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कृषि कानून पर प्रदर्शन, यूपी में सड़कों पर किसान

किसानों का प्रदर्शन.
किसानों का प्रदर्शन.
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Published : Nov 27, 2020, 3:13 PM IST

Updated : Nov 27, 2020, 6:56 PM IST

18:45 November 27

कुशीनगर में किसानों ने सौंपा ज्ञापन

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कुशीनगर में किसानों ने सौंपा ज्ञापन.

कुशीनगरः जिले में शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण ढंग से पंचायत का आयोजन कर अपना विरोध जताया. भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष ध्रुव नारायण यादव के अगुवाई में किसानों ने रामकोला कप्तानगंज मार्ग के किनारे रामपुर बगहा कुटी पर आयोजित पंचायत के बाद प्रधानमंत्री के नाम अपना ज्ञापन स्थानीय एसडीएम को सौंपा.  

भारतीय किसान यूनियन के केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देश पर कृषि नीतियों के विरोध में शुक्रवार को भाकियू ने रामकोला- कप्तानगंज मार्ग पर रामपुर बगहा कुटी पर पंचायत किया. जिलाध्यक्ष ध्रुव नारायण यादव ने इस मौके पर कहा कि केंद्र सरकार गलत कृषि नीति लागू कर किसानों पर अत्याचार कर रही है. किसानों के फसलों का समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है. जिलाध्यक्ष ने कृषि नीतियों के विरोध में किसानों पर किए गए मुकदमें को वापस लेने की भी मांग की.

18:41 November 27

किसान संगठनों ने जुलूस निकाल कर केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की

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मऊ में किसानों का प्रदर्शन.

मऊः कृषि सुधार कानून के विरोध में पंजाब के किसान दिल्ली कुच कर रहें हैं. हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को रोकने के तमाम प्रयास किए जा रहे थे, लेकिन किसान नहीं रुके. पंजाब के किसानों के समर्थन में उत्तर प्रदेश के किसान संगठन सड़क पर आ गए हैं. मऊ जिले में विभिन्न किसान संगठनों ने जुलूस निकाल कर केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की और पंजाब के किसानों के समर्थन में आवाज उठाई.

किसान नेता शिवशंकर सिंह में बताया कि केंद्र की सरकार किसान विरोधी कानून बनाई है. जिससे किसान बर्बाद हो जाएंगे. इस समय ही समर्थन मूल्य पर उपज नहीं बिक रहा है. जब समर्थन मूल्य ही खत्म हो जाएगा तो किसानों के हालात और भी खराब हो जाएंगे. देश का किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य बचाने के लिए सड़क पर है. सरकार को किसानों की बात सुननी ही पड़ेगी.

18:35 November 27

प्रदर्शन के दौरान किसानों की पुलिस के साथ हुई झड़प

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फर्रुखाबाद में किसानों का प्रदर्शन.

फर्रुखाबादः कोतवाली फतेहगढ़ क्षेत्र के रिलायंस तिराहे पर इटावा बरेली-हाईवे जाम करने के लिए भारतीय किसान यूनियन के नेताओं की पुलिस से तीखी झड़प हुई. किसान यूनियन जिलाध्यक्ष अरविंद राजपूत के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एकत्रित हुए. किसी अप्रिय घटना को रोकने के चलते सीओ मोहम्मदाबाद सोहराब आलम के नेतृत्व में कई थानों की पुलिस और पीएसी तैनात की गई.  

भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अरविंद ने बताया कि सरकार द्वारा लाए गए तीन किसान विरोधी कानून वापस किए जाएं. न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानून के दायरे में लाकर समर्थन मूल्य के नीचे खरीद करने वालों पर कार्रवाई की जाए. किसानों के सभी तरह के पिछले वर्षों के कर्ज माफ किए जाएं. लॉकडाउन में किसानों को हुए नुकसान की भरपाई हेतु भारत सरकार अभिलंब दो लाख करोड़ का पैकेज दे.  

इस दौरान किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प और धक्का-मुक्की हो गई. किसान यूनियन को हाईवे पर हटाने के लिए पुलिस को कड़ी मेहनत करनी पड़ी. प्रदर्शन के बाद तहसीलदार राजू कुमार को पीएम मोदी को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा.

17:59 November 27

पराली जलाने पर किसाने के खिलाफ दर्ज मुकदमें वापस लिए जाने की मांग

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कन्नौज में किसानों का प्रदर्शन.

कन्नौजः भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर सरकार द्वारा पास किए गए तीन कृषि कानून के विरोध में सड़क पर उतर कर चक्का जाम कर दिया. इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया. इस दौरान नेशनल हाईवे पर लंबा जाम लगा दिया. बाद में जिलाध्यक्ष शमीम सिद्दीकी ने एसडीएम को चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपा. कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसान नेताओं पर लगे मुकदमे वापस लिए जाएं.

किसानों ने कृषि कानून के विरोध में केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जैसे ही चक्का जाम की खबर प्रशासन को मिली. आनन-फानन में भारी संख्या में पुलिस और पीएसी बल मौके पर पहुंच गई. छिबरामऊ एसडीएम देवेश कुमार गुप्ता, सदर सीओ शिव प्रताप सिंह ने किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान मांगों को लेकर जीटी रोड पर डटे रहे. बाद में चार सूत्रीय मांगों को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा.  

