लखनऊः जिले के बीआरडी अस्पताल (भाऊराव देवरस अस्पताल) में कोरोना से बचाव के साथ-साथ अन्य स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार किया जा रहा है. इसको लेकर के तमाम व्यवस्थाएं बीआरडी अस्पताल में की गई हैं. इसके साथ-साथ बीआरडी अस्पताल में आने वाले दिनों में अन्य स्वास्थ्य सेवाओं में भी विस्तार दिया जा रहा है.
कोरोना के लिए बेहतर व्यवस्था
कोरोना काल के दौरान किसी भी अस्पताल में कोरोना से लोगों को बचाना और कोरोना संबंधित स्वास्थ्य सेवाएं देना अपने आप में एक बड़ी चुनौती है. इसी कड़ी में अस्पताल में कोविड-19 हेल्प डेस्क, आरटीपीसीआर टेस्ट और आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई है. कोविड-19 हेल्प डेस्क में एक डॉक्टर, फार्मासिस्ट, वार्ड बॉय मौजूद हैं. इसके अलावा रोजाना बीआरडी अस्पताल में पहले लॉकडाउन के दौरान 80 से 100 आरटीपीसीआर टेस्ट किए जाते थे. अब भी रोजाना 20 से 25 आरटीपीसीआर टेस्ट हो रहे हैं. पूरे अस्पताल परिसर में स्पीकर और माइक से लोगों को लगातार जागरूक किया जाता है.
रोजाना आते हैं 1200 मरीज
बीआरडी अस्पताल में कोरोना काल में यूं तो बीआरडी की ओपीडी सेवाएं बंद थीं, लेकिन जब बीआरडी की अपनी ओपीडी सेवा शुरू हुई तब से 1200 मरीज रोजाना यहां की ओपीडी में पहुंच रहे हैं. इस दौरान लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाने की अपने आप में बड़ी चुनौती रहती है. अस्पताल परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए जमीन पर सर्कल बनाए गए हैं. इसके आधार पर ही मरीजों को इलाज के लिए व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा 300 से 400 नए मरीज ओपीडी में आ रहे हैं.
स्वास्थ्य सेवा में होगा विस्तार
बीआरडी अस्पताल में 10 इमरजेंसी बेड बढ़ाए जा रहे हैं. इसके अलावा आईसीयू को लेकर के भी सेवा में विस्तार किया जाएगा. डिजिटल एक्सरे मशीन की भी व्यवस्था की जा रही है.
बढ़ेंगे चिकित्सक और अन्य स्वास्थ्य कर्मी
बीआरडी अस्पताल में 100 बेड हैं. इसको ध्यान में रखते हुए चिकित्सक और अन्य स्वास्थ्य कर्मी काफी कम हैं. इसको लेकर के बीआरडी प्रशासन द्वारा शासन को पत्र भी लिखा गया है. इसमें चिकित्सक और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की भी मांग की गई है. चिकित्सकों में ज्यादातर ऑर्थो के चिकित्सक मांग की है. इनकी जरूरत बीआरडी में खासतौर पर सबसे ज्यादा है. उम्मीद है इन मांगों के पूरा होते ही 100 बेड के बीआरडी अस्पताल को सभी चिकित्सा कर्मी व अन्य स्वास्थ्य कर्मी मिल जाएंगे.