लखनऊ: एलडीए की ट्रांसपोर्ट नगर योजना पांच भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री की फाइल गायब हो गई है. मूल फाइल न मिलने से इनका सत्यापन नहीं हो पा रहा है. अब रजिस्ट्रार कार्यालय से रजिस्ट्री की सत्यता की जांच कराई जाएगी. इसके लिए एलडीए ने पत्र भेजा है. फर्जीवाड़ा सामने आने पर दोषियों के खिलाफ एफआईआर लिखाई जाएगी.
ट्रांसपोर्ट नगर योजना के पांच भूखंडों में फर्जी रजिस्ट्री सामने आई है, इनमें से दो भूखण्डों की रजिस्ट्री का पैसा एलडीए में जमा ही नहीं किया गया है. वहीं, तीन भूखण्डों में आवंटन पत्र सहित सभी दस्तावेज फर्जी मिले हैं. अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि प्राधिकरण में फाइलें नहीं मिल रही हैं, इसलिए सत्यापन के लिए रजिस्ट्रार कार्यालय को एलडीए ने पत्र भेजा है. इससे पहले ट्रांसपोर्ट नगर योजना में फर्जी रजिस्ट्री पकड़ी गई थी. एलडीए की ओर से एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है.
रजिस्ट्रार कार्यालय से रिपोर्ट आते ही इन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी जाएगी. ट्रांसपोर्टनगर के भूखण्ड संख्या जी-129 तथा एफ- 361 की रजिस्ट्री सुमन चौधरी के नाम से हुई है. जबकि एफ 433 नम्बर के भूखण्ड की रजिस्ट्री कुलदीप के नाम हुई है. एफ 362 नम्बर के भूखण्ड की रजिस्ट्री मुकेश चौधरी तथा एफ 181 नम्बर के भूखण्ड की रजिस्ट्री गुरुदीप सिंह के नाम है. इन सभी भूखण्डों में फर्जीवाड़ा होने की आंशका जताई जा रही है. इसके अलावा कानपुर रोड के सेक्टर एच, एल व जी के पांच भूखंडों की फाइल भी प्राधिकरण में नहीं मिल रही है. इन भूखंडों की रजिस्ट्री के लिए एलडीए में न तो पैसा जमा किया गया और न कागजी कार्रवाई पूरी की गई. इन्हें दूसरे लोगों को बेच भी दिया गया.
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जानकारी के अनुसार एक अज्ञात पत्र से इस फर्जीवाड़े को उजागर किया है. प्रापर्टी डीलर और बिल्डर का नाम सामने आ रहा है. अपर सचिव के मुताबिक सत्यापन के लिए रजिस्ट्रार कार्यालय को पत्र भेजा गया है. जिन भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री की शिकायत की गई है उनमें सेक्टर एच 2/35, 2/36, 2/37, 2/38, 73.20 वर्ग मी., सेक्टर जी 5/833, सेक्टर एल 2/283 बी, सेक्टर एल 2/283 सी, सेक्टर एल 2/283 डी, सेक्टर एल 2/283 ई 30 वर्ग मी. के भूखंड हैं. सेक्टर एच के सभी चारों भूखंड 73.20 व सेक्टर एल के चारों भूखंड 30 वर्ग मीटर के हैं. जबकि सेक्टर जी का भूखंड 36 वर्ग मीटर का है.