जिलाध्यक्ष शमीम सिद्दीकी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की उपज का सही मूल्य नहीं दिलवा पा रही है. बिचौलियों को भंडारण की खुली छूट सरकार ने दे दी है. ताकि सरकार द्वारा पास किए गए कृषि कानून के अधीन किसानों को कार्य करने के लिए मजबूर कर सकें. 

17:52 November 27

किसानों ने कहा कृषि कानून वापस ले सरकार

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अयोध्या में किसानों का प्रदर्शन.

अयोध्याः केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए कृषि बिल के विरोध को लेकर देशभर में किसानों का आंदोलन जारी है. इसी कड़ी में अयोध्या में भी किसान यूनियन के नेताओं ने लखनऊ-अयोध्या राजमार्ग जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. अयोध्या में किसानों ने थाना रौनाही की अरकुना के पास एनएच-28 आंशिक रूप से जाम किया. इस दौरान मौके पर 4 थानों की पुलिस मौजूद रही.  

किसानों ने कहा कृषि कानून वापस ले सरकार

किसान यूनियन जनपद इकाई अयोध्या द्वारा केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानून के विरोध में एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कृषि उपज खरीदने की गारंटी जैसे कानून बनाने की मांग को लेकर फैजाबाद-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग को रौनाही थाना अंतर्गत अरकुना बाजार में जाम करके सरकार विरोधी नारे लगाए. आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव घनश्याम वर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों के दबाव में व्यापारियों के हित में किसानों का नाम लेकर पूरे देश में कृषि उपज बेचने हेतु की छूट दी गई है. किसानों को पहले भी कृषि उपज बेचने की छूट थी. व्यापारियों के हित में उक्त कानून लाकर मंडियों को समाप्त करना चाहती है.

17:44 November 27

सड़क पर दरी बिछा कर किसानों ने किया रोड जाम

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सहारनपुर में धरने पर बैठे किसान.

सहारनपुरः शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता, जिला अध्यक्ष चौधरी चरण सिंह की अगुवाई में थाना बिहारीगढ़ इलाके के गांव शेरपुर में दिल्ली-देहरादून हाईवे पर इकट्ठा हो गए. इस दौरान केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हाईवे जाम कर दिया.

इसके बाद सैकड़ों किसान हाईवे के बीचो-बीच दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए. किसान नेताओं का कहना है कि उनका यह आंदोलन भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता नरेश टिकैत के आह्वान पर किया गया है. जब तक वह आंदोलन खत्म करने का ऐलान नहीं करेंगे. तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. हालांकि हाईवे जाम होने से दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई और बेहट तहसील का पुलिस और प्रशासनिक अमला किसानों को मनाने में जुटा हुआ था

17:38 November 27

अलीगढ़ में किसानों ने किया प्रदर्शन, कृषि कानून वापस लिए जाने की मांग

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अलीगढ़ में प्रदर्शन करते किसान.

अलीगढ़: पंजाब और हरियाणा में किसानों के विरोध की आग अलीगढ़ तक भी पहुंच गई. भारतीय किसान यूनियन के लोग टप्पल में सड़क पर विरोध को उतर आएं. कई जगहों पर किसानों ने बिल के विरोध में प्रदर्शन भी किया.

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर हो फसल की खरीद

किसानों की मांग है कि कृषि विरोधी तीनों कानूनों को वापस लिया जाए और किसानों को फसल उत्पादन का समर्थन मूल्य पर खरीद की व्यवस्था की जाएं. वहीं कम मूल्य पर कृषि उत्पाद खरीद होने पर दंडनीय अपराध घोषित किया जाए. इसके साथ ही किसानों ने छर्रा, इग्लास, टप्पल और कलेक्ट्रेट पर भी विरोध दर्ज कराया.  

किसान नेता वीरेन्द्र ने कहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए किसान विरोधी कानून को वापस लिया जाएं. समर्थन मूल्य पर किसानों की फसल लेने की व्यवस्था की जाएं. किसान नेता विमल ने बताया कि पंजाब और हरियाणा में किसानों पर हुए वाटर कैनन और आंसू गैस छोड़ने की निंदा करते हैं. 

17:31 November 27

सोल्जर बोर्ड चौराहे पर जाम लगाकर किसानों ने कृषि कानून को वापस लिए जाने की मांग की

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हरदोई में किसानों किया चक्का जाम.

हरदोईः जिले में भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष राजबहादुर सिंह यादव के नेतृत्व में किसान नेताओं ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर शहर के सोल्जर बोर्ड चौराहे पर जाम लगाया. किसान नेताओं, कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून को वापस लिए जाने की मांग की. जिलाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों से किसानों को गहरा आघात लग रहा है. इन नीतियों से कॉर्पोरेट घरानों को लाभ होगा. कांट्रैक्ट खेती से फिर पुराने हाल में लौट जाएगा. तंगहाली में किसान आत्महत्या को विवश होगा, किसान को फसल की लागत से दोगुना कीमत देने, आय दोगुनी करने और सभी कर्ज माफ करने के वादे सरकार के हवा में रह गए हैं.  

17:24 November 27

सड़क जाम में फंसे नागरिक, किसानों का प्रदर्शन जारी

बुलंदशहर में किसानों का प्रदर्शन.

