लखनऊः राजधानी में शुक्रवार निजी नलकूपों की बढ़ी दरों को लेकर उपभोक्ता और किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. उपभोक्ताओं का कहना है कि जब तक बढ़ी हुई कीमतें वापस नही होंगी धरना समाप्त नहीं होगा. अगर किसी अधिकारी ने संज्ञान नहीं लिया तो 5 जनवरी को रेलवे का चक्का जाम करेंगे.
भारतीय किसान यूनियन अवध गुट के तहसील अध्यक्ष अनूप मौर्य के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने शुक्रवार को पावर हॉउस पर 10 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि कृषि कार्य, एलमवी 5 श्रेणी के अंतर्गत ग्रामीण निजी नलकूप कृषकों के संबंध में शासन द्वारा निर्णय लिया गया था कि ग्रामीण मीटर निजी नलकूप कृषकों की बिलिंग अनमीटर्ड निजी नलकूप संयोजन हेतु निर्धारित दर से करेंगे. लेकिन पावर कॉरपोरेशन लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र में निजी नलकूप कृषकों की पुरानी दर के अनुसार ही बिलिंग की जा रही है.
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किसानों ने सरकार से मांग की है कि अन्य जनपदों की भांति लखनऊ के निजी नलकूप उपभोक्ताओं से भी समान दर पर अनमीटर्ड संयोजन के आधार पर बिल लिया जाए. किसानों ने कहा कि वर्तमान में मीटर बिलिंग होने के कारण यह दरें 3 से 4 गुना बढ़ गई है. इसलिए उपभोक्ताओं से अनमीटर्ड ग्रामीण दरों के आधार पर ही बिलिंग की जाए. वही किसान यूनियन के तहसील अध्यक्ष अनूप मौर्य ने बताया कि किसानों की बिजली से संबंधित कई समस्याओं को लेकर धरना शुरू किया गया है. 4 जनवरी तक किसान धरने पर रहेंगे, इसके बाद अगर विभाग द्वारा समस्याओं का निस्तारण नहीं किया गया तो 5 जनवरी को किसान रेलवे क्रासिंग पर चक्का जाम करेंगे. धरने में क्षेत्र के सैकड़ों किसान और महिलाएं उपस्थित रही.