लखनऊः इन दिनों गेहूं की फसल की बुआई जोरों पर चल रही है. इसलिए किसानों को यूरिया खाद की विशेष जरुरत है. साधन सहकारी समितियों पर काफी समय से खाद उपलब्ध नहीं है, जिसकी वजह से किसानों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
समितियों पर खाद की किल्लत
मलिहाबाद क्षेत्र की साधन सहकारी समिति सहिलामऊ, लालगंज समितियों से 10 से अधिक गांव जुड़े हुए हैं. इन समितियों पर लगभग 20 दिनों से यूरिया खाद नहीं पहुंची है. इन परिस्थितियों में किसानों को समिति का लाभ नहीं मिल पा रहा है और खाद लेने के लिए परेशान होना पड़ रहा है.
प्राइवेट दुकानों से खाद लेने को मजबूर किसान
किसान मजबूरी में प्राइवेट दुकानों से यूरिया खाद खरीदने को मजबूर हैं. किसान सतीश शर्मा, दिनेश, प्रदीप, नन्हा, रामचंद्र आदि ने बताया कि प्राइवेट दुकान से यूरिया की बोरी महंगे दामों पर मिलती है.
खाद के नाम पर मिल रहा सिर्फ कोरा अश्वासन
साधन सहकारी समितियों के सचिवों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि लगभग 20 दिन पहले चेक लगा दिया था, लेकिन जिले से यूरिया खाद उनको उपलब्ध नहीं कराई जा रही है. जब भी वह जिला प्रबन्धक पीसीएफ अधिकारी को फोन मिलाकर यूरिया भेजने की मांग करते हैं तो उनके द्वारा हमेशा यही बताया जाता है कि कल आपकी समिति पर खाद भेज दी जाएगी. किसान आए दिन समिति पर आकर खाद न होने से मायूस होकर लौट रहे हैं.
वहीं जिला प्रबन्धक पीसीएफ अधिकारी ने बताया कि इन समितियों से चेक तो हमारे पास आ गए हैं, लेकिन 1 दिसंबर से कुछ तकनीकी दिक्कतों के कारण यूरिया खाद नहीं पहुंच सकी है. तुरंत मलिहाबाद की इन समितियों पर खाद हरहाल में भेज दी जाएगी. समितियों पर खाद न होने के कारण किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, जिस कारण किसानों में काफी रोष व्याप्त है.