बुलंदशहरः कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बुलंदशहर में भी सरकार के खिलाफ हल्ला बोला. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं का हाई वोल्टेज ड्रामा भी देखने को मिला. जहां पहले उन्होंने शहर के मुख्य चौराहे को जाम किया. उसके बाद पर एनएच-91 पर पहुंचकर वहां भी सरकार के खिलाफ हुंकार भरते हुए रोड जाम कर दिया.

कांग्रेस जिलाध्यक्ष टुककीमल खटीक भी जाम के बीच फंसे थे. उनसे ईटीवी भारत ने बात की तो वो भी किसानों के प्रदर्शन का समर्थन करते हुए सरकार की नीतियों को किसानों के लिए नुकसानदेय बताया. इस दौरान लम्बी-लम्बी कतारें वाहनों की दिल्ली-अलीगढ़ रोड पर लगीं थीं.

17:09 November 27

मेधा पाटकर ने आगरा-ग्वालियर हाईवे किया जाम.

आगरा में मेधा पाटकर का प्रदर्शन.

आगरा: एमपी के ग्वालियर से धरना प्रदर्शन में सम्मिलित होने दिल्ली को जाने वाली नर्मदा बचाओ अभियान की अध्यक्ष मेधा पाटकर का काफिला बुधवार देर शाम आठ बजे से आगरा ग्वालियर हाईवे पर सैया बॉर्डर के पास डटा हुआ है. दिल्ली पुलिस की आग्रह पर आगरा पुलिस ने यूपी की सीमा में आने से रोकने पर वे अपने काफिले के साथ धरने पर बैठ गईं. जिसके बाद गुरुवार सुबह से हाईवे जाम कर दिया. वहीं मेधा दिल्ली जाने जाने की जिद पर अड़ी हैं. वहीं आगरा पुलिस प्रशासन उन्हें और उनके काफिले को बढ़ने नहीं दे रहा है.

ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने बताया है कि आगे की रणनीति वे अकेले नहीं बल्कि अपने तमाम किसानों और मजदूरों साथियों जो हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान आदि सम्पूर्ण भारतवर्ष के सभी साथियों का समन्वय है, उनसे बातचीत, विचार विमर्श कर आगे की रूपरेखा तय करेंगी. वहीं मामले की जानकारी के लिए एसएसपी बबलू कुमार, प्रभारी जिलाधिकारी जे. रीभा भी पहुंची और उनसे बातचीत की.

16:58 November 27

राजधानी से जुड़ने वाले कई नेशनल हाईवे को किसानों किया जाम.

लखनऊ में किसानों का प्रदर्शन.

लखनऊः राजधानी में किसान यूनियन (टिकैत ग्रुप) का कृषि कानून और हरियाणा में किसानों पर हुए अत्याचार के विरोध में प्रदेश व्यापी प्रदर्शन हो रहा है. सैकड़ों की संख्या में पहुंचे किसानों ने लखनऊ से रायबरेली को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-30 को जाम कर दिया. इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की.  

किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सरदार गुरमीत सिंह ने बताया कि आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी के द्वारा यह आदेश दिया गया था कि प्रदेश व्यापी प्रदर्शन किया जाएगा. जिसमें सभी नेशनल हाईवे को जाम किया जाएगा. इसी के तहत राजधानी लखनऊ में सीतापुर नेशनल हाईवे, सुल्तानपुर नेशनल हाईवे और रायबरेली नेशनल हाईवे को जाम कर प्रदर्शन किया जा रहा है.

16:44 November 27

मेरठ में किसानों ने कृषि कानून के खिलाफ किया प्रदर्शन

मेरठ में किसानों का प्रदर्शन.

मेरठ: हरियाणा-पंजाब के किसानों के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मेरठ के किसानों ने शुक्रवार की सुबह से ही दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे पर जाम लगाया हुआ है. जाम लगने से जहां दिल्ली- देहरादून आने जाने वाले यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं रूट डायवर्ट कर मोदीनगर और दौराला के रास्ते वाहनों को निकाला जा रहा है. किसानों का कहना है कि जब तक सरकार 3 महीने पहले पारित कृषि संबंधित तीनों कानूनों को वापस नहीं लेती, तब तक उनका यह धरना प्रदर्शन और हाईवे जाम जारी रहेगा.  

कृषि विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन

केंद्र सरकार ने पिछले दिनों लोकसभा एवं राज्यसभा में कृषि सबंधी तीन वीधेयक पारित किए थे. इन विधेयकों के खिलाफ किसानों ने उस दौरान भी सड़कों पर उतर कर आंदोलन किया था. किसान आंदोलन को देखते हुए केंद्र सरकार ने इन विधेयकों में संसोधन करने के लिए तीन माह का समय मांगा, लेकिन तीन माह बीत जाने के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने विधेयकों में बदलाव लाना तो दूर कोई विचार भी नहीं किया. जिसके चलते किसानों का आक्रोश एक बार फिर फुट पड़ा और कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर हुए हैं. 

16:12 November 27

किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर लखनऊ की सड़कों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात

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लखनऊ में तैनात पुलिस बल.

लखनऊः लखनऊः सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र के अहिमामऊ सुलतानपुर रोड पर कृषि कानून के विरोध में चक्का जाम करने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के युवा जिला अध्यक्ष आशीष यादव सहित 40 से 45 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर इको गार्डन भेज दिया है. भारी संख्या में मौजूद पुलिसकर्मियों के होने की वजह से किसान यूनियन के नेताओं का चक्का जाम कार्यक्रम फ्लॉप हो गया.   

