लखनऊ: जनवरी के पहले सप्ताह में उत्तर प्रदेश में हुई बरसात ने किसानों को अच्छी फसल के संकेत दे दिए हैं. कृषि विशेषज्ञों के अनुसार इस मौसम की बारिश से फसल उत्पादन बढ़ेगा. वहीं किसानों की उत्पादन लागत भी घट जाएगी, लेकिन बारिश से होने वाले पानी के ठहराव को लेकर किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है.
बारिश से गेहूं के किसानों को फायदा
- पूस महीने के आखिरी दिनों में हुई बारिश से गेहूं के किसानों के चेहरे खिले हुए हैं.
- गेहूं के खेतों में इन दिनों किसानों को सिंचाई करने की जरूरत होती है, लेकिन बारिश ऐसे वक्त पर हुई है कि अब उन्हें सिंचाई की जरूरत नहीं है.
- यह ध्यान देना जरूरी है कि गेहूं के खेत में पानी का ठहराव न होने पाए.
- पिछले सप्ताह में हुई बारिश का किसानों को फसल उत्पादन के तौर पर फायदा मिलेगा.
- यह बारिश गेहूं में स्वाभाविक वृद्धि दर्ज करेगी.
- खेतों में सिंचाई से जितना फसल को फायदा होता है, उससे ज्यादा फायदा प्राकृतिक बरसात से मिलता देखा गया है.
जनवरी माह में हुई बारिश
- उत्तर प्रदेश में जनवरी माह में अब तक 8:1 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई है, जो सामान्य से 158 प्रतिशत अधिक है.
- जनवरी को उत्तर प्रदेश में 4.9 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई है.
- प्रदेश के 56 जिलों में बरसात हुई है, सबसे ज्यादा बिजनौर जिले में 1 दिन में 29.7 मिलीमीटर वर्षा हुई.
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ऐसे में यह बरसात किसानों के लिए सोना बरसाने वाली है. ठीक वक्त की बरसात के बावजूद किसानों को थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है. खेत में पानी का ठहराव बिल्कुल नहीं होना चाहिए. अगर पानी का ठहराव होगा तो वह गेहूं की फसल के लिए भी नुकसानदायक होगा.
-डॉ. राम शब्द जैसवारा, निदेशक, कृषि प्रसार