ETV Bharat / state

'अवध के रंग, ललित के संग' कार्यशाला का हुआ समापन, 18 मार्च को प्रदर्शनी - Uttar Pradesh State Fine Arts Academy

उ. प्र. राज्य ललित कला अकादमी परिसर में 8 मार्च से चल रही 5 दिवसीय चित्रकला एवं मूर्तिकला कार्यशाला 12 मार्च को समापन किया गया. कार्यशाला में सृजित कृतियों की प्रदर्शनी 18 मार्च को कला वीथिका में आयोजित होगी.

प्रदर्शनी.
प्रदर्शनी.
author img

By

Published : Mar 16, 2021, 8:02 AM IST

लखनऊ: उ. प्र. राज्य ललित कला अकादमी परिसर में 8 मार्च से चल रही 5 दिवसीय चित्रकला एवं मूर्तिकला कार्यशाला 12 मार्च को समापन किया गया. कार्यशाला में सृजित कृतियों की प्रदर्शनी 18 मार्च को कला वीथिका में आयोजित होगी. इस दौरान समापन अकादमी के अध्यक्ष सीताराम कश्यप ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी.

कैनवास पर उतारे अवध के नृत्य
कार्यशाला का विषय 'अवध के रंग, ललित के संग' था. कार्यशाला के अधिकांश प्रतिभागियों ने वाॅश चित्र शैली में अवध के नृत्यों की विभिन्न शैलियों को अपने कैनवास पर उतारा. वहीं मूर्तिकला में अवध की वास्तु शैली को समकालीन कला में परिवर्तित कर अपनी कृतियों का सृजन किया.

कार्यशाला में कुल 118 कलाकारों ने लिया भाग
कार्यशाला के प्रभारी राजेन्द्र मिश्र ने बताया कि चित्रकला विधा में 60 और मूर्तिकला कला में 58 कलाकारों ने भाग लिया. वाॅश शैली के वरिष्ठ चित्रकार प्रो. राजेन्द्र प्रसाद ने चित्रकला में प्रतिभागियों को कला की बारिकियां बताई. वहीं वरिष्ठ मूर्तिकार अजय प्रजापति ने भी मूर्तिकला की बारिकियां बताई. श्री राजेन्द्र ने बताया कि कार्यशाला में सृजित कृतियों की प्रदर्शनी 18 मार्च को अकादमी की कला वीथिका में लगेगी. कार्यशाला का संयोजन पुनीत स्वर्णकार ने किया.

लखनऊ: उ. प्र. राज्य ललित कला अकादमी परिसर में 8 मार्च से चल रही 5 दिवसीय चित्रकला एवं मूर्तिकला कार्यशाला 12 मार्च को समापन किया गया. कार्यशाला में सृजित कृतियों की प्रदर्शनी 18 मार्च को कला वीथिका में आयोजित होगी. इस दौरान समापन अकादमी के अध्यक्ष सीताराम कश्यप ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी.

कैनवास पर उतारे अवध के नृत्य
कार्यशाला का विषय 'अवध के रंग, ललित के संग' था. कार्यशाला के अधिकांश प्रतिभागियों ने वाॅश चित्र शैली में अवध के नृत्यों की विभिन्न शैलियों को अपने कैनवास पर उतारा. वहीं मूर्तिकला में अवध की वास्तु शैली को समकालीन कला में परिवर्तित कर अपनी कृतियों का सृजन किया.

कार्यशाला में कुल 118 कलाकारों ने लिया भाग
कार्यशाला के प्रभारी राजेन्द्र मिश्र ने बताया कि चित्रकला विधा में 60 और मूर्तिकला कला में 58 कलाकारों ने भाग लिया. वाॅश शैली के वरिष्ठ चित्रकार प्रो. राजेन्द्र प्रसाद ने चित्रकला में प्रतिभागियों को कला की बारिकियां बताई. वहीं वरिष्ठ मूर्तिकार अजय प्रजापति ने भी मूर्तिकला की बारिकियां बताई. श्री राजेन्द्र ने बताया कि कार्यशाला में सृजित कृतियों की प्रदर्शनी 18 मार्च को अकादमी की कला वीथिका में लगेगी. कार्यशाला का संयोजन पुनीत स्वर्णकार ने किया.

इसे भी पढे़ं- राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान ने पुरस्कार सम्मान समारोह का किया आयोजन

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.