16:05 November 27

दिल्ली की ओर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता का कूच

राकेश टिकैत.

मुजफ्फरनगर: कृषि कानून को लेकर सरकार और हरियाणा पंजाब के किसानों में चल रही लड़ाई में अब उत्तर प्रदेश के किसान भी कूद पड़े हैं. आज भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में हजारों किसान मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के दिल्ली देहरादून हाईवे-58 पर इकट्ठा हुए.

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के साथ हजारों किसानों ने दिल्ली की ओर कूच कर दिया है. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है. जिले के आला अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर मोर्चा संभाले हुए हैं. बहरहाल यहां से तो किसान दिल्ली की ओर निकल चुके हैं.

15:52 November 27

किसानों का प्रदर्शन, दूल्हा फंसा चक्का जाम में

बागपत में चक्का जाम.

बागपतः कृषि कानून को लेकर किसान सड़कों पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं. सरकार के खिलाफ जमकर हंगामा कर रहे है. जिसके चलते राहगीरों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं भारतीय किसान यूनियन के चक्का जाम की चेतावनी के चलते आज बागपत जनपद में भी भाकियू ने यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर मेरठ-बहालगढ़ हाईवे पर यमुना नदी के पुल पर चक्का जाम कर दिया.

चक्का जाम के चलते राहगीरों को भी कई घंटों तक समस्याओं का सामना करना पड़ा. वहीं भाकियू के चक्का जाम के दौरान दूल्हा भी 3 घंटे तक जाम में ही घीरा रहा. दूल्हे को जाम की वजह से भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है.

15:36 November 27

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आह्वान पर प्रदर्शन

सहारनपुर में किसानों का प्रदर्शन.

सहारनपुर: नेशनल हाईवे पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम किया. हरियाणा, पंजाब के किसानों के समर्थन में वेस्ट यूपी के किसान उतरे. केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि बिल के विरोध में किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.  

कृषि सुधार कानून के खिलाफ किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं, तो वहीं आज देश भर में किसानों ने चक्का जाम किया हुआ है. साथ ही सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं. इसी कड़ी में भारतीय किसान यूनियन ने मेरठ सहित पश्चिम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, सहारनपुर सहित सभी हाईवे को जाम कर दिया है. 

सहारनपुर जनपद में भी किसानों ने बिहारीगढ़ थाना क्षेत्र में दिल्ली-देहरादून-फतेहपुर हाईवे पर जाम लगा दिया है और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन को देखते हुए हाईवे पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है. किसानों का कहना है की इस काले कानून को वापस लिया जाए, मोदी सरकार के कृषि संशोधन विधेयक के विरोध में उत्तर प्रदेश का भारतीय किसान यूनियन भी पंजाब और हरियाणा के किसानों के समर्थन में है. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आह्वान पर उन्होंने ये चक्का जाम किया है.

15:19 November 27

किसानों की मांग है कि तीनों कृषि कानून तुरन्त वापस लिए जाए.

प्रयागराज में किसानों का प्रदर्शन.

प्रयागराजः दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में लगातार हो रही किसानों पर कार्रवाई के चलते प्रयागराज के एनएच-19 को किसानों ने जाम कर दिया. साथ ही भारतीय किसान यूनियन के लोगों ने अपना विरोध दर्ज कराया. दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में किसानों के ऊपर हुई बर्बरता पूर्वक कार्रवाई और किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में नेशनल हाइवे जाम किया है.

किसानों का ने कहा कि किसानों के ऊपर इस तरह की कार्रवाई करके सरकार किसानों के हक और मौलिक अधिकारों का हनन कर रही है. कहा कि देश की 135 करोड़ जनसंख्या में 80 करोड़ केवल किसान है. इन किसानों की मांग है कि तीनों कृषि कानून तुरन्त वापस लिए जाए. जिससे किसानों के हितों की रक्षा हो सके. किसानों को मुफ्त बिजली दी जाय, साथ ही बिजली विभाग का निजीकरण न किया जाय. 

14:43 November 27

रामपुर किसान नेता ने की इस्लामाबाद जाने की मांग

किसान प्रदर्शन.

रामपुरः कृषि कानून के खिलाफ आज पूरे देश के साथ प्रदेश में भी किसान सड़कों पर उतर कर केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर हैं. रामपुर से भी भारी संख्या में किसान, भारतीय किसान यूनियन के बेनर तले दिल्ली की ओर कूच करने के लिए निकले. इस दौरान उन्हें पुलिस ने अंबेडकर पार्क पर ही रोक दिया.

किसान वहीं हाईवे सड़क पर धरने पर बैठ गए. साथ ही केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. देश का किसान इस वक्त इस ठंड के मौसम में सड़कों पर बैठ कर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर है.  

भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष हसीब अहमद ने कहा किसान विरोधी कानून के खिलाफ किसान 3 महीने से सड़कों पर हैं. अब सड़कों से जब दिल्ली की तरफ कूच करने निकले तो गूंगी बहरी सरकार ने उन्हें रोक दिया. दिल्ली नहीं जाने दिया. किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े पानी की बौछार मारी. 

जिलाध्यक्ष ने हसीब अहमद ने कहा तो हमें इस्लामाबाद भेज दो. जब आप नहीं सुन रहे हो तो इस्लामाबाद भेज दो हमें. जिलाध्यक्ष ने कहा क्या बात है क्यों अपने किसानों से बैठ कर बात करना नहीं चाहती सरकार.  

