लखनऊ : प्रदेश के सभी प्राविधिक संस्थाओं में अगले तीन वर्ष के लिए फीस तय कर दी गई है. प्रवेश और फीस नियमन समिति ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं. इसके साथ ही डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय से संबद्ध 650 से ज्यादा काॅलेजों सहित प्रदेश के 1440 से अधिक पॉलिटेक्निक काॅलेजों के लिए शासन ने शुल्क निर्धारित कर दिया है. यह शुल्क 2023-24, 2024-25 से 2025-26 तक लागू रहेगा. साथ ही प्रवेश और फीस नियमन समिति उत्तर प्रदेश ने कहा है कि 'जो काॅलेज शासन स्तर पर निर्धारित शुल्क से असहमत हैं, ऐसे काॅलेजों को 20 दिन के अंदर ऑनलाइन औचित्यपूर्ण आवेदन करने होंगे.'
बीते तीन वर्षों में लिए गए फीस का होगा ऑडिट : प्रवेश और फीस नियमन समिति उत्तर प्रदेश के सचिव राजेश चंद्रा के स्तर से जारी आदेश में कहा गया है कि असहमत काॅलेजों के आवेदन पर शुल्क निर्धारण के लिए 2020-21, 2021-22, 2022-23 की ऑडिटेड बैलेंस शीट के आधार पर शुल्क आगणन किया जायेगा. जिन संस्थानों की नवीनतम ऑडिटेड बैलेंस शीट 2022-23 तैयार नहीं होगी, ऐसे संस्थानों के शुल्क आगणन के लिए 2019-20, 2020-21, 2021-22 की ऑडिटेड बैलेंस शीट के आधार पर शुल्क निर्धारित किये जायेंगे. शासन स्तर पर निर्धारित शुल्क तीन सत्रों के लिए मान्य होंगे. इसमें छात्रावास शुल्क, परीक्षा शुल्क एवं धनराशि को छोड़कर सभी शुल्क शामिल हैं.
पाठ्यक्रम शुल्क |
बीटेक 61,200 |
बीफार्मा 70,500 |
बीआर्क 64,300 |
बीएफए 94,900 |
बीएफएडी 94,900 |
बीएचएमसीटी 77,900 |
एमबीए 66,500 |
एमसीए 61,200 |
एमफार्मा 76,500 |
एमआर्क 64000 |
एमटेक 64000 |
सभी बी वोकेशनल कोर्स के लिए 29,900 |
एमबीए इंट्रीग्रेटेड कोर्स के लिए 28,700 |
डिप्लोमा कोर्सों के लिए भी शुल्क निर्धारित : डिप्लोमा स्तरीय तकनीकी संस्थानों में तीन वर्षीय सभी पाठ्यक्रम एवं फार्मेसी पाठ्यक्रम के अंतर्गत डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग के लिए 33,600 रुपए शुल्क, बीफार्मा के लिए 50,100 रुपए, डीआर्क के लिए 33,700 और बीएचएमसीटी के लिए 34,800 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है. इसी तरह डिप्लोमा स्तरीय तकनीकी संस्थानों में दो वर्षीय डीफार्मा को छोड़कर एवं एक वर्षीय पाठ्यक्रमों के तहत दो वर्षीय व एक वर्षीय कोर्सों के लिए 25000 रुपए शुल्क रखा गया है, वहीं सहायता प्राप्त डिप्लोमा स्तरीय तकनीकी संस्थानों में चल रहे सभी कोर्सों के लिए 19,000 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है.