लखनऊ : विभूतिखंड पुलिस (Vibhuti Khand Police) ने फर्जी कंपनी (मास एंटीक इंटरनेशनल) खोलकर लोगों से अकाशीय बिजली से बनी धातुओं के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस मामले में प्रतापगढ़ निवासी अंकित कुमार सिंह ने 18 सितंबर को शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद से पुलिस आरोपी को तलाश कर रही थी.
पुलिस के अनुसार (according to the police) 18 सितंबर को अंकित कुमार सिंह का आरोप है कि उसके मूल निवास प्रतापगढ़ स्थित आवास से कुछ दूरी पर मुन्ना पुत्र इंद्र राम निवास ईश्वरपुर पोस्ट पोटलिया जिला जौनपुर लखनऊ में रहते हैं. जिनका उनके घर आना जाना था. मुन्ना ने मार्च 2021 की शुरुआत में लखनऊ से फोन कर बुलाया और एक कंपनी में काम करने की बात कही. यह बात उसने अपने एक मित्र आलोक कुमार चौधरी निवासी ग्राम धन पोस्ट भगवानपुर बलिया को बताया जिससे आलोक भी लखनऊ आने के लिए तैयार हो गया. 5 मार्च 2021 को हम दोनों लोग लखनऊ आ गए और यहां मुन्ना ने हम दोनों की मुलाकात वकील नाम के एक व्यक्ति से कराई. इसके बाद मुन्ना एवं वकील हम दोनों लोगों को लेकर (मास एंटीक इंटरनेशनल) नाम की कंपनी के ऑफिस ले गए जो सम्मिट बिल्डिंग विभूतिखंड लखनऊ के 11वें तल पर थी.
कंपनी के ऑफिस (company office) के एक मीटिंग हॉल में मुन्ना एवं वकील ने हम दोनों की मुलाकात जसीम अहमद अंसारी मांस एंटीक इंटरनेशनल कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर, सुल्तान अहमद से सीनियर चेयरपर्सन एवं शहबाज खान को एक कर्मचारी बताकर कराई उन पांचों लोगों ने हम दोनों को बताया कि आर्टिकल आरपी पावर के नाम से जाना जाता है. जब आकाशीय बिजली किसी अष्टधातु पर गिरती है तो उसमें स्टोर हो जाती है. जिससे वह धातु एक न्यूक्लियर पावर का रूप ले लेती है. इस धातु की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में सैकड़ों करोड़ में है और आरपी पावर वाले आर्टिकल में पैसा लगाने में करोड़ों का मुनाफा होता है. यह काम कानूनी भी है.
यह बताने के बाद उन पांचों व्यक्तियों ने हम दोनों की मुलाकात फारुख खान मोनू खान एवं लाइक अहमस नाम के व्यक्तियों से कराई. कहा गया कि इन तीनों लोगों के पास आरपी पावर वाला आर्टिकल है. इसको अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचने के लिए लगभग 17 लाख रुपये कम पड़ रहे हैं. अगर वह तुम लोग दे दो तो उसे बेचकर हम लोग जो भी मुनाफा होगा उसमें से तुम लोगों का भी हिस्सा देंगे जो कि करोड़ों में होगा. यह कहकर जसीम अहमद ने हम लोगों को विश्वास में लेने के करोड़ों रुपये के मुनाफे के सम्बंध में आरबीआई द्वारा कूटरचित तरीके से तैयार कर पेपर भी दिखाए. जसीम ने रुपयों की गारंटी के तौर पर खुद की कंपनी का चेक जारी करने का आश्वाशन भी दिया. जिससे हम लोगों को उन लोगों पर यकीन हो गया और हम लोगों ने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से पैसे उधार लेकर 17 लाख रुपये कई बार में उनको दे दिए. इंस्पेक्टर विभूतिखंड राम सिंह (Inspector Vibhutikhand Ram Singh) ने बताया कि फर्जी कंपनी खोलकर लोगों से अकाशीय बिजली से बनी धातु के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.