18:45 November 27

कुशीनगर में किसानों ने सौंपा ज्ञापन

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कुशीनगर में किसानों ने सौंपा ज्ञापन.

कुशीनगरः जिले में शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण ढंग से पंचायत का आयोजन कर अपना विरोध जताया. भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष ध्रुव नारायण यादव के अगुवाई में किसानों ने रामकोला कप्तानगंज मार्ग के किनारे रामपुर बगहा कुटी पर आयोजित पंचायत के बाद प्रधानमंत्री के नाम अपना ज्ञापन स्थानीय एसडीएम को सौंपा.  

भारतीय किसान यूनियन के केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देश पर कृषि नीतियों के विरोध में शुक्रवार को भाकियू ने रामकोला- कप्तानगंज मार्ग पर रामपुर बगहा कुटी पर पंचायत किया. जिलाध्यक्ष ध्रुव नारायण यादव ने इस मौके पर कहा कि केंद्र सरकार गलत कृषि नीति लागू कर किसानों पर अत्याचार कर रही है. किसानों के फसलों का समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है. जिलाध्यक्ष ने कृषि नीतियों के विरोध में किसानों पर किए गए मुकदमें को वापस लेने की भी मांग की.

18:41 November 27

किसान संगठनों ने जुलूस निकाल कर केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की

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मऊ में किसानों का प्रदर्शन.

मऊः कृषि सुधार कानून के विरोध में पंजाब के किसान दिल्ली कुच कर रहें हैं. हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को रोकने के तमाम प्रयास किए जा रहे थे, लेकिन किसान नहीं रुके. पंजाब के किसानों के समर्थन में उत्तर प्रदेश के किसान संगठन सड़क पर आ गए हैं. मऊ जिले में विभिन्न किसान संगठनों ने जुलूस निकाल कर केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की और पंजाब के किसानों के समर्थन में आवाज उठाई.

किसान नेता शिवशंकर सिंह में बताया कि केंद्र की सरकार किसान विरोधी कानून बनाई है. जिससे किसान बर्बाद हो जाएंगे. इस समय ही समर्थन मूल्य पर उपज नहीं बिक रहा है. जब समर्थन मूल्य ही खत्म हो जाएगा तो किसानों के हालात और भी खराब हो जाएंगे. देश का किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य बचाने के लिए सड़क पर है. सरकार को किसानों की बात सुननी ही पड़ेगी.

18:35 November 27

प्रदर्शन के दौरान किसानों की पुलिस के साथ हुई झड़प

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फर्रुखाबाद में किसानों का प्रदर्शन.

फर्रुखाबादः कोतवाली फतेहगढ़ क्षेत्र के रिलायंस तिराहे पर इटावा बरेली-हाईवे जाम करने के लिए भारतीय किसान यूनियन के नेताओं की पुलिस से तीखी झड़प हुई. किसान यूनियन जिलाध्यक्ष अरविंद राजपूत के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एकत्रित हुए. किसी अप्रिय घटना को रोकने के चलते सीओ मोहम्मदाबाद सोहराब आलम के नेतृत्व में कई थानों की पुलिस और पीएसी तैनात की गई.  

भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अरविंद ने बताया कि सरकार द्वारा लाए गए तीन किसान विरोधी कानून वापस किए जाएं. न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानून के दायरे में लाकर समर्थन मूल्य के नीचे खरीद करने वालों पर कार्रवाई की जाए. किसानों के सभी तरह के पिछले वर्षों के कर्ज माफ किए जाएं. लॉकडाउन में किसानों को हुए नुकसान की भरपाई हेतु भारत सरकार अभिलंब दो लाख करोड़ का पैकेज दे.  

इस दौरान किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प और धक्का-मुक्की हो गई. किसान यूनियन को हाईवे पर हटाने के लिए पुलिस को कड़ी मेहनत करनी पड़ी. प्रदर्शन के बाद तहसीलदार राजू कुमार को पीएम मोदी को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा.

17:59 November 27

पराली जलाने पर किसाने के खिलाफ दर्ज मुकदमें वापस लिए जाने की मांग

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कन्नौज में किसानों का प्रदर्शन.

कन्नौजः भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर सरकार द्वारा पास किए गए तीन कृषि कानून के विरोध में सड़क पर उतर कर चक्का जाम कर दिया. इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया. इस दौरान नेशनल हाईवे पर लंबा जाम लगा दिया. बाद में जिलाध्यक्ष शमीम सिद्दीकी ने एसडीएम को चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपा. कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसान नेताओं पर लगे मुकदमे वापस लिए जाएं.

किसानों ने कृषि कानून के विरोध में केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जैसे ही चक्का जाम की खबर प्रशासन को मिली. आनन-फानन में भारी संख्या में पुलिस और पीएसी बल मौके पर पहुंच गई. छिबरामऊ एसडीएम देवेश कुमार गुप्ता, सदर सीओ शिव प्रताप सिंह ने किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान मांगों को लेकर जीटी रोड पर डटे रहे. बाद में चार सूत्रीय मांगों को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा.  

जिलाध्यक्ष शमीम सिद्दीकी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की उपज का सही मूल्य नहीं दिलवा पा रही है. बिचौलियों को भंडारण की खुली छूट सरकार ने दे दी है. ताकि सरकार द्वारा पास किए गए कृषि कानून के अधीन किसानों को कार्य करने के लिए मजबूर कर सकें. 

