फाइलेरिया बीमारी के खिलाफ अभियान की शुरुआत को लेकर मंगलवार को एक बैठक सचिव वी. हेकाली झिमोमी की अध्यक्षता में हुई. इस अभियान की शुरुआत उत्तर प्रदेश के 8 जनपदों में 21 दिसंबर से की जाएगी. अभियान के तहत गठित टीम द्वारा घर-घर लोगों को दवाई उपलब्ध कराई जाएगी.
स्टेट टास्क फोर्स की हुई बैठक
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार फाइलेरिया दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी है, यह लोगों को विकलांग बना देती है. बीमारी के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है. वहीं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तरफ से इस बीमारी से लड़ने के लिए उत्तर प्रदेश शासन के सचिव वी. हेकाली झिमोमी की अध्यक्षता में स्टेट टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया है. इस बैठक में निर्णय लिया गया है कि प्रदेश के 8 जनपदों में स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर पहुंच कर लोगों को दवाइयां देगी.
तालमेल बनाकर अभियान को बनाएं सफल
बैठक के दौरान सचिव स्वास्थ्य वी. हेकाली झिमोमी ने कहा है कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को गंभीरता से लिया जाएगा. बैठक के दौरान स्वास्थ्य सचिव ने सभी अधिकारियों से मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान को सफल बनाने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपस में तालमेल बनाकर फाइलेरिया लक्ष्य को हासिल करने में अपना रोल अदा करें. बैठक के दौरान पंचायती राज, शिक्षा विभाग, ग्राम्य विकास, समेकित बाल विकास योजना, समाज कल्याण एवं सूचना विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे.
इन जनपदों में युद्ध स्तर पर चलेगा अभियान
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि उत्तर प्रदेश के 8 जनपदों में युद्ध स्तर पर फाइलेरिया बीमारी की दवाइयां लोगों को घर-घर पिलाई जाएंगी. जिसमें औरैया, इटावा, फर्रुखाबाद, गाजीपुर, कन्नौज, कौशांबी, रायबरेली एवं सुल्तानपुर को शामिल किया गया है. सचिव ने अधिकारियों से कहा कि अभियान के दौरान कोविड 19 के दिशा-निर्देशों का भी सख्ती से पालन किया जाए.