लखनऊ: पूरे देश में बारिश ने जगह-जगह तबाही मचाई है. ऐसे में आम जनता के साथ-साथ अन्नदाता पर भी बारिश के कहर से परेशान है. जिसे देखते हुए किसानों की समस्याओं से रूबरू होने ईटीवी भारत की टीम यूपी की राजधानी लखनऊ के मदारी खेड़ा गांव पहुंची. जहां किसानों ने अपना दर्द बयां किया.
लखनऊ: बारिश ने किसानों पर ढाया कहर, अधिकारियों ने नहीं ली कोई खबर
पूरे देश में बारिश ने जगह-जगह तबाही मचाई है. ऐसे में आम जनता के साथ-साथ अन्नदाता पर भी बारिश के कहर से परेशान है. जिसे देखते हुए किसानों की समस्याओं से रू-ब-रू होने ईटीवी भारत की टीम यूपी की राजधानी लखनऊ के मदारी खेड़ा गांव पहुंची. जहां किसानों ने अपना दर्द बयां किया.
ईटीवी भारत की टीम ने जाना किसानों का हाल
लखनऊ: पूरे देश में बारिश ने जगह-जगह तबाही मचाई है. ऐसे में आम जनता के साथ-साथ अन्नदाता पर भी बारिश के कहर से परेशान है. जिसे देखते हुए किसानों की समस्याओं से रूबरू होने ईटीवी भारत की टीम यूपी की राजधानी लखनऊ के मदारी खेड़ा गांव पहुंची. जहां किसानों ने अपना दर्द बयां किया.
इसके अलावा कुछ किसानों का कहना है कि उसने घर भी टूट गए हैं. वह दूसरों के घरों में रहने के लिए मजबूर हैं. इन सबके बावजूद भी अब तक कोई सरकारी नुमाइंदा उनकी परेशानियों को सुनने नहीं पहुंचा है. सरकार ने दावा किया था कि किसानों को मदद दी जाएगी, लेकिन हकीकत में तो सिर्फ किसान सरकारी मदद के लिए टकटकी लगाए बैठे दिखाई दे रहे हैं.
इसके अलावा कुछ किसानों का कहना है कि उसने घर भी टूट गए हैं. वह दूसरों के घरों में रहने के लिए मजबूर हैं. इन सबके बावजूद भी अब तक कोई सरकारी नुमाइंदा उनकी परेशानियों को सुनने नहीं पहुंचा है. सरकार ने दावा किया था कि किसानों को मदद दी जाएगी, लेकिन हकीकत में तो सिर्फ किसान सरकारी मदद के लिए टकटकी लगाए बैठे दिखाई दे रहे हैं.
Intro:जिस तरह से पूरा देश में बारिश ने जगह-जगह तबाही मचाई है ऐसे में आम जनता के साथ-साथ अन्नदाता पर भी बारिश का कहर बरसा है। सैकड़ों बीघे फसलें पानी में डूबकर तबाह हो गई हैं। उत्तर प्रदेश में भी भारी बारिश के चलते किसानों की फसलें तबाह हुई हैं हालांकि सरकार द्वारा दावे जरूर किए गए थे कि समय पर बारिश से प्रभावित लोगों को मदद दी जाएगी लेकिन हकीकत में आज भी अन्नदाता सरकारी मदद के लिए टकटकी लगाए बैठे हुए हैं।
Body:भारी बारिश के चलते राजधानी लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्रों के रहने वाले किसानों की फसलें नष्ट होने से उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। किसानों की इन्हीं समस्याओं को सुनने ईटीवी भारत की टीम राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले मदारी खेड़ा गांव पहुंची जहां किसानों ने अपना दर्द बयां किया।
किसान सर पर हाथ रख कर अपने खेतों की तरफ बेबस निहारता हुआ दिखाई दे रहा था क्योंकि बरसात में उसकी खून पसीने की मेहनत पर पूरा पानी फेर दिया है। तिलहन, उड़द और धान जैसी फसलें पानी में डूब कर तबाह हो चुकी हैं। वहीं किसानों का आरोप है कि उनकी फसल बारिश में पूरी तरह तबाह होने के बाद भी अब तक कोई सरकारी नुमाइंदा उनकी परेशानियों को सुनने नहीं पहुंचा है। साथ ही किसानों ने बताया कि पहले आवारा जानवरों से फसलों को काफी नुकसान हो चुका है उसके बाद बरसात में उनकी फसल पूरी तरह तबाह कर दी है कुछ किसानों के घर भी टूट गए हैं और वह दूसरों के घरों में रहने के लिए मजबूर हैं।
वॉक थ्रू- योगेश मिश्रा ( किसानों के साथ)
Conclusion:हाल यह है कि किसान आवारा पशु और बारिश का डबल अटैक चल रहा है वही ऐसे में एक बड़ा सवाल उठता है कि जब सूबे की राजधानी में अन्नदाता ओं का यह हाल है तो बाकी प्रदेश में क्या होगा।
योगेश मिश्रा लखनऊ
7054179998
Body:भारी बारिश के चलते राजधानी लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्रों के रहने वाले किसानों की फसलें नष्ट होने से उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। किसानों की इन्हीं समस्याओं को सुनने ईटीवी भारत की टीम राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले मदारी खेड़ा गांव पहुंची जहां किसानों ने अपना दर्द बयां किया।
किसान सर पर हाथ रख कर अपने खेतों की तरफ बेबस निहारता हुआ दिखाई दे रहा था क्योंकि बरसात में उसकी खून पसीने की मेहनत पर पूरा पानी फेर दिया है। तिलहन, उड़द और धान जैसी फसलें पानी में डूब कर तबाह हो चुकी हैं। वहीं किसानों का आरोप है कि उनकी फसल बारिश में पूरी तरह तबाह होने के बाद भी अब तक कोई सरकारी नुमाइंदा उनकी परेशानियों को सुनने नहीं पहुंचा है। साथ ही किसानों ने बताया कि पहले आवारा जानवरों से फसलों को काफी नुकसान हो चुका है उसके बाद बरसात में उनकी फसल पूरी तरह तबाह कर दी है कुछ किसानों के घर भी टूट गए हैं और वह दूसरों के घरों में रहने के लिए मजबूर हैं।
वॉक थ्रू- योगेश मिश्रा ( किसानों के साथ)
Conclusion:हाल यह है कि किसान आवारा पशु और बारिश का डबल अटैक चल रहा है वही ऐसे में एक बड़ा सवाल उठता है कि जब सूबे की राजधानी में अन्नदाता ओं का यह हाल है तो बाकी प्रदेश में क्या होगा।
योगेश मिश्रा लखनऊ
7054179998