17:52 November 27

किसानों ने कहा कृषि कानून वापस ले सरकार

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अयोध्या में किसानों का प्रदर्शन.

अयोध्याः केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए कृषि बिल के विरोध को लेकर देशभर में किसानों का आंदोलन जारी है. इसी कड़ी में अयोध्या में भी किसान यूनियन के नेताओं ने लखनऊ-अयोध्या राजमार्ग जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. अयोध्या में किसानों ने थाना रौनाही की अरकुना के पास एनएच-28 आंशिक रूप से जाम किया. इस दौरान मौके पर 4 थानों की पुलिस मौजूद रही.  

किसानों ने कहा कृषि कानून वापस ले सरकार

किसान यूनियन जनपद इकाई अयोध्या द्वारा केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानून के विरोध में एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कृषि उपज खरीदने की गारंटी जैसे कानून बनाने की मांग को लेकर फैजाबाद-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग को रौनाही थाना अंतर्गत अरकुना बाजार में जाम करके सरकार विरोधी नारे लगाए. आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव घनश्याम वर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों के दबाव में व्यापारियों के हित में किसानों का नाम लेकर पूरे देश में कृषि उपज बेचने हेतु की छूट दी गई है. किसानों को पहले भी कृषि उपज बेचने की छूट थी. व्यापारियों के हित में उक्त कानून लाकर मंडियों को समाप्त करना चाहती है.

17:44 November 27

सड़क पर दरी बिछा कर किसानों ने किया रोड जाम

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सहारनपुर में धरने पर बैठे किसान.

सहारनपुरः शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता, जिला अध्यक्ष चौधरी चरण सिंह की अगुवाई में थाना बिहारीगढ़ इलाके के गांव शेरपुर में दिल्ली-देहरादून हाईवे पर इकट्ठा हो गए. इस दौरान केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हाईवे जाम कर दिया.

इसके बाद सैकड़ों किसान हाईवे के बीचो-बीच दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए. किसान नेताओं का कहना है कि उनका यह आंदोलन भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता नरेश टिकैत के आह्वान पर किया गया है. जब तक वह आंदोलन खत्म करने का ऐलान नहीं करेंगे. तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. हालांकि हाईवे जाम होने से दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई और बेहट तहसील का पुलिस और प्रशासनिक अमला किसानों को मनाने में जुटा हुआ था

17:38 November 27

अलीगढ़ में किसानों ने किया प्रदर्शन, कृषि कानून वापस लिए जाने की मांग

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अलीगढ़ में प्रदर्शन करते किसान.

अलीगढ़: पंजाब और हरियाणा में किसानों के विरोध की आग अलीगढ़ तक भी पहुंच गई. भारतीय किसान यूनियन के लोग टप्पल में सड़क पर विरोध को उतर आएं. कई जगहों पर किसानों ने बिल के विरोध में प्रदर्शन भी किया.

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर हो फसल की खरीद

किसानों की मांग है कि कृषि विरोधी तीनों कानूनों को वापस लिया जाए और किसानों को फसल उत्पादन का समर्थन मूल्य पर खरीद की व्यवस्था की जाएं. वहीं कम मूल्य पर कृषि उत्पाद खरीद होने पर दंडनीय अपराध घोषित किया जाए. इसके साथ ही किसानों ने छर्रा, इग्लास, टप्पल और कलेक्ट्रेट पर भी विरोध दर्ज कराया.  

किसान नेता वीरेन्द्र ने कहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए किसान विरोधी कानून को वापस लिया जाएं. समर्थन मूल्य पर किसानों की फसल लेने की व्यवस्था की जाएं. किसान नेता विमल ने बताया कि पंजाब और हरियाणा में किसानों पर हुए वाटर कैनन और आंसू गैस छोड़ने की निंदा करते हैं. 

17:31 November 27

सोल्जर बोर्ड चौराहे पर जाम लगाकर किसानों ने कृषि कानून को वापस लिए जाने की मांग की

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हरदोई में किसानों किया चक्का जाम.

हरदोईः जिले में भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष राजबहादुर सिंह यादव के नेतृत्व में किसान नेताओं ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर शहर के सोल्जर बोर्ड चौराहे पर जाम लगाया. किसान नेताओं, कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून को वापस लिए जाने की मांग की. जिलाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों से किसानों को गहरा आघात लग रहा है. इन नीतियों से कॉर्पोरेट घरानों को लाभ होगा. कांट्रैक्ट खेती से फिर पुराने हाल में लौट जाएगा. तंगहाली में किसान आत्महत्या को विवश होगा, किसान को फसल की लागत से दोगुना कीमत देने, आय दोगुनी करने और सभी कर्ज माफ करने के वादे सरकार के हवा में रह गए हैं.  

17:24 November 27

सड़क जाम में फंसे नागरिक, किसानों का प्रदर्शन जारी

बुलंदशहर में किसानों का प्रदर्शन.

बुलंदशहरः कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बुलंदशहर में भी सरकार के खिलाफ हल्ला बोला. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं का हाई वोल्टेज ड्रामा भी देखने को मिला. जहां पहले उन्होंने शहर के मुख्य चौराहे को जाम किया. उसके बाद पर एनएच-91 पर पहुंचकर वहां भी सरकार के खिलाफ हुंकार भरते हुए रोड जाम कर दिया.

कांग्रेस जिलाध्यक्ष टुककीमल खटीक भी जाम के बीच फंसे थे. उनसे ईटीवी भारत ने बात की तो वो भी किसानों के प्रदर्शन का समर्थन करते हुए सरकार की नीतियों को किसानों के लिए नुकसानदेय बताया. इस दौरान लम्बी-लम्बी कतारें वाहनों की दिल्ली-अलीगढ़ रोड पर लगीं थीं.

17:09 November 27

मेधा पाटकर ने आगरा-ग्वालियर हाईवे किया जाम.

आगरा में मेधा पाटकर का प्रदर्शन.

आगरा: एमपी के ग्वालियर से धरना प्रदर्शन में सम्मिलित होने दिल्ली को जाने वाली नर्मदा बचाओ अभियान की अध्यक्ष मेधा पाटकर का काफिला बुधवार देर शाम आठ बजे से आगरा ग्वालियर हाईवे पर सैया बॉर्डर के पास डटा हुआ है. दिल्ली पुलिस की आग्रह पर आगरा पुलिस ने यूपी की सीमा में आने से रोकने पर वे अपने काफिले के साथ धरने पर बैठ गईं. जिसके बाद गुरुवार सुबह से हाईवे जाम कर दिया. वहीं मेधा दिल्ली जाने जाने की जिद पर अड़ी हैं. वहीं आगरा पुलिस प्रशासन उन्हें और उनके काफिले को बढ़ने नहीं दे रहा है.

ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने बताया है कि आगे की रणनीति वे अकेले नहीं बल्कि अपने तमाम किसानों और मजदूरों साथियों जो हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान आदि सम्पूर्ण भारतवर्ष के सभी साथियों का समन्वय है, उनसे बातचीत, विचार विमर्श कर आगे की रूपरेखा तय करेंगी. वहीं मामले की जानकारी के लिए एसएसपी बबलू कुमार, प्रभारी जिलाधिकारी जे. रीभा भी पहुंची और उनसे बातचीत की.

16:58 November 27

राजधानी से जुड़ने वाले कई नेशनल हाईवे को किसानों किया जाम.

लखनऊ में किसानों का प्रदर्शन.

लखनऊः राजधानी में किसान यूनियन (टिकैत ग्रुप) का कृषि कानून और हरियाणा में किसानों पर हुए अत्याचार के विरोध में प्रदेश व्यापी प्रदर्शन हो रहा है. सैकड़ों की संख्या में पहुंचे किसानों ने लखनऊ से रायबरेली को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-30 को जाम कर दिया. इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की.  

किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सरदार गुरमीत सिंह ने बताया कि आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी के द्वारा यह आदेश दिया गया था कि प्रदेश व्यापी प्रदर्शन किया जाएगा. जिसमें सभी नेशनल हाईवे को जाम किया जाएगा. इसी के तहत राजधानी लखनऊ में सीतापुर नेशनल हाईवे, सुल्तानपुर नेशनल हाईवे और रायबरेली नेशनल हाईवे को जाम कर प्रदर्शन किया जा रहा है.

16:44 November 27

मेरठ में किसानों ने कृषि कानून के खिलाफ किया प्रदर्शन

मेरठ में किसानों का प्रदर्शन.

मेरठ: हरियाणा-पंजाब के किसानों के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मेरठ के किसानों ने शुक्रवार की सुबह से ही दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे पर जाम लगाया हुआ है. जाम लगने से जहां दिल्ली- देहरादून आने जाने वाले यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं रूट डायवर्ट कर मोदीनगर और दौराला के रास्ते वाहनों को निकाला जा रहा है. किसानों का कहना है कि जब तक सरकार 3 महीने पहले पारित कृषि संबंधित तीनों कानूनों को वापस नहीं लेती, तब तक उनका यह धरना प्रदर्शन और हाईवे जाम जारी रहेगा.  

कृषि विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन

केंद्र सरकार ने पिछले दिनों लोकसभा एवं राज्यसभा में कृषि सबंधी तीन वीधेयक पारित किए थे. इन विधेयकों के खिलाफ किसानों ने उस दौरान भी सड़कों पर उतर कर आंदोलन किया था. किसान आंदोलन को देखते हुए केंद्र सरकार ने इन विधेयकों में संसोधन करने के लिए तीन माह का समय मांगा, लेकिन तीन माह बीत जाने के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने विधेयकों में बदलाव लाना तो दूर कोई विचार भी नहीं किया. जिसके चलते किसानों का आक्रोश एक बार फिर फुट पड़ा और कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर हुए हैं. 

16:12 November 27

किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर लखनऊ की सड़कों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात

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लखनऊ में तैनात पुलिस बल.

लखनऊः लखनऊः सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र के अहिमामऊ सुलतानपुर रोड पर कृषि कानून के विरोध में चक्का जाम करने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के युवा जिला अध्यक्ष आशीष यादव सहित 40 से 45 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर इको गार्डन भेज दिया है. भारी संख्या में मौजूद पुलिसकर्मियों के होने की वजह से किसान यूनियन के नेताओं का चक्का जाम कार्यक्रम फ्लॉप हो गया.   

16:05 November 27

दिल्ली की ओर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता का कूच

राकेश टिकैत.

मुजफ्फरनगर: कृषि कानून को लेकर सरकार और हरियाणा पंजाब के किसानों में चल रही लड़ाई में अब उत्तर प्रदेश के किसान भी कूद पड़े हैं. आज भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में हजारों किसान मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के दिल्ली देहरादून हाईवे-58 पर इकट्ठा हुए.

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के साथ हजारों किसानों ने दिल्ली की ओर कूच कर दिया है. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है. जिले के आला अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर मोर्चा संभाले हुए हैं. बहरहाल यहां से तो किसान दिल्ली की ओर निकल चुके हैं.

15:52 November 27

किसानों का प्रदर्शन, दूल्हा फंसा चक्का जाम में

बागपत में चक्का जाम.

बागपतः कृषि कानून को लेकर किसान सड़कों पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं. सरकार के खिलाफ जमकर हंगामा कर रहे है. जिसके चलते राहगीरों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं भारतीय किसान यूनियन के चक्का जाम की चेतावनी के चलते आज बागपत जनपद में भी भाकियू ने यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर मेरठ-बहालगढ़ हाईवे पर यमुना नदी के पुल पर चक्का जाम कर दिया.

चक्का जाम के चलते राहगीरों को भी कई घंटों तक समस्याओं का सामना करना पड़ा. वहीं भाकियू के चक्का जाम के दौरान दूल्हा भी 3 घंटे तक जाम में ही घीरा रहा. दूल्हे को जाम की वजह से भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है.

15:36 November 27

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आह्वान पर प्रदर्शन

सहारनपुर में किसानों का प्रदर्शन.

सहारनपुर: नेशनल हाईवे पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम किया. हरियाणा, पंजाब के किसानों के समर्थन में वेस्ट यूपी के किसान उतरे. केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि बिल के विरोध में किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.  

कृषि सुधार कानून के खिलाफ किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं, तो वहीं आज देश भर में किसानों ने चक्का जाम किया हुआ है. साथ ही सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं. इसी कड़ी में भारतीय किसान यूनियन ने मेरठ सहित पश्चिम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, सहारनपुर सहित सभी हाईवे को जाम कर दिया है. 

सहारनपुर जनपद में भी किसानों ने बिहारीगढ़ थाना क्षेत्र में दिल्ली-देहरादून-फतेहपुर हाईवे पर जाम लगा दिया है और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन को देखते हुए हाईवे पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है. किसानों का कहना है की इस काले कानून को वापस लिया जाए, मोदी सरकार के कृषि संशोधन विधेयक के विरोध में उत्तर प्रदेश का भारतीय किसान यूनियन भी पंजाब और हरियाणा के किसानों के समर्थन में है. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आह्वान पर उन्होंने ये चक्का जाम किया है.

15:19 November 27

किसानों की मांग है कि तीनों कृषि कानून तुरन्त वापस लिए जाए.

प्रयागराज में किसानों का प्रदर्शन.

प्रयागराजः दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में लगातार हो रही किसानों पर कार्रवाई के चलते प्रयागराज के एनएच-19 को किसानों ने जाम कर दिया. साथ ही भारतीय किसान यूनियन के लोगों ने अपना विरोध दर्ज कराया. दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में किसानों के ऊपर हुई बर्बरता पूर्वक कार्रवाई और किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में नेशनल हाइवे जाम किया है.

किसानों का ने कहा कि किसानों के ऊपर इस तरह की कार्रवाई करके सरकार किसानों के हक और मौलिक अधिकारों का हनन कर रही है. कहा कि देश की 135 करोड़ जनसंख्या में 80 करोड़ केवल किसान है. इन किसानों की मांग है कि तीनों कृषि कानून तुरन्त वापस लिए जाए. जिससे किसानों के हितों की रक्षा हो सके. किसानों को मुफ्त बिजली दी जाय, साथ ही बिजली विभाग का निजीकरण न किया जाय. 

14:43 November 27

रामपुर किसान नेता ने की इस्लामाबाद जाने की मांग

किसान प्रदर्शन.

रामपुरः कृषि कानून के खिलाफ आज पूरे देश के साथ प्रदेश में भी किसान सड़कों पर उतर कर केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर हैं. रामपुर से भी भारी संख्या में किसान, भारतीय किसान यूनियन के बेनर तले दिल्ली की ओर कूच करने के लिए निकले. इस दौरान उन्हें पुलिस ने अंबेडकर पार्क पर ही रोक दिया.

किसान वहीं हाईवे सड़क पर धरने पर बैठ गए. साथ ही केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. देश का किसान इस वक्त इस ठंड के मौसम में सड़कों पर बैठ कर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर है.  

भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष हसीब अहमद ने कहा किसान विरोधी कानून के खिलाफ किसान 3 महीने से सड़कों पर हैं. अब सड़कों से जब दिल्ली की तरफ कूच करने निकले तो गूंगी बहरी सरकार ने उन्हें रोक दिया. दिल्ली नहीं जाने दिया. किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े पानी की बौछार मारी. 

जिलाध्यक्ष ने हसीब अहमद ने कहा तो हमें इस्लामाबाद भेज दो. जब आप नहीं सुन रहे हो तो इस्लामाबाद भेज दो हमें. जिलाध्यक्ष ने कहा क्या बात है क्यों अपने किसानों से बैठ कर बात करना नहीं चाहती सरकार.  

Last Updated : Nov 27, 2020, 6:56 PM IST
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